मद्रास हाईकोर्ट ने ईशा फाउंडेशन में महिलाओं की कथित 'कैद' पर सुनवाई के दौरान साधगुरु जग्गी वासुदेव से सवाल किया कि जब उनकी बेटी शादीशुदा और बस चुकी है, तो वे दूसरों की बेटियों को सन्यास लेने के लिए क्यों प्रेरित करते हैं। अदालत ने राज्य से फाउंडेशन पर दर्ज मामलों की जानकारी भी मांगी है। (आगे पढ़ें)