अगर आप झारखंड के राजनीति में रुचि रखते हैं तो यह टैग पेज आपके लिए है। यहाँ हम सबसे ताज़ा खबरों, उम्मीदवार प्रोफ़ाइल और मतदान टिप्स को सरल भाषा में देते हैं। कोई जटिल शब्द नहीं, बस वही जो आपको चुनाव समझने में मदद करे।
2025 के विधानसभा चुनाव में विकास, जलस्रोत प्रबंधन और नौकरी की समस्या मुख्य एजेंडा बन चुके हैं। भाजपा ने कई अनुभवी नेताओं को फिर से टिकट दिया, जबकि कांग्रेस ने युवा चेहरों पर भरोसा जताया है। कुछ महत्वपूर्ण सीटों में स्वतंत्र उम्मीदवार भी तेज़ी से समर्थन जमा कर रहे हैं।
उदाहरण के लिए रांची‑सुरुजपुर में पार्टी की लड़ाई बहुत तीव्र दिख रही है – भाजपा का स्थानीय विधायक और कांग्रेस का युवा अभियंता दोनों ही ग्रामीण विकास को मुख्य वादा बना रहे हैं। इसी तरह दार्जिलिंग में पर्यावरण संरक्षण पर बहस चल रही है, जहाँ कई छोटे दलों ने गठबंधन किया है।
वोट देने की प्रक्रिया पहले से ही ऑनलाइन एपीआईसी (Voter Verifiable Paper Audit Trail) के जरिए आसान हो गई है। अपने नामांकन पत्र में दी गई सैंप्लिंग टाइम पर नज़र रखें, फिर निकटतम मतदान केंद्र पर जाएँ। यदि आप पहली बार वोट डाल रहे हैं तो फोटो‑आधारित पहचान का उपयोग करना पड़ेगा – यह प्रक्रिया बहुत तेज़ और सुरक्षित है।
परिणाम देखने के लिए इस टैग पेज को बुकमार्क करें। हम हर घंटे अपडेटेड परिणाम तालिका, प्रतिशत परिवर्तन और सीट‑बाय‑सीट विश्लेषण अपलोड करेंगे। इससे आप नहीं सिर्फ जीतने वाले उम्मीदवार देख पाएँगे बल्कि यह भी समझ सकेंगे कि कौन से मुद्दे ने मतदाता के फैसले को प्रभावित किया।
अगर चुनाव प्रक्रिया में कोई दिक्कत आती है तो स्थानीय निर्वाचन अधिकारी से संपर्क करें या हेल्पलाइन 1800‑110‑123 पर कॉल करें। अधिकांश समस्याओं का समाधान तुरंत हो जाता है, इसलिए देर न करें।
अंत में एक बात याद रखें – आपका वोट सिर्फ आपके लिए नहीं, पूरे राज्य के भविष्य को आकार देता है। सही जानकारी और समय पर कार्रवाई से आप इस चुनाव को meaningful बना सकते हैं। इस पेज की नई पोस्ट पढ़ते रहें, ताकि हर अपडेट हाथ‑से‑हाथ मिले।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन ने आगामी विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया है। उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) से नाता तोड़ते हुए भाजपा में शामिल होने का निर्णय लिया है। सोरेन के इस कदम का उनके समर्थकों ने भी समर्थन किया। उन्होंने राज्य सरकार की वर्तमान कार्यशैली और नीतियों से असंतोष व्यक्त किया। (आगे पढ़ें)