भारत में हर पाँच साल में लोकसभा चुनाव होता है, लेकिन इस बार का माहौल कुछ अलग दिख रहा है। पार्टियों ने नई गठजोड़ों की घोषणा कर दी, उम्मीदवारों ने अपने वादे तेज़ी से पेश किए और सोशल मीडिया पर चर्चा गरम हो गई है। अगर आप भी जानना चाहते हैं कि कौन-कौन सी सीटें टाइट हैं या किस पार्टी का दांव सबसे बड़ा है, तो ये पेज आपके लिए तैयार किया गया है।
पिछले हफ़्ते को राष्ट्रीय चुनाव आयोग ने मतदान तिथि तय कर दी और कई राज्यों में पहले ही फाइनल लिस्ट जारी हो गई है। कुछ बड़े नेता अभी भी उम्मीदवार नहीं बने हैं, जिससे अनुमान लगाना मुश्किल हो रहा है कि उनका वोट बैंक कैसे बदल सकता है। साथ ही, प्रमुख समाचार एजेंसियों के अनुसार, युवा वॉटर्स की भागीदारी पिछले चुनावों से 10% अधिक होने की संभावना है। इस बढ़ते उत्साह का असर कई बार्डर क्षेत्रों में भी दिखेगा जहाँ पहले कम मतदान होता था।
हर पार्टी ने अपनी‑अपनी ताक़त वाले उम्मीदवार चुनने पर ज़ोर दिया है। कुछ नेता अपने स्थानीय विकास कार्यों को सामने रख रहे हैं, जबकि दूसरे राष्ट्रीय मुद्दों जैसे रोजगार और शिक्षा पर फोकस कर रहे हैं। खास बात यह है कि कई नए चेहरे पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं और उन्होंने सोशल मीडिया अभियान से बड़ी हड़ताल मचाई है। अगर आप वोट देने वाले हैं तो इन प्रोफ़ाइलों को देखना जरूरी है – कौन किस क्षेत्र में काम करता रहा, उनका पिछला रिकॉर्ड क्या है, और उनके वादे आपके हित के कितने करीब हैं।
अब बात करते हैं रणनीति की। पार्टियां अब केवल रैली नहीं, बल्कि डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर भी भारी खर्च कर रही हैं। व्हाट्सएप ग्रुप, यूट्यूब चैनल और इंस्टाग्राम लाइव से चुनावी संदेश पहुँचाते हैं। यह बदलाव ग्रामीण इलाकों में भी दिख रहा है जहाँ मोबाइल इंटरनेट का उपयोग बढ़ा है। इसलिए जब आप खबरें पढ़ेंगे तो देखें कि कौन-सी पार्टी डिजिटल अभियान को कितना महत्व दे रही है – यह अक्सर वोटर एंगेजमेंट की दिशा तय करता है।
अगर आप पहली बार मतदान कर रहे हैं, तो कुछ आसान टिप्स मददगार होंगी: पहले अपने मतदाता कार्ड की जाँच करें, नज़दीकी बूथ का पता रखें और मतदान समय पर पहुंचें। लंबी कतारों से बचने के लिए सुबह जल्दी जाना बेहतर रहता है। साथ ही, अगर आप किसी उम्मीदवार को चुनते हैं, तो उनके वादे को लिख लें – चुनाव के बाद उनका पालन देखना आसान होगा।
अंत में यह याद रखें कि लोकसभा चुनाव सिर्फ पार्टी की जीत नहीं, बल्कि लोकतंत्र का जश्न है। आपके वोट से नीतियों पर असर पड़ता है और भविष्य की दिशा तय होती है। इसलिए जानकारी जुटाएं, सोच-समझ कर चुनें और मतदान के दिन अपना अधिकार इस्तेमाल करें। इस टैग पेज पर आप लगातार अपडेट पा सकते हैं – चाहे वह चुनावी आँकड़े हों, उम्मीदवारों की प्रोफ़ाइल या वोटिंग प्रक्रिया से जुड़ी कोई भी जानकारी। आपका हर सवाल यहाँ का जवाब बन सकता है।
राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों से अपील की है कि वे पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के प्रति अपशब्दों का प्रयोग न करें। इस अपील के पीछे लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के किशोरी लाल शर्मा के हाथों ईरानी की हार के बाद सोशल मीडिया पर फैल रही टिप्पणियां और मीम्स हैं। गांधी ने कहा कि जीत और हार जीवन का हिस्सा हैं, और लोगों का अपमान करना कमजोरी का संकेत है। (आगे पढ़ें)
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे 4 जून को घोषित होने वाले हैं। चुनाव 19 अप्रैल से 1 जून तक सात चरणों में आयोजित हुए थे। सभी 543 सदस्यीय लोकसभा सीटों के परिणाम घोषित किए जाएंगे, सूरत और इंदौर की निर्विरोध सीटों को छोड़कर। बिज़नेस इंसाइडर इंडिया लाइव अपडेट प्रदान करेगा, जिसमें सीट काउंट और निर्वाचन क्षेत्र की जानकारी शामिल होगी। (आगे पढ़ें)