अगर आप क्रिकेट के शौकीन हैं तो रणजि ट्रॉफी आपके लिए रोज़ की खबर बन जाएगी। ये टूर्नामेंट देश भर में खेले जाने वाले सबसे बड़े घरेलू प्रतियोगिता है और कई बड़े अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को यहाँ से निकला देखा गया है। हर सीज़न नई टीम, नई रणनीति और नए सितारे लेकर आता है, इसलिए अपडेट रहना जरूरी है।
रणजि ट्रॉफी में कुल 38 राज्य एवं सेवा टीमें भाग लेती हैं। इन्हें समूहों में बाँटा जाता है और हर टीम अपने समूह के सभी प्रतिद्वंदियों के खिलाफ दो‑इन्ग्स मैच खेलती है – एक घर पर, एक बाहर। अंक तालिका के आधार पर टॉप दो टीमें प्ले‑ऑफ़ में पहुंचती हैं, फिर सेमी‑फाइनल और फाइनल तक का सफ़र तय करती हैं। इस फॉर्मेट की वजह से हर मैच में जीत‑हार का असर बहुत स्पष्ट रहता है, इसलिए टीमें अक्सर रणनीति बदलती हैं।
पिछले हफ़्ते हुए कुछ रोमांचक मुकाबलों को देखिए:
इन मैचों ने दिखाया कि रणजि ट्रॉफी सिर्फ अंक जिंकने का नहीं, बल्कि खिलाड़ियों को विभिन्न परिस्थितियों में खुद को साबित करने का मंच है। कई बार छोटे‑छोटे क्षण ही बड़े स्टार्स बनाते हैं – जैसे नवाज़ की आखिरी ओवर में दो विकेट और सलमान अली के तेज़ी से बनाए शॉट्स।
अगर आप अपने पसंदीदा खिलाड़ी के प्रदर्शन पर नज़र रखना चाहते हैं, तो हर मैच का स्कोरकार्ड देखना फायदेमंद रहेगा। कई बार टीम चयन या रणनीति बदलने की जरूरत पड़ती है और यही कारण है कि फ़ैंस अक्सर टॉप 11 में बदलाव सुझाते रहते हैं।
रणजि ट्रॉफी के बारे में कुछ आसान टिप्स:
अंत में यह कहना चाहिए कि रणजि ट्रॉफी का हर सीज़न नई कहानी लेकर आता है। चाहे आप एक सच्चे क्रिकेट प्रेमी हों या सिर्फ़ मज़े के लिए देखते हों, इस मंच पर कुछ न कुछ नया हमेशा मिलता रहता है। तो अगली बार जब भी स्कोर अपडेट देखें, तो इन बातों को याद रखें और खेल का आनंद लें।
ऋद्धिमान साहा, भारतीय क्रिकेट के अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज, ने फरवरी 2025 में क्रिकेट के सभी रूपों से संन्यास की घोषणा की। उन्होंने अपने करियर का अंतिम रणजी ट्रॉफी मैच बंगाल के लिए पंजाब के खिलाफ खेला। साहा ने अपने 28 वर्षों के अंतरराष्ट्रीय करियर में 49 मैच खेले। उन्होंने अपने अनुभवों और अपनी टीम के साथियों के समर्थन की सराहना की। उनका संन्यास भारतीय क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखा जा रहा है। (आगे पढ़ें)