जब हम Google इतिहास, Google की स्थापना से लेकर आज तक की प्रमुख घटनाओं की समयरेखा. इसे अक्सर Google की कहानी कहा जाता है, तो यह इंटरनेट की बदलती दुनिया में कैसे फिट बैठता है? सरल शब्दों में, यह कहानी बताती है कि दो स्टैनफोर्ड छात्र कैसे एक सर्च एल्गोरिद्म से विश्व के सूचना कब्जे को बदल दिया।
इस यात्रा में Google, एक सर्च इंजन जो आज 90% से अधिक खोजों को संभालता है ने मुख्य भूमिका निभाई। Alphabet Inc., Google का मूल मातृ कंपनी, जो विभिन्न तकनीकी प्रोजेक्ट्स को गवर्न करता है ने बाद में इस ब्रांड को नई दिशा दी। इस तरह Google इतिहास खोज इंजन, डेटा सेंटर, और AI जैसी शाखाओं से जुड़ा है।
पहला चरण 1998 में हुआ, जब लैरी पेज और sergey ब्रिन ने Backrub को Google कहा और इसका PageRank एल्गोरिद्म शुरू किया। यह चरण इंटरनेट की सूचना पुनरावृत्ति को व्यवस्थित करने का पहला बड़ा कदम था। दूसरा चरण 2004 में आया, जब Google ने IPO किया और दुनिया को दिखाया कि सर्च इंजन भी सार्वजनिक बाजार में भरोसेमंद निवेश बन सकता है। तीसरा चरण 2015 में वह था, जब कंपनी ने खुद को Alphabet के अंतर्गत दो भागों में बाँटा और नई-नई प्रोडक्ट्स जैसे Waymo, Verily आदि को अलग-अलग इकाइयों में ढाला।
इन चरणों ने एकत्रित रूप से तीन प्रमुख संबंध स्थापित किए: (1) Google इतिहास ↔ खोज इंजन तकनीक का विकास, (2) Google इतिहास ↔ डेटा संग्रह और प्रोसेसिंग, (3) Google इतिहास ↔ क्लाउड एवं AI सेवाएँ। इन त्रिपडे संबंधों के कारण उपयोगकर्ता अब सिर्फ़ प्रश्न पूछते नहीं, बल्कि पूरी सॉफ़्टवेयर इकोसिस्टम के हिस्से बनते हैं।
जब हम बात करते हैं खोज इंजन, वे तकनीकें जो उपयोगकर्ता की क्वेरी को इंडेक्स से मिलाती हैं की, तो Google इतिहास में कई प्रयोग देखे जाते हैं – जैसे 2009 में “Knowledge Graph” का लॉन्च, जिसने साधारण लिंक लिस्ट को ज्ञान ग्राफ़ में बदला। इसी तरह 2016 में “RankBrain” आया, जो मशीन लर्निंग के ज़रिये सर्च परिणामों को बेहतर बनाता है। इन तकनीकों ने न सिर्फ़ सर्च की गति बढ़ाई, बल्कि परिणामों की प्रासंगिकता भी बढ़ाई।
एक और महत्वपूर्ण बिंदु है इंटरनेट, जगह-निर्धारित वैश्विक नेटवर्क जो डेटा का प्रवाह नियंत्रित करता है का विस्तार। जब 2000 के दशक की शुरुआत में ब्रॉडबैंड का उछाल आया, तो Google ने अपनी सर्वर क्षमताओं को क्लाउड में माइग्रेट करना शुरू किया। यह कदम डेटा सेंटर की लागत घटाने और गति बढ़ाने में मददगार साबित हुआ। आज Google Cloud Platform (GCP) एक प्रमुख क्लाउड सेवा बन गया है, जो AI, बिग डेटा, और IoT को सपोर्ट करता है।
इन सभी विकासों को देख कर एक बात स्पष्ट हो जाती है: Google इतिहास सिर्फ़ एक कंपनी की कहानी नहीं, बल्कि डिजिटल युग की प्रगति का प्रतिबिंब है. यदि आप यह समझना चाहते हैं कि भविष्य में सर्च कैसे बदल सकता है, तो AI‑ड्रिवन सर्च, वॉइस असिस्टेंट, और AR‑इंटीग्रेशन जैसे विषयों को देखना जरूरी है। यही कारण है कि इस पेज पर हम विभिन्न लेखों में इन क्षेत्रों की गहराई से चर्चा करेंगे।
आगे आप पाएँगे कई अपडेटेड समाचार, विश्लेषण, और उपयोगी टिप्स जो Google के विभिन्न पहलुओं – जैसे नई फीचर रिलीज़, नीति बदलाव, तथा प्रतिस्पर्धी दृष्टिकोण – को कवर करेंगे। चाहे आप छात्र हों, पेशेवर, या सिर्फ़ जिज्ञासु, यह चयनित सामग्री आपके ज्ञान को ताज़ा करने में मदद करेगी। तो चलिए, इस संग्रह में डुबकी लगाते हैं और Google इतिहास के विभिन्न पहलुओं को एक‑एक करके देखते हैं।
Google ने 27 सितंबर 2023 को अपना 25वां जन्मदिन मनाया, जो स्टैनफोर्ड के डॉर्म रूम से शुरू हुआ था। लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने ‘Backrub’ को ‘Google’ बना दिया, फिर एक गैरेज से शुरू होकर हर दिन 8.5 अरब खोजों का मंच बन गया। 2004 में IPO, Gmail, Android और YouTube जैसी सेवाओं ने कंपनी को नई ऊँचाइयों पर पहुंचाया। (आगे पढ़ें)