जब हम सायबर हमला, इंटरनेट या नेटवर्क पर किया गया वह दुर्भावनापूर्ण कार्य है जो डेटा, सिस्टम या उपयोगकर्ताओं को नुकसान पहुंचाता है. Also known as साइबर अटैक, it reshapes how businesses and individuals think about digital safety.
एक हैकर, वह व्यक्ति या समूह जो सिस्टम की कमजोरियों को खोज कर उनका दुरुपयोग करता है अक्सर मैलवेयर, दुष्ट सॉफ़्टवेयर जो बिना अनुमति के स्थापित हो कर डेटा चुराता या सिस्टम को नुकसान पहुँचाता है का इस्तेमाल करता है। यह दोहराव वाला संबंध — हैकर + मैलवेयर — साइबर हमलों को गति देता है। इसी तरह, फिशिंग, एक ऐसी धोखाधड़ी तकनीक जहाँ धोखेबाज़ ई‑मेल या संदेशों के ज़रिए उपयोगकर्ता की संवेदनशील जानकारी निकालते हैं डेटा ब्रीच का प्रमुख कारण बनती है। इसलिए सायबर हमला अक्सर डेटा ब्रीच का कारण बनता है, और सही साइबर सुरक्षा, उपाय और तकनीकें जो सिस्टम को अनधिकृत पहुंच से बचाती हैं से इसे रोका जा सकता है।
साइबर सुरक्षा का पहला स्तंभ — रोकथाम है। फ़ायरवॉल, एंटीवायरस और नियमित पैच अपडेट जैसे उपकरण डेटा ब्रीच को रोकते हैं। दूसरा स्तंभ — पहचान है; लॉग मॉनिटरिंग और एआई‑आधारित अनॉमली डिटेक्शन जल्दी से असामान्य गतिविधियों को पकड़ते हैं। तीसरा स्तंभ — प्रतिक्रिया; अगर हमला हो भी जाता है तो तेज़ी से इन्सिडेंट रिस्पॉन्स प्लान चलाकर नुकसान कम किया जा सकता है। इन तीनों चरणों का एक-दूसरे से जुड़ाव यही दिखाता है: "साइबर सुरक्षा requires रोकथाम, पहचान और प्रतिक्रिया" — एक स्पष्ट सेमैंटिक ट्रिपल जो समझ को आसान बनाता है।
आजकल कई कंपनियां क्लाउड‑आधारित सेवाओं पर भरोसा करती हैं, इसलिए क्लाउड सुरक्षा भी अहम हो गई है। ईमेल एन्क्रिप्शन, दो‑फ़ैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) और न्यूनतम विशेषाधिकार सिद्धांत (Least Privilege) जैसी प्रथाएं फिशिंग और पासवर्ड‑बेस्ड हमलों को कमजोर करती हैं। अगर आप व्यक्तिगत स्तर पर सुरक्षात्मक कदम नहीं उठाते, तो आपके डिवाइस पर मैलवेयर्स निरंतर सक्रिय रहेंगे, जिससे व्यक्तिगत डेटा का जोखिम बढ़ जाता है।
इन सभी बिंदुओं को समझना आसान नहीं लग सकता, पर हमने यहाँ मुख्य विचारों को सारांशित किया है ताकि आप जल्दी से लागू कर सकें। नीचे आपको कई लेख मिलेंगे—कुछ में नवीनतम साइबर हमला केस स्टडीज़, कुछ में प्रभावी सुरक्षा टूल्स की तुलना, और कुछ में विशेषज्ञों के टिप्स। चाहे आप छात्र हों, आईटी प्रोफ़ेशनल या आम इंटरनेट उपयोगकर्ता, इस संग्रह में आपके लिए उपयोगी सामग्री है। अब आगे बढ़ें और पढ़ें कि कैसे आप अपने डिजिटल जीवन को साइबर हमलों से सुरक्षित रख सकते हैं।
जैगर लैंड रोवर (JLR) पर हुए गंभीर सायबर हमले के कारण टाटा मोटर्स ने उत्पादन को 1 अक्टूबर 2025 तक रोक दिया है। यह दूसरा बड़ा व्यवधान है, जिसमें ग्राहक डेटा भी उजागर हुआ। JLR टाटा मोटर्स की कुल आय का 70 % देता है, इसलिए बंदी कंपनी के वित्त पर भारी असर डालेगी। (आगे पढ़ें)