आईपीओ मूल्य से 40% प्रीमियम पर सूचीबद्ध हुआ FirstCry के शेयर

घरआईपीओ मूल्य से 40% प्रीमियम पर सूचीबद्ध हुआ FirstCry के शेयर

आईपीओ मूल्य से 40% प्रीमियम पर सूचीबद्ध हुआ FirstCry के शेयर

आईपीओ मूल्य से 40% प्रीमियम पर सूचीबद्ध हुआ FirstCry के शेयर

  • Ratna Muslimah
  • 13 अगस्त 2024
  • 20

FirstCry ने शेयर बाजार में की जोरदार शुरुआत

भारत की प्रमुख बच्चों और माताओं की उत्पादों की रिटेलिंग कंपनी FirstCry ने शेयर बाजार में धूम मचा दी है। Brainbees Solutions Ltd द्वारा संचालित यह कंपनी अपने आईपीओ मूल्य से 40% प्रीमियम पर सूचीबद्ध हुई है। बीएसई पर इसका शेयर 625 रुपये पर और एनएसई पर 651 रुपये पर खुला, जो 465 रुपये के आईपीओ मूल्य से काफी अधिक है। यह पहली बार नहीं है कि किसी प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी ने ऐसी मजबूत शुरुआत की हो, लेकिन FirstCry का मामला विशेष है क्योंकि यह बच्चों के वस्त्र और खिलौनों के क्षेत्र में अग्रणी है।

आईपीओ की धमाकेदार सफलता

FirstCry के आईपीओ को निवेशकों से जोरदार प्रतिक्रिया मिली। 12.2 गुना ओवरसब्सक्रिप्शन के साथ, कंपनी ने 4193.7 करोड़ रुपये जुटाए। इसमें 36 करोड़ नए शेयरों का ताजा निर्गम और 54 करोड़ शेयरों का प्रस्ताव बिक्री शामिल था। ताज़ा निर्गम से 1666 करोड़ रुपये और प्रस्ताव बिक्री से 2527.7 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई। यह आंकड़ा कंपनी के लिए न सिर्फ वित्तीय रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह निवेशकों के बीच उसके प्रति बढ़ते विश्वास का भी संकेत है।

प्रमुख निवेशक और उनके विश्वास

सूचीबद्ध होने से पहले Company ने प्रमुख एंकर निवेशकों से 1886 करोड़ रुपये जुटाए। इनमें SBI म्यूचुअल फंड, ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड, HDFC म्यूचुअल फंड और Goldman Sachs शामिल थे। इन नामचीन निवेशकों की भागीदारी स्वयं में इस बात को साबित करती हैं कि वे कंपनी के भविष्य को लेकर काफी विश्वस्त हैं। कंपनी के प्रबंधन ने इस राशि का उपयोग नए आधुनिक स्टोर स्थापित करने, 'BabyHug' ब्रांड के तहत विस्तार करने, डिजिटल एज में निवेश, इंटरनेशनल विस्तार और बिक्री और मार्केटिंग पहल में वृद्धि करने के लिए किया है।

कंपनी का प्रदर्शन और भविष्य की योजनाएं

FirstCry ने वित्त वर्ष 2024 में 15% ऑपरेटिंग राजस्व वृद्धि के साथ 6481 करोड़ रुपये का कारोबार किया और अपने घाटे को 34% घटाकर 321 करोड़ रुपये तक सीमित किया। ऐसे जटिल वित्तीय समय में कंपनी का यह शानदार प्रदर्शन निवेशकों को एक आशाजनक संदेश देता है। कंपनी का कहना है कि वह भविष्य में और भी अधिक गतिशीलता और विस्तार की दिशा में काम करेगी, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में अपनी उपस्थिति को और भी मजबूत करना शामिल है।

आईपीओ का प्रबंध और भागीदार

इस पूरी प्रक्रिया का प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए Kotak Mahindra Capital Company Ltd, Morgan Stanley India Company Pvt Ltd, BofA Securities India Ltd, JM Financial Ltd, और Avendus Capital Pvt Ltd जैसे प्रमुख संस्थानों ने सहयोग किया। इसके अलावा, Link Intime India Pvt Ltd को रजिस्ट्रार के रूप में नियुक्त किया गया था। इस मजबूत टीम के मार्गदर्शन में, FirstCry ने न केवल सूचीबद्धता में सफलता हासिल की बल्कि निवेशकों का भरोसा भी जीता।

भारतीय ई-कॉमर्स में नया अध्याय

FirstCry की यह शानदार सूचीबद्धता भारतीय ई-कॉमर्स क्षेत्र में एक नए अध्याय की शुरुआत करती है। जहां एक ओर अन्य ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स ने भी आईपीओ में अपनी छाप छोड़ी है, वहीं FirstCry ने अपने विशिष्ट मार्केट सेगमेंट में एक मिसाल कायम की है। यह देखना दिलचस्प होगा कि कंपनी आने वाले वर्षों में कैसे अनुकूलन करती है और अपने ग्राहकों और निवेशकों के लिए और भी बेहतरीन परिणाम लाती है।

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Ratna Muslimah

Ratna Muslimah

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मैं एक न्यूज विशेषज्ञ हूँ और मैं दैनिक समाचार भारत के बारे में लिखना पसंद करती हूँ। मेरे लेखन में सत्यता और ताजगी को प्रमुखता मिलती है। जनता को महत्वपूर्ण जानकारी देने का मेरा प्रयास रहता है।

टिप्पणि (20)
  • Shriya Prasad
    Shriya Prasad 14 अगस्त 2024
    बस इतना कहना है कि बच्चों के लिए ब्रांड बन गया है FirstCry। अब तो हर घर में BabyHug का नाम सुनकर मुस्कुराहट आ जाती है।
  • Sujit Ghosh
    Sujit Ghosh 15 अगस्त 2024
    अरे भाई ये तो सिर्फ भारत की जीत है भाई! अमेरिका में ऐसा क्या होता है? वहां तो बच्चों के लिए चीजें बेचने वाले कंपनियां बंद हो रही हैं। हम तो अब दुनिया की नंबर वन हो गए!
  • Anupam Sood
    Anupam Sood 15 अगस्त 2024
    40% प्रीमियम? यार ये तो बस बुलबुला है... अगले साल देखना अगर ये 300 रुपये पर आ गया तो क्या कहेंगे? 😅
  • Nishu Sharma
    Nishu Sharma 16 अगस्त 2024
    देखो ये आईपीओ सफलता बस शुरुआत है अभी तो बच्चों के बाजार में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन शुरू हुआ है अगर ये अपने स्टोर्स को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों में इंटीग्रेट कर लेते हैं तो अगले 5 साल में 15000 करोड़ का बिजनेस हो सकता है और इंटरनेशनल मार्केट में जाने के लिए उन्हें बांग्लादेश और नेपाल में शुरुआत करनी चाहिए क्योंकि वहां भी मां के लिए शॉपिंग का ट्रेंड बढ़ रहा है
  • Shraddha Tomar
    Shraddha Tomar 17 अगस्त 2024
    इतना प्रीमियम तो बस इसलिए है क्योंकि लोगों को लगता है ये ब्रांड ट्रस्ट है ना बच्चों के लिए ब्रांड ट्रस्ट तो बहुत कम होता है और जब कोई ब्रांड ट्रस्ट बन जाता है तो वो बस खुद बख्श लेता है अपनी कीमत बढ़ा लेता है और ये बिल्कुल बर्बर नहीं है ये तो लोगों के दिलों में बस गया है बस 😌
  • Priya Kanodia
    Priya Kanodia 17 अगस्त 2024
    ये सब शो है... ये आईपीओ तो सिर्फ इसलिए हुआ क्योंकि बैंकों ने अपने फंड्स को लॉन्च करने के लिए बनाया था... और फिर एंकर इन्वेस्टर्स ने खरीद लिए... अब जब ये शेयर गिरेंगे तो छोटे निवेशकों को घाटा होगा... ये तो एक बड़ा फ्रॉड है...
  • Darshan kumawat
    Darshan kumawat 19 अगस्त 2024
    अब तो ये भी बड़ा हो गया... इससे पहले तो बच्चों के कपड़े बेचने वाले दुकानदार बिना ब्रांड के बेचते थे। अब तो इन्होंने ब्रांड बना लिया।
  • Manjit Kaur
    Manjit Kaur 19 अगस्त 2024
    पैसे बन रहे हैं बस। बच्चों के लिए चीजें बेचने से क्या बड़ा नहीं होता? जितना बेचोगे उतना कमाओगे। ये तो साधारण बिज़नेस है।
  • yashwanth raju
    yashwanth raju 19 अगस्त 2024
    हा भाई ये तो बस इसलिए 40% प्रीमियम पर चला क्योंकि लोगों को लगा ये ब्रांड अच्छा है... अगर ये एक ऑनलाइन फैशन स्टोर होता तो शायद 10% प्रीमियम पर चलता... बच्चों के लिए लोग ज्यादा खर्च करते हैं... ये तो मां का दिल है जो खर्च कर देता है!
  • Aman Upadhyayy
    Aman Upadhyayy 20 अगस्त 2024
    ये आईपीओ तो बहुत बड़ी बात है... लेकिन याद रखो ये कंपनी अभी भी घाटे में है... जो भी आज शेयर खरीद रहा है वो अगले 2 साल तक इंतजार करेगा... और फिर देखेगा कि क्या लाभ हुआ... ये निवेश है ना लॉटरी... अगर तुम्हारा दिल बहुत तेज है तो खरीद ले... वरना बच जा...
  • ASHWINI KUMAR
    ASHWINI KUMAR 20 अगस्त 2024
    फिर से एक बड़ी कंपनी ने आईपीओ किया... और फिर से लोग उसके शेयर खरीद रहे हैं... अब तो ये बाजार बस एक गेम है... जो जल्दी बेचेगा वो जीतेगा... जो रखेगा वो बर्बाद होगा... ये तो बस एक बड़ा नाटक है...
  • vaibhav kapoor
    vaibhav kapoor 22 अगस्त 2024
    हमारे देश में बच्चों के लिए ब्रांड बन गया है... ये भारत की गर्व की बात है... अब तो दुनिया भर में हमारी कंपनियां बढ़ रही हैं... बस अब बाकी देश भी इस तरह आगे बढ़ें!
  • Manish Barua
    Manish Barua 23 अगस्त 2024
    मैं तो बचपन में अपने बच्चे के लिए बाजार से बिना ब्रांड के कपड़े खरीदता था... अब तो ये ब्रांड बन गया... अच्छा लग रहा है... लेकिन कभी-कभी लगता है जैसे हम अपने संस्कार भूल रहे हैं... अब तो हर चीज ब्रांड के नाम पर चलती है...
  • Abhishek saw
    Abhishek saw 24 अगस्त 2024
    FirstCry की यह सफलता भारतीय उद्यमशीलता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। उन्होंने एक अत्यंत संवेदनशील बाजार को समझा और उसमें विश्वस्त ब्रांड बनाया। यह निवेश अत्यंत विवेकपूर्ण था।
  • TARUN BEDI
    TARUN BEDI 25 अगस्त 2024
    इस आईपीओ की सफलता का आधार वास्तव में निवेशकों के भावनात्मक निर्णय है, न कि वित्तीय विश्लेषण। यह बाजार अब तक अनुमानों और भावनाओं पर चल रहा है। वास्तविक वित्तीय आधार तो अभी भी अस्पष्ट है।
  • Shikha Malik
    Shikha Malik 25 अगस्त 2024
    ये सब फेक है... ये लोग तो बस अपने शेयर बेचने के लिए बड़ा शो बना रहे हैं... अगले साल देखोगे ये शेयर गिर जाएंगे... और फिर कहेंगे कि बाजार ने नहीं समझा... बस लोगों को भावनाओं में फंसा रहे हैं...
  • Hari Wiradinata
    Hari Wiradinata 27 अगस्त 2024
    FirstCry की यह सफलता भारतीय व्यापार के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने एक छोटे से बाजार को बड़ा बनाया है। यह एक उदाहरण है कि विशिष्ट बाजार में निवेश करने से क्या फायदे हो सकते हैं।
  • Leo Ware
    Leo Ware 27 अगस्त 2024
    बच्चों के लिए ब्रांड बनना एक बड़ी बात है। लेकिन ये भी सोचना चाहिए कि अगर एक दिन ये ब्रांड फेल हो गया तो क्या होगा? बच्चों की मां का दिल नहीं तोड़ देना चाहिए।
  • sandhya jain
    sandhya jain 29 अगस्त 2024
    देखो ये सब क्या हो रहा है... एक कंपनी जो बच्चों के कपड़े बेचती है उसका आईपीओ 40% प्रीमियम पर चल रहा है... ये तो बस इसलिए है क्योंकि हमारी समाज में मां का दिल बहुत बड़ा हो गया है... वो किसी भी चीज के लिए तैयार है... बच्चे के लिए वो अपना सब कुछ दे देती है... ये ब्रांड ने उस भावना को समझ लिया है... और इसलिए ये इतना सफल हुआ... ये तो बस एक ब्रांड नहीं है... ये तो एक भावना है... एक मां का दिल है जो अपने बच्चे के लिए कुछ भी खरीद लेगा... और ये कंपनी ने उस दिल को जीत लिया है... और ये बहुत बड़ी बात है... क्योंकि आज के दौर में जब हर चीज डिजिटल हो रही है... तो भावनात्मक कनेक्शन बनाना बहुत मुश्किल है... लेकिन ये कंपनी ने वो भी कर लिया... और अब ये बस एक ब्रांड नहीं... ये तो एक परिवार बन गया है...
  • Sujit Ghosh
    Sujit Ghosh 30 अगस्त 2024
    अरे ये तो सिर्फ शुरुआत है... अगले 5 साल में ये कंपनी अफ्रीका और दक्षिण एशिया में जाएगी... और तब तुम देखोगे कि भारत का नाम कैसे दुनिया भर में चमक रहा है... ये तो अभी तो बच्चे के लिए कपड़े बेच रहे हैं... अगले 10 साल में ये एक ग्लोबल फैमिली टेक कंपनी बन जाएगी!
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