लॉर्ड्स टेस्ट: गुस्से में शुबमन गिल, इंग्लैंड पर टाइम वेस्टिंग के आरोप
लॉर्ड्स के मैदान पर भारत-इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट वैसे तो रोमांच से भरा था, लेकिन तीसरे दिन की शाम मामला खासा गरम हो गया। जैसे ही इंग्लैंड ने दूसरी पारी की शुरुआत की, मैदान पर माहौल ही बदल गया। समय था सिर्फ छह मिनट का—मतलब स्टंप्स से पहले दो ओवर ही खेले जा सकते थे। ऐसे में हर मिनट कीमती था, लेकिन इंग्लिश ओपनर ज़ैक क्रॉली और बेन डकेट ने कुछ ऐसा किया कि शुबमन गिल का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया।
दरअसल, जसप्रीत बुमराह की एक गेंद पर जैसे ही क्रॉली बैकफुट पर गए, अचानक उन्होंने खेल रोक दिया और नजरें साइड स्क्रीन की तरफ घुमा दीं। इससे ड्रेसिंग रूम में ही नहीं बल्कि मैदान पर भी खीज बढ़ गई। गिल ने यहां तक चीखकर कह दिया, 'Grow some f***ing balls!', जिससे साफ था कि भारत को इंग्लैंड की ये टाइम वेस्टिंग कतई हज़म नहीं हो रही।
हर कोई देख रहा था कि जब क्रॉली को एक तेज डिलीवरी उनकी ग्लव्स पर लगी, उन्होंने तुरंत फिजियो बुला लिया। भारतीय फील्डर्स ने जोरदार तालियां बजा दी—मजाक उड़ाते हुए, जैसे कह रहे हों कि 'अब खेलने का टाइम निकल चुका है!' गिल वहीं पर क्रॉली और डकेट दोनों के पास पहुंच गए, बातचीत में तीखे शब्दों का इस्तेमाल हुआ और मैदान पर तनाव साफ दिख रहा था।

वायरल वीडियो, दबाव और उबलता भारतीय ड्रेसिंग रूम
पूरे ओवर में बार-बार ब्रेक, फिजियो का आना-जाना और खिलाड़ियों के बीच तू-तू मैं-मैं होती रही। ये ओवर पांच मिनट से ऊपर चला, आखिरकार सिर्फ एक ओवर और बचा था जिस पर इंग्लैंड स्टंप्स तक पहुंच गया। लेकिन उस एक ओवर में जो तकरार और दबाव दिखा, वो मैच का टर्निंग पॉइंट बन गया। ड्रेसिंग रूम में भारत का मूड और तेज़ हो गया।
यह कोई पहली बार नहीं था जब मैच में ऐसा विवाद हुआ हो। इससे पहले पहली पारी में ड्यूक्स बॉल बदलने पर भी भारत ने अंपायर के फैसले पर नाराजगी जाहिर की थी। उस वक्त भी खिलाड़ियों ने साफ जता दिया था कि वे कोई चीटिंग बर्दाश्त नहीं करेंगे।
लेकिन इस बार सबको सबसे ज्यादा उत्तेजना गिल के रिएक्शन ने दी। ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वह वीडियो बहुत शेयर किया जा रहा है, जिसमें गिल बॉलर्स और इंग्लिश बल्लेबाजों से सीधा भिड़ते दिख रहे हैं। भारत के पक्ष में तालियां, खिलाड़ियों के गुस्सैल हावभाव, अंपायर की दुविधा—सब कुछ उस वीडियो में कैद है।
मैदान पर ऐसी घटनाएं अक्सर टीमों के माइंडसेट और प्लेइंग स्टाइल पर असली असर डालती हैं। इंग्लैंड की बल्लेबाजी यूनिट दबाव में थी, जबकि गिल और उनकी टीम अपने जज्बे के साथ डटी रही। क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह एक ऐसी भिड़ंत थी जिसे लंबे वक्त तक याद रखा जाएगा। अगले दिन मैच किस ओर जाएगा—अब यही सबसे बड़ा सवाल बन गया है।