पाकिस्तानी क्रिकेट में पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने पक्षपात और कुप्रबंधन का आरोप लगाया

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पाकिस्तानी क्रिकेट में पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने पक्षपात और कुप्रबंधन का आरोप लगाया

पाकिस्तानी क्रिकेट में पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने पक्षपात और कुप्रबंधन का आरोप लगाया

  • सुशीला गोस्वामी
  • 11 जुलाई 2024
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पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने पाकिस्तान क्रिकेट में पक्षपात और कुप्रबंधन की आलोचना की

पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर बासित अली ने हाल ही में पाकिस्तान क्रिकेट की स्थिति पर गंभीर चिंता जताई है। उनका मानना है कि टीम में फैले पक्षपात और कुप्रबंधन की वजह से पाकिस्तान क्रिकेट लॉगातार गिरावट की ओर बढ़ रहा है। ये चिंताएं उन्होंने हाल ही में पाकिस्तान टीम के ICC वर्ल्ड कप 2023 में इंडिया के खिलाफ खराब प्रदर्शन के बाद व्यक्त की।

बासित अली का खुलासा

बासित अली अपनी बेबाक टिप्पणियों के लिए जाने जाते हैं। उनका कहना है कि वर्तमान प्रबंधन ठीक तरीके से फैसले नहीं ले रहा है, और यही वजह है कि पाकिस्तान क्रिकेट का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि टीम चयन में पक्षपात हो रहा है और टीम में कुछ खिलाड़ियों को अधिक प्राथमिकता दी जा रही है, जबकि कई महत्वपूर्ण खिलाड़ियों को नजरअंदाज किया जा रहा है।

बासित अली ने यह भी कहा कि वर्तमान कोचिंग स्टाफ और चयनकर्ताओं की नीति स्पष्ट नहीं है, जिससे युवा खिलाड़ियों को लेकर स्पष्टता की कमी हो रही है। उन्होंने यह भी बताया कि पीसीबी (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) द्वारा लिया गया हर निर्णय खिलाड़ियों के करियर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।

खराब प्रदर्शन के बाद भड़की बहस

खराब प्रदर्शन के बाद भड़की बहस

बासित अली के इन आरोपों के बाद सोशल मीडिया पर भी लोगों की प्रतिक्रियाएं बंट गई हैं। कुछ लोग उनके बयान का समर्थन कर रहे हैं और मानते हैं कि पाकिस्तान क्रिकेट में सचमुच सुधार की जरूरत है, जबकि कुछ लोग उनके बयान को अतिशयोक्ति मान रहे हैं।

कई क्रिकेट प्रशंसक और विशेषज्ञ भी इन बहसों में जुड़ गए हैं। कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि बासित अली ने सही समस्या पर ध्यान आकर्षित किया है, जबकि अन्य का मानना है कि यह एक व्यक्तिगत रोष का मामला हो सकता है।

वर्तमान स्थिति पर चिंताएं

आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 में पाकिस्तान की हाल की असफलताओं ने भी इन बहसों को तेज कर दिया है। भारत के खिलाफ खेले गए मैच में पाकिस्तान की हार ने दर्शकों और विशेषज्ञों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या टीम में सचमुच कोई बड़ी समस्या है।

कई युवा खिलाड़ियों को खेलने का मौका नहीं दिया जा रहा है, जिसकी वजह से उनके करियर पर बुरा असर पड़ रहा है। बासित अली ने इस पर भी जोर दिया कि पीसीबी को अपनी नीतियों में बदलाव करने की जरूरत है ताकि टीम को पुनः ग्रोथ पर लाया जा सके।

पैट्रियल और कुप्रबंधन से बाहर आने का मार्ग

पैट्रियल और कुप्रबंधन से बाहर आने का मार्ग

यह समय है कि पाकिस्तान क्रिकेट में सशक्त नेतृत्व की जरूरत है जो निष्पक्षता और उचित प्रबंधन की नीति अपनाएं। बासित अली की टिप्पणियों ने निश्चित रूप से एक महत्वपूर्ण बहस की नींव रखी है। अब देखने वाली बात यह होगी कि पीसीबी और अन्य संबंधित अधिकारी इस बारे में क्या कदम उठाते हैं।

कुल मिलाकर, पाकिस्तान क्रिकेट को सुधार की जरूरत है और इसके लिए एक मजबूत और पारदर्शी प्रबंधन की व्यवस्था आवश्यक होगी। खिलाड़ियों के साथ न्याय और निष्पक्षता बरतते हुए नए और प्रतिभाशाली युवाओं को समर्पण का अवसर देना ही समाधान हो सकता है।

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सुशीला गोस्वामी

सुशीला गोस्वामी

लेखक

मैं एक न्यूज विशेषज्ञ हूँ और मैं दैनिक समाचार भारत के बारे में लिखना पसंद करती हूँ। मेरे लेखन में सत्यता और ताजगी को प्रमुखता मिलती है। जनता को महत्वपूर्ण जानकारी देने का मेरा प्रयास रहता है।

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