झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले चम्पई सोरेन ने भाजपा का दामन थामा, जताई JMM के कामकाज से नाराजगी

घरझारखंड विधानसभा चुनाव से पहले चम्पई सोरेन ने भाजपा का दामन थामा, जताई JMM के कामकाज से नाराजगी

झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले चम्पई सोरेन ने भाजपा का दामन थामा, जताई JMM के कामकाज से नाराजगी

झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले चम्पई सोरेन ने भाजपा का दामन थामा, जताई JMM के कामकाज से नाराजगी

  • Ratna Muslimah
  • 31 अगस्त 2024
  • 12

झारखंड में सियासी हलचलें तेज

झारखंड में अगले विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों पर है, और इस बीच सियासी हलचलें भी बढ़ती जा रही हैं। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) को अलविदा कहकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया है। यह असामान्य कदम कइयों के लिए एक बड़ा सियासी संदेश बन गया है।

JMM से नाराजगी की वजह

चम्पई सोरेन ने JMM की कार्यशैली और नीतियों के प्रति असंतोष जताते हुए पार्टी से इस्तीफा दिया। उन्होंने कहा कि उनके और उनके समर्थकों की बातें अब सुनी नहीं जा रही थीं और पार्टी का मौजूदा नेतृत्व उनकी अपेक्षाओं को पूरा करने में असमर्थ रहा है। सोरेन का मानना है कि भाजपा में शामिल होकर वे अपने आदर्शों और सिद्धांतों के अनुसार काम कर पाएंगे।

सोरेन के समर्थकों का समर्थन

चम्पई सोरेन के इस कदम का उनके समर्थकों ने भी जोरदार समर्थन किया है। बड़ी संख्या में समर्थकों ने भी BJP का दामन थाम लिया। यह स्वागत समारोह रांची में आयोजित हुआ, जहां केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा भी उपस्थित थे।

चम्पई सोरेन की राजनीतिक यात्रा

चम्पई सोरेन की राजनीतिक यात्रा काफी महत्वपूर्ण रही है। वे JMM के संस्थापक शिबू सोरेन के करीबी सहयोगी रहे हैं। पिछले महीने ही उन्होंने हेमंत सोरेन की सरकार में मंत्री पद की शपथ ली थी। हालांकि, सोरेन की नाराजगी का कारण केवल यह नहीं था।

मुख्यमंत्री पद का विवाद

चम्पई सोरेन ने फरवरी 2 को हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। हेमंत सोरेन ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी से पहले इस्तीफा दिया था। लेकिन, जब हेमंत सोरेन को जमानत पर रिहा कर दिया गया तब उन्होंने जुलाई 4 को पुनः मुख्यमंत्री पद संभाल लिया, जिससे चम्पई सोरेन को मजबूरन पद छोड़ना पड़ा। चम्पई सोरेन ने इसे अपमानजनक मानते हुए इसे भी अपने इस्तीफे और भाजपा में शामिल होने का कारण बताया।

JMM के अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया

चम्पई सोरेन के इस्तीफे के बाद JMM ने तुरंत ही रामदास सोरेन को मंत्री पद की शपथ दिलाई। यह शपथग्रहण समारोह राजभवन में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार की उपस्थिति में संपन्न हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और वरिष्ठ JMM नेता भी मौजूद थे।

राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव

चम्पई सोरेन का यह कदम आगामी विधानसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि अन्य राजनीतिक दल इस स्थिति का कैसे सामना करेंगे और क्या विपक्ष इस मौके का फायदा उठाकर पार्टी के अंदर चल रहे विवादों का लाभ उठाने की कोशिश करेगा।

भविष्य की राजनीतिक योजनाएँ

भाजपा में शामिल होने के बाद चम्पई सोरेन ने कई योजनाओं की घोषणा की है। उन्होंने राज्य के विकास को प्राथमिकता देने और जनता की समस्याओं को प्रमुखता देने का वादा किया। उनके अनुसार, भाजपा में शामिल होकर वे अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को सही दिशा दे सकेंगे और राज्य की सेवा करने में सक्षम होंगे।

समाप्ति

समाप्ति

इस घटनाक्रम ने झारखंड के राजनीतिक परिदृश्य को एक नया मोड़ दे दिया है। चम्पई सोरेन के भाजपा में शामिल होने से न केवल JMM को एक बड़ा झटका लगा है, बल्कि आगामी चुनाव में भाजपा की स्थिति भी मजबूत हुई है। अब देखना यह है कि इस फैसले का झारखंड की राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ता है और यह कब तक चलता है।

लेखक के बारे में
Ratna Muslimah

Ratna Muslimah

लेखक

मैं एक न्यूज विशेषज्ञ हूँ और मैं दैनिक समाचार भारत के बारे में लिखना पसंद करती हूँ। मेरे लेखन में सत्यता और ताजगी को प्रमुखता मिलती है। जनता को महत्वपूर्ण जानकारी देने का मेरा प्रयास रहता है।

टिप्पणि (12)
  • Abhishek saw
    Abhishek saw 1 सितंबर 2024

    चम्पई सोरेन का ये फैसला सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि उनके समर्थकों के लिए भी एक नया रास्ता है। JMM में अब कोई भी आम इंसान की बात नहीं सुनता।

  • TARUN BEDI
    TARUN BEDI 3 सितंबर 2024

    इस घटना को राजनीतिक अर्थशास्त्र के दृष्टिकोण से देखें तो यह एक शक्ति के अंतर्गत विभाजन का प्रतीक है, जहाँ व्यक्तिगत अभिमान और संस्थागत अक्षमता का संघर्ष एक नए राजनीतिक संगठन के उदय की ओर ले जाता है। चम्पई सोरेन का निर्णय केवल एक दल बदलने का नहीं, बल्कि एक नए राजनीतिक अनुबंध की शुरुआत है, जिसमें लोकतंत्र की नींव पर व्यक्तिगत नैतिकता का दबाव बढ़ रहा है।

  • Shikha Malik
    Shikha Malik 3 सितंबर 2024

    अरे यार, ये सब तो बस नेता बदलने का खेल है। JMM ने उन्हें ठुकरा दिया, तो भाजपा ने खुलकर हाथ बढ़ा दिया। लोग तो बस अपनी जेब भरने के लिए घूम रहे हैं। 😒

  • Hari Wiradinata
    Hari Wiradinata 5 सितंबर 2024

    हेमंत सोरेन के वापस आने के बाद चम्पई सोरेन को जो बर्ताव मिला, वो किसी भी व्यक्ति के लिए असहनीय होता। अब भाजपा में जाकर वो अपनी ताकत को सही दिशा दे सकते हैं।

  • Leo Ware
    Leo Ware 6 सितंबर 2024

    सत्ता का खेल हमेशा बदलता रहता है। आज एक नेता जाता है, कल दूसरा आता है। लेकिन जनता की उम्मीदें वही रहती हैं।

  • Ranjani Sridharan
    Ranjani Sridharan 6 सितंबर 2024

    bhajpa me jaane ka matlab hai ki ab unki sab kuchh sahi ho jayegi?? kya yehi hai asli soch?? 😅

  • Vikas Rajpurohit
    Vikas Rajpurohit 7 सितंबर 2024

    बस यही बात है! JMM ने अपने नेता को धोखा दिया, और भाजपा ने उसे अपना बना लिया! 🤯 अब झारखंड में नया युग शुरू हो रहा है! अगर ये चुनाव जीत गए तो देखो मैं क्या कह रहा हूँ! 🚀🔥

  • Nandini Rawal
    Nandini Rawal 8 सितंबर 2024

    चम्पई सोरेन ने सही फैसला किया। अब वो अपनी बात कह सकेंगे।

  • Himanshu Tyagi
    Himanshu Tyagi 10 सितंबर 2024

    इस बदलाव का असर अगले चुनाव में दिखेगा। भाजपा के लिए ये एक बड़ा मौका है, लेकिन JMM के अंदर की टूट भी देखनी होगी।

  • Shailendra Soni
    Shailendra Soni 11 सितंबर 2024

    ये सब तो बस नेताओं का खेल है। आम आदमी को क्या होगा ये तो कोई नहीं जानता।

  • Sujit Ghosh
    Sujit Ghosh 11 सितंबर 2024

    भाजपा के बिना झारखंड का कोई भविष्य नहीं! चम्पई सोरेन ने बहुत अच्छा किया। JMM तो बस अपने आप को बचाने की कोशिश कर रहा है।

  • sandhya jain
    sandhya jain 12 सितंबर 2024

    राजनीति में बदलाव हमेशा होता रहता है, लेकिन जब एक नेता अपने मूल्यों के लिए खड़ा होता है, तो वो केवल एक दल बदलने की बात नहीं होती। चम्पई सोरेन ने अपने आत्मसम्मान के लिए लड़ा, और अब वो अपने विचारों को वास्तविकता में बदलने का मौका पा रहे हैं। ये सिर्फ एक राजनीतिक चाल नहीं, बल्कि एक आत्म-अनुशासन का उदाहरण है। जब आपका विश्वास और आपकी जिम्मेदारी एक ही दिशा में हो, तो आप अपने दल के बाहर भी अपने लोगों के लिए काम कर सकते हैं।

एक टिप्पणी लिखें
कृपया वैध नाम दर्ज करें!
कृपया वैध ईमेल दर्ज़ करें!