क्या आप रोज़ सुबह उठते‑उठते एक कप कॉफ़ी के बिना नहीं चल पाते? बहुत से लोग यही कहते हैं। लेकिन कॉफ़ी सिर्फ जगा देने वाला नहीं है, इसके कई किस्में और फायदे भी होते हैं। इस लेख में हम बात करेंगे कि कौन‑सी कॉफ़ी आपके लिए बेस्ट है, उसके स्वास्थ्य लाभ क्या हैं और घर पर बिना महंगे मशीन के कैसे बनायें स्वादिष्ट कप.
बाजार में बहुत सारी कॉफ़ी मिलती हैं, लेकिन सबसे लोकप्रिय तीन हैं – एरोबिका, रोस्टा और ब्लेंड। एरोबिका हल्की‑मध्यम बोड़ी की होती है, सुगंधित और कम कड़वी, इसलिए यह कई फ़िल्टर या ड्रिप ब्रूज़ में पसंद किया जाता है। रोस्टा का बीज छोटा और गहरा भुना होता है, जिससे तेज़ कड़वा स्वाद मिलता है; इसे अक्सर एस्प्रेसो शॉट्स में उपयोग किया जाता है। ब्लेंड दो या अधिक किस्मों को मिलाकर बनती है – इसका फायदा यह है कि आप दोनों के फ़ायदे एक साथ पा सकते हैं। अगर आपको हल्का और ताज़ा स्वाद चाहिए तो एरोबिका चुनें, और अगर ताक़तवर किक चाहिए तो रोस्टा की ओर देखें.
घर पर बेहतरीन कप बनाने के लिए कुछ बेसिक बातों को याद रखें। सबसे पहले पानी का तापमान 90‑96 °C होना चाहिए; बहुत गर्म पानी बीन्स की महक बिखेर देता है, जबकि ठंडा पानी सही एक्सट्रैक्शन नहीं दे पाता। दूसरा, ग्राइंड साइज पर ध्यान दें – फ़िल्टर कॉफ़ी के लिए मोटा पीस और एस्प्रेसो के लिए बहुत महीन. तीसरा, बीज को ठीक से स्टोर करें; एयर‑टाइट कंटेनर में ठंडी, सूखी जगह पर रखें ताकि ताज़गी बनी रहे। इन तीन बातों का पालन करके आप बिना प्रेशर मशीन के भी बेहतरीन फ्लेवर निकाल सकते हैं.
एक और छोटा ट्रिक है कि एक चुटकी नमक डालें। हाँ, थोड़ा सा नमक कड़वाहट को कम करता है और मिठास को उभारेगा. अगर आपको मीठा पसंद है तो दालचीनी या जायफल जैसी मसाले भी जोड़ सकते हैं – यह आपके पेय में नई सुगंध लाते हैं और स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होते हैं.
स्वास्थ्य की बात करें तो कॉफ़ी में एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर होते हैं जो शरीर को फ्री‑रैडिकल्स से बचाते हैं. रोज़ाना एक दो कप पीने से टाइप‑2 डायबिटीज, अल्जाइमर और पार्किन्सन जैसी बीमारियों का जोखिम कम हो सकता है। लेकिन ध्यान रहे कि बहुत ज्यादा कैफ़ीन नींद बिगाड़ सकती है या पेट में असहजता पैदा कर सकती है. इसलिए सुबह के समय 200 ml से अधिक न पीने की सलाह दी जाती है.
आखिरकार, कॉफ़ी का आनंद तभी है जब आप इसे सही तरीके से बनायें और अपने शरीर को समझें. एक कप कॉफ़ी सिर्फ पेय नहीं, बल्कि छोटे‑छोटे पलों में ऊर्जा का स्रोत है. ऊपर बताए गए टिप्स अपनाएँ और हर सुबह की पहली घूँट को खास बनाइए.
कॉफी के प्रेरणादायक गुणों के कारण यह दुनिया भर में लोकप्रिय हो चुकी है। भारत में भी इसकी लोकप्रियता समय के साथ बढ़ी है।この記事 कॉफी के इतिहास और कैसे यह भारत में लोकप्रिय हुआ इसमें विस्तृत विवरण देता है। इसकी शुरुआत इथियोपिया से हुई और विभिन्न घटनाओं के माध्यम से यह भारत के दक्षिणी राज्यों में अपना स्थान बना लिया। (आगे पढ़ें)