क्या आप अक्सर महसूस करते हैं कि दिन भर काम नहीं हुआ, लेकिन सोशल मीडिया या अनावश्यक खबरें देखकर समय निकल जाता है? यही टाइम वेस्टिंग की असली परिभाषा है – वह सब कुछ जो आपके लक्ष्य से दूर ले जाए। चलिए समझते हैं कब‑कब हम अपना precious time खो देते हैं और कैसे उसे वापस पा सकते हैं.
1. **फ़ोन की लत** – हर बार नोटिफ़िकेशन दिखते ही देखते‑देखते 5‑10 मिनट निकल जाते हैं।
2. **बिना सोचे-समझे समाचार पढ़ना** – हमारे टैग पेज पर कई खेल, राजनीति या फ़िल्मी अपडेट्स आते हैं; अगर आप सिर्फ हेडलाइन देख कर आगे बढ़ते रहें तो टाइम जल्दी खत्म हो जाता है.
3. **अनंत मीटिंग्स** – अक्सर बैठकों में एजेंडा नहीं होता और चर्चा घुमावदार होती है।
4. **क्लटर्ड वर्कस्पेस** – गंदा डेस्क या कंप्यूटर स्क्रीन आपका फोकस तोड़ देती है.
a) टाइम ब्लॉक बनाएं: हर काम को 30‑45 मिनट में बाँटें और अलार्म सेट करें। जब अलार्म बजे तो तुरंत अगली चीज़ पर जाएँ.
b) नोटिफिकेशन बंद रखें: जरूरी ऐप्स के अलावा सभी नोटिफ़िकेशन्स ऑफ कर दें. आप अपने फ़ोन को ‘डू नॉट डिस्टर्ब’ मोड में रख सकते हैं।
c) समाचार पढ़ने का समय तय करें: दिन में दो बार, 15‑20 मिनट में ही टैग पेज या न्यूज़ साइट्स खोलें. इससे आप अपडेटेड रहेंगे, लेकिन टाइम वेस्ट नहीं होगा.
d) छोटे ब्रेक रखें: हर घंटे के बाद 5‑minute का छोटा ब्रेक लें – स्ट्रेच करें या पानी पीएँ. यह मस्तिष्क को रीसेट करता है और फोकस बढ़ाता है.
e) काम की प्राथमिकता तय करें: ‘आवश्यक’ और ‘इच्छित’ कार्यों को अलग‑अलग सूची बनाकर पहले जरूरी काम पूरा करें।
इन तरीकों से आप अपने दिन के कई घंटे बचा सकते हैं, जो पढ़ाई, काम या हॉबीज में लगा सकते हैं. याद रखिए, टाइम वेस्टिंग रोकना एक आदत है – जितनी बार करेंगे उतना ही आसान हो जाएगा.
लॉर्ड्स टेस्ट के तीसरे दिन भारतीय कप्तान शुबमन गिल और इंग्लैंड के बल्लेबाजों के बीच तीखी झड़प हो गई। इंग्लैंड पर समय बर्बाद करने के आरोप लगे, जिससे मैदान पर तनाव का माहौल बन गया। सोशल मीडिया पर यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है। (आगे पढ़ें)