दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ (DUSU) का चुनाव हर दो साल में होता है। 2025 का चुनाव खास इसलिए है क्योंकि कई नई नीतियों पर चर्चा होगी और कई युवा नेता उभर कर सामने आएंगे। अगर आप छात्र हैं या DUSU के बारे में जानना चाहते हैं, तो ये लेख आपके लिए है। हम बतायेंगे कौन से मुख्य मुद्दे हैं, कौन-कौन से उम्मीदवार हैं और वोट कैसे डालते हैं।
इस बार के चुनाव में सबसे बड़ा सवाल कैंपस में इंटर्नशिप, शैक्षणिक सुधार और छात्रवृत्ति स्कीम है। छात्र चाहते हैं कि फूड कोऑर्डिनेटर की क्वालिटी बढ़े, लाइब्रेरी में नवीनतम किताबें हों और प्लेसमेंट सेल को अधिक प्रभावी बनाया जाए। साथ ही, डिजिटल लैब्स और ऑनलाइन लर्निंग के लिए नया फंड भी माँगा जा रहा है। इन मुद्दों पर उम्मीदवार अपने योजनाओं को स्पष्ट रूप से पेश कर रहे हैं, इसलिए वोट डालने से पहले घोषणापत्र ध्यान से पढ़ें।
2025 के लिए कुल 12 समूहों ने अपनी टीमें दर्ज करवाई हैं। सबसे लोकप्रिय तीन हैं:
हर समूह ने अपनी टीम में विभिन्न कोर्सों के प्रतिनिधियों को शामिल किया है, ताकि सभी विभागों की आवाज़ें सुनी जा सके। आपके वोट का असर इस बात पर पड़ता है कि कौन से मुद्दे सबसे पहले लागू होंगे।
DUSU का वोटिंग ऑनलाइन और ऑफ़लाइन दोनों तरीके से होता है। 1 जुलाई से 7 जुलाई तक इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग सिस्टम (EVS) खुला रहेगा। आप अपनी यूनिवर्सिटी आईडी और पासवर्ड से लॉगिन करके अपनी पसंदीदा टीम को चुन सकते हैं। अगर इंटरनेट की समस्या है, तो कैंपस के हॉल में सेट अप किये गए मतदान बूथ भी खुले रहेंगे।
वोट डालने से पहले कुछ चीज़ें ध्यान में रखें:
सबसे पहला कदम है जानकारी इकट्ठा करना। प्रत्येक समूह की मीटिंग में जाएँ, सोशल मीडिया पर उनके पोस्ट देखें और छात्रों से संवाद करें। दो-तीन भरोसेमंद स्रोतों से तुलना करके ही निर्णय लें। दूसरे, अपने कँपस में मौजूदा समस्याओं को नोट करें – चाहे वह लाइब्रेरी का पुराना सिस्टम हो या किचन में सफ़ाई की कमी। फिर देखें कि कौन‑से उम्मीदवार इन समस्याओं को सॉल्व करने का ठोस प्लान दे रहे हैं। अंत में, समय पर वोट डालें; देर होने पर आपके विचार पहुँच ही नहीं पाते।
याद रखें, DUSU Election 2025 सिर्फ एक चुनाव नहीं, बल्कि आपके कैंपस जीवन को बेहतर बनाने का मौका है। आपका एक वोट कई छात्रों के भविष्य को प्रभावित कर सकता है। तो तैयार हो जाइए, घोषणापत्र पढ़िए और सही फैसला कीजिए। आपके वोट से ही बदलाव की बुनियाद रखी जाएगी।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (DUSU) चुनाव 2025 में एबीवीपी ने राष्ट्रपति, सचिव और संयुक्त सचिव पद जीतकर बढ़त बना ली, जबकि एनएसयूआई को केवल उपाध्यक्ष पद मिला। कुल मतदान लगभग 40% रहा। आर्यन मान ने 16,196 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। यह नतीजे 2024 के उलट हैं जब एनएसयूआई ने राष्ट्रपति पद जीता था। (आगे पढ़ें)