स्पिन की जंग: सिलहट टेस्ट में पहला दिन जिम्बाब्वे का, दूसरा बांग्लादेश के नाम
सिलहट इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में जैसे ही बांग्लादेश और जिम्बाब्वे की टेस्ट सीरीज शुरू हुई, मैच का पहला दिन हर किसी को हैरान कर गया। बांग्लादेश घरेलू मैदान पर था, सभी को उम्मीद थी कि कुछ खास करने जा रहा है, लेकिन जिम्बाब्वे की गेंदबाजी ने पूरा पासा ही पलट दिया। बांग्लादेश बनाम जिम्बाब्वे के मुकाबले की शुरुआत में बांग्लादेश की पूरी टीम सिर्फ 191 रन बनाकर पवेलियन लौट गई।
जिम्बाब्वे के लिए ब्लेसिंग मुजाराबानी ने कमाल किया। उन्होंने सिर्फ 31 रन देकर तीन अहम विकेट लेकर बांग्लादेश की बैटिंग की कमर तोड़ दी। बांग्लादेश की पारी में सिर्फ मोमिनुल हक ने टिककर बल्लेबाजी की और 66 रन बनाए, वरना बाकी खिलाड़ी तेज और सटीक बॉलिंग के सामने टिक ही नहीं पाए।
- मैच तारीख: 20-24 अप्रैल 2025
- स्थान: सिलहट इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम
- बांग्लादेश पहली पारी: 191 रन
- जिम्बाब्वे पहली पारी में बढ़त: 25 रन से ज्यादा नहीं मिल पाई
दूसरे दिन की कहानी बिल्कुल पलटना तय थी। बांग्लादेश के कप्तान और कोच का भरोसा अपनी स्पिन-पिच और अपने अनुभवी स्पिनरों पर था। मेहदी हसन मिराज ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह घरेलू हालात में क्यों इतने खतरनाक हैं। उनकी घूमती गेंदों ने जिम्बाब्वे के बल्लेबाजों को सांस लेने का भी मौका नहीं दिया। मिराज ने 78 रन पर 5 विकेट झटक लिए, जिससे जिम्बाब्वे अपने 25 रन की छोटी सी बढ़त तक ही सिमट गया।

मैदान, मौसम और मानसिकता: कौन भारी किस पर?
सिलहट का मैदान शुरू में बल्लेबाजों के लिए आसान था, लेकिन जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा, बल्लेबाजों के लिए रन निकालना मुश्किल होने लगा। पिच ने स्पिनरों को पूरा साथ दिया, बॉल बार-बार घूमती रही। यही वजह रही कि मेहदी हसन मिराज के सामने जिम्बाब्वे की पारी अधर में लटक गई।
मौसम ने भी हल्की फुल्की खेल में बाधा डाली, क्योंकि पूरे पांच दिन बादल और बारिश का अनुमान है। अगर बारिश ने तगड़ी एंट्री मारी, तो हो सकता है मुकाबला रोमांचक मोड़ पर फंसे।
अगर इन परिस्थितियों को देखें तो बांग्लादेश को घरेलू मैदान, स्पिन-पिच और अपने खिलाड़ियों का पूरा साथ मिल रहा है। बांग्लादेश ने कुछ ही दिन पहले वेस्टइंडीज को टेस्ट में मात दी थी, इससे उनका कॉन्फिडेंस और हौसला बढ़ा हुआ है।
दूसरी तरफ, जिम्बाब्वे को टेस्ट फॉर्मेट में बड़ी मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं। आयरलैंड और अफगानिस्तान जैसे देशों के खिलाफ भी उनको पिछली सीरीज में हार झेलनी पड़ी थी। इनका सबसे बड़ा संकट बल्लेबाजी-लाइनअप का है, जो टर्न लेती पिच पर और भी ज्यादा मुश्किल में दिखती है।
- ब्लेसिंग मुजाराबानी – जिम्बाब्वे की ओर से बॉलिंग में सबसे कारगर साबित हुए
- मोमिनुल हक – बांग्लादेश की पहली पारी के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज
- मेहदी हसन मिराज – दूसरी पारी में बांग्लादेश की बॉलिंग की जान
अगर बारिश ने रुकावट नहीं डाली तो यहां से मुकाबले का रुख बांग्लादेश के पक्ष में पलटता दिख रहा है। जिम्बाब्वे के लिए अब सबसे बड़ी चुनौती होगी अपनी कमजोरियों को भुलाकर बांग्लादेश के इन घरेलू हालात को मात देना, जो फिलहाल आसान नहीं लग रहा।