आपने शायद टीवी या सोशल मीडिया पर कई बार इलेक्ट्रिक कारों के बारे में सुना होगा। लेकिन असली सवाल यह है कि इन्हें खरीदते‑समय कौन‑सी बातें देखनी चाहिए और भारत में इनका भविष्य कैसे दिखता है? इस लेख में हम आसान भाषा में बात करेंगे, ताकि आप बिना उलझन के सही फैसला ले सकें.
पहला कारण पर्यावरण। पेट्रोल‑डिज़ल कारों से निकलने वाला धुआँ हवा को गंदा करता है, जबकि ईवी साफ़ ऊर्जा का इस्तेमाल करती हैं. दूसरा कारण खर्च में बचत. बिजली के दाम आम तौर पर पेट्रोल से सस्ते होते हैं और मोटर कम रख‑रखाव मांगती है – तेल बदलना या फिल्टर नहीं बदलना पड़ता.
सरकार भी इस दिशा में कदम बढ़ा रही है। फेम (FAME) योजना, राज्य‑स्तरीय रेज़िडेंट टैक्स छूट, और चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए सब्सिडी मिलती है. इसलिए कई लोग अब ईवी को अपना पहला विकल्प बना रहे हैं.
1. बैटरी रेंज – आप रोज़ कितनी दूरी तय करेंगे? अगर आपका दैनिक ट्रैफ़िक 150 किमी के भीतर है, तो 200‑250 किमी की रेंज वाली कार पर्याप्त होगी.
2. चार्जिंग विकल्प – घर पर लेवल‑2 चार्जर लगवाना आसान है, लेकिन लंबी यात्रा के लिए सार्वजनिक फास्ट‑चार्ज स्टेशन की उपलब्धता जाँचें. कई बड़े शॉपिंग मॉल और गैस स्टेशन अब 30‑40 मिनट में बैटरी को 80% तक भरते हैं.
3. सेवा केंद्र – ईवी के लिए विशेष सर्विस नेटवर्क होना जरूरी है। ब्रांड की आधिकारिक सेवा सुविधा कितनी नज़दीक है, इसे देख लें.
4. वॉरंटी और बैटरी लाइफ़ – अधिकांश निर्माता 8 साल या 1.6 लाख किलोमीटर की बैटरी वारंटी देते हैं। इससे आप दीर्घ‑कालिक खर्चों को कम कर सकते हैं.
बाजार में कई विकल्प मौजूद हैं – टाटा नेक्सन, महिंद्रा eVerito, हीरो इलेक्ट्रिक और नई आयातित मॉडल जैसे टेस्ला मॉडल 3. प्रत्येक की कीमत, रेंज और फीचर सेट अलग‑अलग है. आप अपनी बजट के हिसाब से तुलना कर सकते हैं.
ध्यान रखें: सस्ता होना हमेशा सबसे अच्छा नहीं होता. कभी‑कभी थोड़ा महँगा लेकिन बेहतर बैटरी और सर्विस नेटवर्क वाला मॉडल लंबी अवधि में फायदेमंद रहता है.
तो, अब जब आपके पास बेसिक जानकारी है, तो आप आसानी से इलेक्ट्रिक वाहन की ख़रीदारी कर सकते हैं। याद रखें कि सही चार्जिंग प्लान और नियमित रख‑रखाव आपको बेहतर mileage देगा. अगर आप अभी भी अनिश्चित हैं, तो किसी भरोसेमंद डीलर या विशेषज्ञ से सलाह लें – वे आपके सवालों का जवाब देंगे और आपकी जरूरत के हिसाब से मॉडल सुझाएंगे.
आगे आने वाले दिनों में दूरस्थ शिक्षा समाचार भारत पर ईवी की नई खबरें, तकनीकी अपडेट और सरकारी योजना की विस्तृत जानकारी मिलती रहेगी. पढ़ते रहें और स्मार्ट चुनाव करें!
ओला इलेक्ट्रिक ने अपने प्रारंभिक सार्वजनिक निष्कर्ष (IPO) से पहले एंकर निवेशकों से ₹2,763 करोड़ जुटाए हैं। IPO आज से खुल रहा है और इसका लक्ष्य ₹4,073 करोड़ जुटाना है। कंपनी ने IPO के लिए मूल्य बैंड ₹59-62 प्रति शेयर निर्धारित किया है। यह IPO ओला की उत्पाद पेशकश और निर्माण क्षमता को बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है। (आगे पढ़ें)
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड, जो भारत का पहला इलेक्ट्रिक वाहन स्टार्टअप है, जल्द ही अपना आईपीओ लॉन्च कर रही है। इस आईपीओ में 5,500 करोड़ रुपये के ताजे शेयर और 84,941,997 शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव शामिल है। इसमें शामिल प्रमुख खासियतों की जानकारी देने वाले इस लेख को पढ़ें। (आगे पढ़ें)