मेडिकल काउंसलिंग समिति द्वारा NEET-UG 2024 काउंसलिंग स्थगित
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (NEET-UG) 2024 की काउंसलिंग को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। मेडिकल काउंसलिंग समिति (MCC) ने अभी तक इस सम्बन्ध में कोई विस्तृत अधिसूचना और शेड्यूल जारी नहीं किया है, जिससे छात्र-छात्राओं में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
पेपर लीक और अनियमितताओं के आरोप
इस वर्ष 5 मई को हुई परीक्षा के दौरान प्रश्नपत्र लीक होने की बात सामने आई है। इस कारण राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) और शिक्षा मंत्रालय को मीडिया और छात्र समूहों से तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा है।
पहले परीक्षा परिणाम 14 जून को घोषित होने की उम्मीद थी, लेकिन 4 जून को ही परिणाम घोषित कर दिए गए। यह जल्दी परिणाम जारी करने का कारण उत्तर पुस्तिकाओं की शीघ्रता से मूल्यांकन होना बताया गया।
काउंसलिंग प्रक्रिया का विवरण
NEET UG काउंसलिंग प्रक्रिया में कई चरण होते हैं जिनमें स्ट्रे वेकेंसी और मॉप-अप राउंड्स शामिल हैं। योग्य छात्रों को पंजीकरण, शुल्क जमा करना, प्राथमिकताएं चुनना और उन्हें पुष्टि करना, आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करना और इसके बाद अपने आवंटित संस्थान में भौतिक रूप से रिपोर्ट करना होता है।
15 प्रतिशत ऑल इंडिया कोटा (AIQ) के लिए NEET UG काउंसलिंग सरकारी कॉलेजों, केंद्रीय और डीम्ड विश्वविद्यालयों, बीमित व्यक्तियों (IP कोटा) के लिए ESIC मेडिकल कॉलेजों में सीटों और सशस्त्र बल चिकित्सा महाविद्यालय (AFMC) पुणे में सीटों के लिए होती है।
पेपर लीक में फरीदाबाद केंद्र का नाम
हरियाणा के फरीदाबाद केंद्र से रिकॉर्ड तोड़ 67 छात्रों में से 6 छात्रों ने पूर्ण 720 अंक हासिल किए हैं, जिससे संभावित अनियमितताओं पर चिंता व्यक्त की जा रही है।
पेपर लीक के आरोपों की जांच अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंप दी गई है। इस जांच के संबंध में छह व्यक्तियों की गिरफ्तारी भी हुई है, जिसमें प्रमुख साजिशकर्ता अमन सिंह का नाम सामने आया है।
पुनर्परीक्षा का विरोध
संघ सरकार और NTA ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर NEET-UG 2024 की पुनर्परीक्षा का विरोध किया है। उनका कहना है कि व्यापक दुर्व्यवहार के पर्याप्त साक्ष्य नहीं हैं और यह शैक्षणिक शेड्यूल को बाधित करेगा। NTA ने परीक्षा रद्द करने के खिलाफ तर्क दिया है कि यह योग्य छात्रों के अवसरों को नुकसान पहुंचाएगा।
इस विवाद से छात्रों और अभिभावकों में चिंता की लहर है। सभी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि जल्द से जल्द इस मामले का निष्पक्ष और सही निष्कर्ष निकलेगा ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित रह सके।