मेलबर्न टेस्ट का चौथा दिन: पैट कमिंस और DRS विवाद
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच का चौथा दिन आस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस और तत्कालीन भारतीय बल्लेबाज मोहम्मद सिराज के बीच हुए एक घटना को लेकर चर्चाओं में रहा। यह घटना तब हुई जब कमिंस ने एक यॉर्कर लेंथ गेंद फेंकी, जो सिराज के बल्ले का किनारा लेते हुए स्लिप में खड़े स्टीव स्मिथ के हाथों में गई। पहले तो देखने में यही लगा कि गेंद को सिराज ने किनारा दिया, लेकिन तीसरे अंपायर ने यह निर्णय किया कि गेंद बल्ले के नीचे से लगी और सीधे ज़मीन पर गिर गई। इस तीसरे अंपायर के निर्णय ने आस्ट्रेलिया के पक्ष में स्पष्ट नाहकी का माहौल बनाया।
जब कमिंस ने इसे लेकर पिच पर मौजूद अंपायरों से रिव्यू की मांग की, तो उन्हें यह बताया गया कि यह तकनीकी नियमों के अनुसार संभव नहीं है। इस असमंजस ने एक बार फिर DRS प्रणाली की सीमाओं और दोषों पर चर्चा शुरू कर दी। इस घटना पर कमेंट्री कर रहे पूर्व भारतीय कप्तान रवि शास्त्री और पूर्व आस्ट्रेलियाई कप्तान एडम गिलक्रिस्ट भी असमंजस में नजर आए।
इरफान पठान की प्रतिक्रिया और आस्ट्रेलियाई टीम पर कटाक्ष
इस घटना के बाद, भारतीय पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान ने सोशल मीडिया के माध्यम से आस्ट्रेलियाई टीम और खासकर कप्तान पैट कमिंस पर कटाक्ष किया। इरफान ने लिखा कि आस्ट्रेलिया का यह प्रयास तीसरे अंपायर के निर्णय के खिलाफ जाने जैसा था, जो कि क्रिकेट के नियमों के मुताबिक संभव नहीं है। पठान का यह कटाक्ष एक प्रकार से स्पष्ट संदेश था कि खेल के नियमों का सम्मान किया जाना चाहिए।
मेलबर्न टेस्ट का यह दिन भले ही विवादास्पद रहा हो, लेकिन वहीं यह खेल की जटिलताओं और खेल भावना के महत्व को भी दर्शाता है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या DRS प्रणाली में कुछ और सुधार की आवश्यकता है ताकि मैदान पर ऐसे विवादास्पद निर्णयों के लिए एक स्पष्ट उत्तर मिल सके।
मैच का परिणाम और व्यक्तिगत प्रदर्शन
इस निर्णय के बाद, भारतीय टीम 369 रनों पर सिमट गई और आस्ट्रेलिया को पहली पारी में 105 रनों की बढ़त मिली। भारतीय खिलाड़ी नितीश कुमार रेड्डी ने 114 रनों की पारी खेलकर अपने करियर का पहला टेस्ट शतक जड़ा, जबकि पैट कमिंस ने 89 रनों के बदले 3 महत्वपूर्ण विकेट लिए।
मेलबर्न टेस्ट के इस दिन ने क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक नये अनुभव और चर्चा का विषय प्रस्तुत किया। खेल के नियमों और समीक्षा प्रणाली पर विचार विमर्श की अत्यधिक जरूरत है जो कि ख खिलाड़ियों और दर्शकों के बीच इसे और अधिक समझदारी से प्रस्तुत कर सके।