क्या आप जानते हैं कि पिछले महीने भारत‑कनाडा के बीच कौन‑से समझौते हुए? कई लोग सोचते हैं कि दो दूरस्थ देशों का रिश्ता बस औपचारिक होता है, लेकिन असल में व्यापार, शिक्षा और खेल में बहुत सारी बातचीत चलती रहती है। इस लेख में हम सरल भाषा में उन प्रमुख खबरों को बताएँगे जो आपके लिए उपयोगी हो सकती हैं।
भारत ने हाल ही में कनाडा के साथ एक नई कृषि निर्यात योजना की घोषणा की। इसका मतलब है कि भारतीय किसान अब अधिक तरलता और बेहतर मूल्य पा सकते हैं, जबकि कनाडाई कंपनियों को सस्ता कच्चा माल मिलेगा। इस समझौते से दोनों देशों के बीच सालाना व्यापार का वॉल्यूम 10 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है।
साथ ही, टेक स्टार्ट‑अप्स के लिए एक द्विपक्षीय इन्क्युबेशन प्रोग्राम भी लॉन्च हुआ। अगर आप अपना ऐप या सॉफ्टवेयर बनाते हैं और उसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में ले जाना चाहते हैं, तो यह कार्यक्रम फंडिंग और मेंटरशिप दोनों देता है। कई युवा उद्यमी इस मौके को लेकर उत्साहित दिख रहे हैं।
कनाडा ने भारतीय छात्रों के लिए वीज़ा प्रोसेसिंग टाइम कम करने का फैसला किया। अब आवेदन से परिणाम मिलने में दो‑तीन हफ्ते लगेंगे, पहले के मुकाबले आधी देर नहीं। इससे भारत के कई छात्र बिना ज्यादा इंतजार के अपनी पढ़ाई शुरू कर पाएंगे।
इसी तरह, टैलेंटेड प्रोफेशनल्स के लिए एक नया एक्सप्रेस एंट्री ट्रैक जोड़ा गया है। अगर आपके पास आईटी या हेल्थकेयर में पाँच साल का कामकाजी अनुभव है, तो आप जल्दी से वीज़ा प्राप्त कर सकते हैं। यह बदलाव दोनों देशों को कुशल मानव संसाधन साझा करने में मदद करेगा।
एक और खबर ध्यान देने योग्य है – कनाडा ने भारतीय रिटायरमेंट विज़िटर प्रोग्राम का विस्तार किया। अब 60 वर्ष से ऊपर के भारतीय नागरिक सालाना दो महीने तक यहाँ रह सकते हैं, बिना काम किए। कई लोग इसे अपने बुजुर्गों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ देने की राह मान रहे हैं।
खेल में भी भारत‑कनाडा का आपसी जुड़ाव बढ़ रहा है। इस साल दोनों देशों ने एक फ्रेंडली क्रिकेट सीरीज़ आयोजित करने का एग्रीमेंट किया। यदि आप क्रिकेट फैन हैं, तो यह मैच लाइव स्ट्रीम पर देख सकते हैं और दो देशों के बीच की मित्रता महसूस कर सकते हैं।
कनाडा में भारतीय संस्कृति के उत्सव भी बड़े धूमधाम से मनाए जाते हैं—दिवाली, होली या पोंगल। इस साल दिल्ली हाई कमिश्नर ने इन त्यौहारों को आधिकारिक छुट्टी घोषित किया, जिससे भारतीय समुदाय और अधिक जुड़ा महसूस करेगा।
संक्षेप में, भारत‑कनाडा के संबंध अब सिर्फ राजनयिक शब्द नहीं रहे; वे रोज़मर्रा की जिंदगी में बदलाव लाते हैं—व्यापार में नई संभावनाएँ, वीज़ा प्रक्रिया में सुविधा और खेल‑सांस्कृतिक आदान‑प्रदान। यदि आप इन अवसरों का लाभ उठाना चाहते हैं तो आधिकारिक वेबसाइट पर अपडेट चेक करना न भूलें।
तो अगली बार जब कोई कहे कि भारत‑कनाडा संबंध सिर्फ कागज़ी होते हैं, तो आप उन्हें बता सकते हैं कि असल में यह दोस्ती हर दिन नई संभावनाएँ खोल रही है।
भारतीय गृह मंत्री अमित शाह पर कनाडा में खालिस्तानी आतंकियों को निशाना बनाने के आरोपों को भारतीय अधिकारियों ने बेबुनियाद बताया है। इन आरोपों से भारत-कनाडा के बीच कूटनीतिक तनाव बढ़ गया है। कनाडाई अधिकारी इन दावों का समर्थन करते हैं, जबकि भारतीय सरकार इसे सिरे से खारिज करती है, उसका कहना है कि अभी तक ऐसा कोई प्रमाण नहीं है जो अमित शाह के खालिस्तानी आतंकियों के निशाने बनाने के साथ संबंध को साबित करता हो। (आगे पढ़ें)