नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने 25 जुलाई, 2024 को NEET UG 2024 का संशोधित स्कोरकार्ड जारी किया है। यह कदम सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद उठाया गया है। परीक्षा में फिजिक्स के एक प्रश्न के अस्पष्ट होने के कारण यह संशोधन करना पड़ा। पहले घोषित नतीजों के अनुसार, 4 जून को 67 विद्यार्थियों ने शीर्ष रैंक प्राप्त की थी। लेकिन अब, सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया कि विवादित प्रश्न के एक ही सही विकल्प को स्वीकार किया जाए, जिससे लगभग 4.2 लाख विद्यार्थियों के स्कोर प्रभावित हुए हैं।
पहले जो 67 छात्र शीर्ष रैंक पर थे, अब उनकी संख्या घटकर लगभग 17 तक रह जाने की संभावना है। यह परिणाम उन 44 उम्मीदवारों को भी प्रभावित करेगा जिन्होंने 720 का पूर्ण अंक प्राप्त किया था। IIT-दिल्ली की विशेषज्ञ समिति की सिफारिश के आधार पर नया स्कोरकार्ड जारी किया गया है। उम्मीदवार अपने संशोधित स्कोरकार्ड NTA की आधिकारिक वेबसाइट exams.nta.ac.in/NEET पर जाकर देख सकते हैं।
विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण निर्देश
विद्यार्थियों को अपने परिणाम देखने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर लॉग इन करना होगा। उन्हें यूजर आईडी और पासवर्ड का उपयोग करके लॉगइन करना होगा। वेबसाइट पर परिणाम की जानकारी सेक्शन में जाकर रिजल्ट लिंक पर क्लिक करना होगा। अपने अपडेटेड स्कोर की जानकारी प्राप्त करने के लिए उसकी एक प्रति डाउनलोड कर सकते हैं।
परीक्षा परिणाम में बदलावों के प्रभाव
ये संशोधित परिणाम मेडिकल क्षेत्र में दाखिले की प्रक्रिया को प्रभावित करेंगे। संशोधित मेरिट लिस्ट के आधार पर अब विद्यार्थी NEET-UG काउंसलिंग प्रक्रिया में शामिल होंगे। मेडिकल काउंसलिंग समिति (MCC) जल्द ही NEET-UG काउंसलिंग के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करेगी। इस काउंसलिंग प्रक्रिया के माध्यम से MBBS और BDS कार्यक्रमों में दाखिले के लिए चयन किया जाएगा। संशोधित परिणामों के साथ, यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि दाखिला प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी रहे।
इस फैसले से प्रभावित विद्यार्थियों और उनके माता-पिता ने NTA के पारदर्शी तरीके की सराहना की है। संशोधन के इस प्रयास से यह स्पष्ट हो गया है कि परीक्षा की विश्वसनीयता और सत्यनिष्ठा बनाए रखना NTA की प्राथमिकता है।
आगे की प्रक्रिया
अब, उम्मीदवारों को इस संशोधित परिणाम के आधार पर अपनी आगे की शिक्षा की योजना बनानी होगी। NTA के इन प्रयासों से यह सुनिश्चित हुआ है कि सभी विद्यार्थियों को समान अवसर मिले।
निष्कर्ष
NEET UG 2024 संशोधित स्कोरकार्ड ने विद्यार्थियों और परीक्षार्थियों को एक नया मौका दिया है। न्यायिक प्रणाली और NTA की इस पहल से शिक्षा प्रणाली में विश्वास और बढ़ा है। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी तैयारी जारी रखें और आने वाले काउंसलिंग सत्र की तैयारी में जुट जाएं। शिक्षा के क्षेत्र में इस तरह की निष्पक्षता और पारदर्शिता के प्रयासों से ही विद्यार्थियों का भविष्य उज्ज्वल हो सकता है।
ये संशोधित स्कोरकार्ड अच्छा है, लेकिन अगर प्रश्न अस्पष्ट था तो शुरू से ही उसे रद्द कर देना चाहिए था। अब 4.2 लाख छात्रों का स्कोर बदल गया, लेकिन उनकी तैयारी का समय वापस नहीं आएगा।
अरे भाई, NTA ने तो बस अपनी गलती को ढकने के लिए ये सब किया है। पहले जो 67 लोग टॉप पर थे, अब वो बेकार हो गए। ये तो बस राजनीति है, नहीं तो ऐसा क्यों किया? 😒
इस फैसले को देखकर मुझे लगता है कि शिक्षा की न्यायपालिका अब धीरे-धीरे सही दिशा में बढ़ रही है। एक प्रश्न के लिए लाखों बच्चों का भविष्य बर्बाद हो जाना गलत था। ये संशोधन एक छोटा सा कदम है, लेकिन ये कदम बहुत महत्वपूर्ण है। हमें इस तरह के निर्णयों को सराहना चाहिए, न कि उन पर निंदा करनी चाहिए। शिक्षा एक मानवीय प्रक्रिया है, और इसमें निष्पक्षता सबसे बड़ी जरूरत है।
बस इतना ही? 😅 अब तो मैं तो बस बैठा हूँ और सोच रहा हूँ कि मेरा स्कोर क्या हुआ? नीचे देखूँगा। अगर बदल गया तो शुक्रिया, अगर नहीं तो फिर चलेगा। 🤷♂️
अच्छा हुआ।
यह निर्णय एक न्यायिक निर्देश के अधीन लिया गया है, जिसका उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में निष्पक्षता के सिद्धांतों की रक्षा करना है। इस प्रक्रिया में विवादित प्रश्न के संशोधन का अर्थ है कि विद्यार्थियों के अधिकारों का सम्मान किया जा रहा है।
मैंने अपना स्कोरकार्ड डाउनलोड किया है और देखा कि मेरा फिजिक्स स्कोर 10 अंक बढ़ गया है और मेरी रैंक 2500 बढ़ गई है। ये बहुत बड़ा अंतर है। अब मैं AIIMS दिल्ली के लिए भी उम्मीद रख सकता हूँ। लेकिन जिन लोगों का स्कोर कम हुआ है, उनके लिए बहुत दुख है। इस तरह की गलतियाँ होनी चाहिए नहीं।
लोग कह रहे हैं कि ये सब बस ट्रेंड है लेकिन मैं तो सोच रही हूँ कि अगर हम एक बार भी इस बात पर विश्वास कर लें कि शिक्षा में निष्पक्षता सबसे जरूरी है तो ये संशोधन एक बहुत बड़ी जीत है। अब तो हमें आगे बढ़ना है, न कि पीछे मुड़कर देखना। ये नहीं कि हम सब जिंदगी भर बस इसी बात पर बात करते रहेंगे। 🌱
ये सब क्या है? क्या ये NTA और सुप्रीम कोर्ट के बीच कोई साजिश है? क्या ये स्कोर बदलना एक तरह का डेटा मैनिपुलेशन है? मैंने देखा कि कुछ लोगों के स्कोर बढ़े, कुछ कम हुए... ये तो बहुत संदिग्ध है... ये सब एक बड़ी चाल है... 🕵️♀️🔍
क्या तुम लोग इतने गंभीर हो गए? ये तो बस एक परीक्षा है। अगर तुम्हारा स्कोर बढ़ गया तो खुश हो जाओ, अगर घट गया तो अगली बार तैयारी कर लेना। जीवन तो चलता रहेगा।
ये तो बहुत अच्छा हुआ। पहले जो लोग टॉप पर थे, वो बस भाग्यशाली थे। अब जो सच में तैयार हैं, वो ऊपर आएंगे। बस इतना ही।
मैंने देखा कि मेरा स्कोर 715 हो गया है। पहले 720 था। लेकिन मुझे लगता है कि ये फैसला सही है। अगर कोई प्रश्न गलत था तो उसका असर सब पर पड़ा। अब तो मैं तैयार हूँ। काउंसलिंग के लिए फाइलें तैयार हैं। 💪