PM मोदी ने क्वाड शिखर सम्मेलन में वैश्विक संघर्षों के बीच क्षेत्रीय अखंडता पर दिया जोर

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PM मोदी ने क्वाड शिखर सम्मेलन में वैश्विक संघर्षों के बीच क्षेत्रीय अखंडता पर दिया जोर

PM मोदी ने क्वाड शिखर सम्मेलन में वैश्विक संघर्षों के बीच क्षेत्रीय अखंडता पर दिया जोर

  • सुशीला गोस्वामी
  • 22 सितंबर 2024
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क्वाड शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी की प्रमुख बयानबाजी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अमेरिका में आयोजित क्वाड शिखर सम्मेलन में क्षेत्रीय अखंडता की आवश्यकता पर जोर देते हुए एक महत्वपूर्ण भाषण दिया। इस सम्मेलन में भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के नेताओं ने भाग लिया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करना था, जिसमें वर्तमान समय में चल रहे संघर्ष और तनाव भी शामिल हैं।

मोदी ने अपने भाषण में स्पष्ट रूप से कहा कि आज जब पूरी दुनिया संघर्षों और तनावों से घिरी हुई है, ऐसे समय में क्षेत्रीय अखंडता बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह शिखर सम्मेलन ऐसे समय पर आयोजित किया गया है जब विश्व भू-राजनीतिक दृष्टिकोण से अनुभवी हो रहा है।

अंतर्राष्ट्रीय चुनौतियों का सामना करने की तैयारी

अंतर्राष्ट्रीय चुनौतियों का सामना करने की तैयारी

क्वाड शिखर सम्मेलन का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह था कि इसके माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय चुनौतियों का सामना करने की तैयारियों पर भी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में यह स्पष्ट किया कि क्वाड का उद्देश्य किसी भी देश के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सिद्धांतों को समर्थन देने के लिए गठित किया गया है। यह भारत के इस दृष्टिकोण को पुनः पुष्टि करता है कि किसी भी देश की क्षेत्रीय संप्रभुता का सम्मान किया जाना चाहिए।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ मोदी की बैठक भी इस शिखर सम्मेलन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थी। यह बैठक खास तौर पर प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर भाइचारे और समझ के महत्व को रेखांकित करती है। इसमें यूक्रेन की स्थिति और वैश्विक शांति और सुरक्षा पर इसके प्रभाव पर भी चर्चा की गई।

भारत और अमेरिका के बीच संबन्धों में नई ऊर्जा

भारत और अमेरिका के बीच संबन्धों में नई ऊर्जा

इस शिखर सम्मेलन का एक और प्रमुख उद्देश्य भारत और अमेरिका के बीच संबन्धों को मजबूत करना था। पीएम मोदी ने अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में भी भाग लिया, जो कि भारत की वैश्विक राजनयिक स्थिती को और विस्तारित करने का एक प्रयास था।

क्वाड शिखर सम्मेलन और उससे जुड़े भागीदारी कार्यक्रमों के माध्यम से प्रधान मंत्री मोदी ने यह स्पष्ट किया कि भारत ऐसे सभी वैश्विक मंचों में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध है जिनका उद्देश्य शांतिपूर्ण और स्थिर विश्व की स्थापना करना है।

वैश्विक शांति के लिए भारत की प्रतिबद्धता

भारत की विदेश नीति का व्यवस्थापन मुख्य रूप से क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सिद्धांतों पर आधारित रहा है। पीएम मोदी की क्वाड शिखर सम्मेलन में विशेष बयानबाजी इस दृष्टिकोण को और प्रबल करती है।

क्वाड Summit का महत्व इस बात में निहित है कि यह विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर सहमति बनाने और उनके समाधान खोजने का प्रयास करता है। क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सिद्धांतों को विशेष महत्व देने के साथ-साथ सैन्य और आर्थिक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया गया।

इन सबके बीच, पीएम मोदी का संबोधन स्पष्ट करता है कि भारत की प्राथमिकता वैश्विक शांति, स्थिरता और विकास के लिए प्रतिबद्ध रहना है। वैश्विक मंच पर भारत की मजबूत और स्पष्ट उपस्थिति इसे हर दृष्टिकोण से विश्वसनीयता प्रदान करती है।

क्वाड Summit में पर्मुख विषयों पर बातचीत

क्वाड Summit में पर्मुख विषयों पर बातचीत

क्वाड Summit में विभिन्न विषयों पर बातचीत की गयी, जिसमें सबसे प्रमुख सुरक्षा और आर्थिक मुद्दे थे। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने पहले ही यह संकेत दिया था कि यह बैठक विशेष रूप से युद्ध और पीएम मोदी की यूक्रेन यात्रा पर आधारित रहेगी।

इस बैठक का महत्व इस बात से भी स्पष्ट होता है कि यह वैश्विक भू-राजनीतिक परिदृश्यों के अहम मुद्दों पर सहमति बनाने का एक प्रयास था। मोदी ने इस बैठक में भाग लेते हुए यह सुनिश्चित किया कि भारत का दृष्टिकोण स्पष्ट रूप से वैश्विक शांति और स्थिरता को स्थापित करने में भूमिका निभाना है।

प्रधानमंत्री की यात्रा का महत्व

प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्होंने इस दौरान संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में भाग लिया जो वैश्विक मंच पर भारत की कूटनीतिक स्थिति को और प्रबल करने का एक कदम था।

पीएम मोदी का संबोधन और उनकी कवायदें यह सिद्ध करती हैं कि भारत ऐसे सभी मंचों पर सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध है, जो शांति और स्थिरता को बढ़ावा देते हैं।

समाहरण में, क्वाड शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी की भागीदारी और उनके योगदान ने भारत की वैश्विक राजनयिक दृष्टिकोण को और मजबूत किया है। क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सिद्धांतों को विशेष महत्व देने के साथ ही उन्होंने वैश्विक शांति और सुरक्षा को प्राथमिकता दी। पीएम मोदी का यह प्रयास दिखाता है कि भारत ना सिर्फ अपने क्षेत्र के लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए शांति और स्थिरता के प्रयास में जुटा हुआ है।

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सुशीला गोस्वामी

सुशीला गोस्वामी

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मैं एक न्यूज विशेषज्ञ हूँ और मैं दैनिक समाचार भारत के बारे में लिखना पसंद करती हूँ। मेरे लेखन में सत्यता और ताजगी को प्रमुखता मिलती है। जनता को महत्वपूर्ण जानकारी देने का मेरा प्रयास रहता है।

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