संतुलित रिपोर्टिंग: सही खबर कैसे पहचानें?

आजकल इंटरनेट पर हर सेकंड नई ख़बर आती है, लेकिन सब ठीक‑ठाक नहीं होती। कई बार वही कहानी दो‑तीन अलग‑अलग लहज़े में दिखती है। तो फिर हमें कौन सी खबर भरोसेमंद लगनी चाहिए? इसका जवाब सरल है – संतुलित रिपोर्टिंग. अगर आप इस तरह की रिपोर्ट पढ़ेंगे, तो फेक न्यूज़ से बचना आसान हो जाएगा.

स्रोत को जाँचें

सबसे पहला कदम है खबर का स्रोत देखना। क्या यह कोई सरकारी एजेंसी, विश्वसनीय अख़बार या भरोसेमंद टीवी चैनल से आया है? अगर वेबसाइट नई‑नई है या लिंक बहुत लंबा‑लंबा दिखता है, तो सावधान रहें. अक्सर फर्जी साइटें ऐसी ही बनती हैं ताकि आप क्लिक करके उनके विज्ञापन देख सकें.

स्रोत की विश्वसनीयता जाँचने के लिए About Us पेज पढ़ें, एडिटर्स का नाम देखें और अगर संभव हो तो उनका सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल चेक करें. अगर लेखक का कोई पहचान नहीं है या वह सिर्फ ‘anonymous’ लिखा हुआ है, तो खबर को तुरंत सवालिया निशान लगाएँ.

एक से ज़्यादा दृष्टिकोण पढ़ें

किसी भी घटना के दो‑तीन पक्ष होते हैं। अगर आप केवल एक ही दिक्‍तकॊण देख रहे हैं, तो आपका विचार आधा अधूरा रहेगा. उदाहरण के तौर पर, जब हमारे साइट पर "संतुलित रिपोर्टिंग" टैग वाले लेख आते हैं, तो हम अक्सर विभिन्न मीडिया आउटलेट्स की राय जोड़ते हैं. इससे पाठक को पूरी तस्वीर मिलती है.

विभिन्न स्रोतों से तुलना करने का आसान तरीका है: एक ही की‑वर्ड को गूगल में डालें और पहले तीन पेज देखें. अगर पाँच अलग-अलग साइट्स समान तथ्य बता रही हों, तो संभावना अधिक होती है कि वह सही खबर है.

अगर आप किसी राजनैतिक या खेल संबंधी समाचार पढ़ रहे हैं, तो ध्यान रखें कि भावनात्मक शब्दों (जैसे ‘भयानक’, ‘अतिशय’) का प्रयोग अक्सर राय को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है. ऐसी भाषा वाले लेख में तथ्य‑आधारित डेटा ढूँढें – जैसे स्कोर, प्रतिशत या आधिकारिक बयान.

एक और मददगार टिप: अगर खबर में कोई फोटो या वीडियो है, तो उसका स्रोत जाँचें. कई बार पुरानी तस्वीरें नयी कहानी के साथ जोड़ दी जाती हैं. गूगल इमेज सर्च से आप देख सकते हैं कि वह फोटो पहले किस घटना में इस्तेमाल हुई थी.

संतुलित रिपोर्टिंग का लक्ष्य केवल जानकारी देना नहीं, बल्कि पाठक को सोचने पर मजबूर करना है. जब आप खुद सवाल पूछते हैं – "यह कौन कह रहा है?", "क्या इसके पीछे कोई एजेंडा तो नहीं?" – तो आपका दिमाग स्वतः ही झूठी खबरों से दूर हो जाता है.

अंत में, अगर अभी भी शंका रहे, तो टिप्पणी सेक्शन या सोशल मीडिया पर अन्य उपयोगकर्ताओं के विचार पढ़ें. अक्सर वही लोग आपके जैसे सवाल पूछते हैं और जवाब देते हैं. लेकिन याद रखें, टिप्पणी भी पूरी तरह से सही नहीं होती; फिर भी यह एक अतिरिक्त जाँच का लेयर बन जाता है.

संतुलित रिपोर्टिंग को अपनाकर आप न केवल बेहतर जानकारी प्राप्त करेंगे, बल्कि अपने दोस्तों और परिवार के साथ भी सटीक चर्चा कर पाएँगे. तो अगली बार जब कोई नई ख़बर आए, इन पाँच कदमों को याद रखें: स्रोत जाँचें, कई दृष्टिकोण पढ़ें, डेटा देखें, इमेज वैरिफ़ाय करें और सवाल पूछें. यही तरीका है आज की तेज़‑तर्रार दुनिया में भरोसेमंद समाचार पाने का.

ईरान इंटरनेशनल के एडिटोरियल दिशा-निर्देश और अभ्यास का महत्व

के द्वारा प्रकाशित किया गया Ratna Muslimah पर 6 अग॰ 2024

ईरान इंटरनेशनल के संपादकीय दिशा-निर्देश निष्पक्षता और मानव गरिमा के सम्मान पर जोर देते हैं। ये सुनिश्चित करते हैं कि व्यक्तिगत गुणों का उल्लेख तभी किया जाए जब वे कहानी के संदर्भ में प्रासंगिक हों। दिशा-निर्देश विविध दृष्टिकोणों का संतुलित प्रतिनिधित्व प्रोत्साहित करते हैं और व्यावहारिकता के साथ चुनौतीपूर्ण सामग्री प्रस्तुत करते हैं। (आगे पढ़ें)