अगर आप क्रिकेट के दीवाने हैं और खासकर टेस्ट मैचों में रुचि रखते हैं, तो यह पेज आपका सही ठिकाना है। यहां आपको मेलबर्न में खेले गए या होने वाले सभी प्रमुख टेस्ट गेम की खबरें, पिच रिपोर्ट, टीम चयन और खिलाड़ियों की फॉर्म मिल जाएगी।
हम हर महत्वपूर्ण टेस्ट का विस्तृत सारांश देते हैं – चाहे वह भारत बनाम इंग्लैंड जैसा क्लासिक टकराव हो या एशिया कप की तैयारी में कोई महत्त्वपूर्ण गेम। उदाहरण के तौर पर, हाल ही में लंदन के लॉर्ड्स में शुबमन गिल और भारतीय बैटसमैन के बीच हुई तेज़ी से बदलती स्थितियों को हमने विस्तार से कवर किया था। इसी तरह बांग्लादेश बनाम जिम्बाब्वे की पहली टेस्ट में पिच ने कैसे खेल को प्रभावित किया, इसका विश्लेषण भी यहाँ मिलता है।
टेस्ट मैचों में पिच का असर बहुत बड़ा होता है, इसलिए हम हर मैच से पहले और बाद की पिच रिपोर्ट जोड़ते हैं। शारजाह की पिच ने यूएई ट्राई‑सीरीज़ में पाकिस्तान को 39 रन से जीत दिलाई – इस तरह के छोटे-छोटे बिंदु आपको मैच के टर्निंग पॉइंट समझाने में मदद करते हैं। साथ ही, विराट कोहली, रवींद्र जडेजा और अन्य प्रमुख खिलाड़ियों की वर्तमान फ़ॉर्म पर भी राय देते हैं, ताकि आप टीम चयन या फैंटेसी लीनो जैसे फैसले बेहतर बना सकें।
हमारा लक्ष्य सिर्फ़ खबर देना नहीं, बल्कि आपको समझाना है कि क्यों कुछ गेंदबाज़ चमके, क्यों बैट्समैन जल्दी आउट होते हैं और कैसे टॉस या मौसम की स्थितियां मैच को बदल देती हैं। अगर आप अगले मेलबर्न टेस्ट के लिए तैयार हो रहे हैं, तो हमारी टिप्स सेक्शन में बॉलिंग प्लान, फ़ील्ड सेट‑अप और बैटिंग स्ट्रैटेजी मिल जाएगी।
हर लेख में हम सरल भाषा का इस्तेमाल करते हैं ताकि आप बिना किसी जटिल शब्दों के जल्दी समझ सकें कि क्या हो रहा है। अगर आपको कोई विशेष मैच या खिलाड़ी पर गहरी जानकारी चाहिए, तो सर्च बार से सीधे टैग खोज सकते हैं और सभी संबंधित पोस्ट एक ही जगह देख सकते हैं।
आखिर में याद रखें – टेस्ट क्रिकेट धैर्य और रणनीति की खेल है। हमारे साथ जुड़े रहें, ताकि आप हर नया विकास तुरंत जान सकें और अपने दोस्तों को भी बता सकें कि इस टेस्ट सीजन का असली मज़ा कहाँ है।
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेली जा रही भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथे टेस्ट मैच के दौरान, पैट कमिंस का तीसरे अंपायर के फैसले को लेकर विवाद हुआ। पैट कमिंस ने मोहम्मद सिराज को गेंदबाजी की, जहां एक कैच का दावा किया गया, लेकिन तीसरे अंपायर ने आउट नहीं दिया। इस पर कमिंस ने रिव्यू की मांग की, लेकिन अंपायरों ने इसे संभव नहीं बताया, जिससे DRS प्रणाली की सीमाओं पर चर्चा शुरू हुई। (आगे पढ़ें)