क्रिकेट का दिल‑धड़कन अक्सर बैट्समैन या गेंदबाजों से जुड़ी होती है, पर असली बदलाव लाने वाले होते हैं वीकटकेपर्स। 2025 की शुरुआत में भारत ने कई नई चुनौतियों का सामना किया और विकेटकीपर की भूमिका भी बदली। तो चलिए देखते हैं कौन‑कौन इस पोस्ट में चमक रहा है और फ़ैंटेसी में उन्हें कैसे इस्तेमाल करें।
रिशभ पाँट – टेस्ट वीकटकेपिंग का नया चेहरा, पिछले कुछ सीरीज में 15‑स्टॉप और तेज़ रिफ़्लेक्स दिखा रहा है। उसकी बैक‑हैंड स्ट्राइक रेट भी बढ़ी है, इसलिए फ़ैंटेसी में उसे कॅच + स्टम्प‑आउट पॉइंट दोनों मिलते हैं।
केएल राहुल – कभी‑कभी विकेटकीपर का काम संभालते हुए मध्यक्रम में स्थिरता देते हैं। हालिया ODI में 45 रन और 2 कॅच, यानी बैलेंस्ड स्कोर बनाता है जो कैप्टेन के लिए फायदेमंद रहता है।
व्रिद्दिमन साहा – इंग्लैंड‑ऑस्ट्रेलिया टूर में ग्राउंड‑ड्रेसिंग और तेज़ डाइव्स से कई बार मैच बचाया। उसकी बँड‑अप रिफ़्लेक्स वर्ल्ड क्लास है, इसलिए स्पिन वाले पिचों पर उसे ज़रूर फेवर दिया जाता है।
इन तीनों में से अगर आप फ़ैंटेसी लीग में बजट सीमित रख रहे हैं तो सबसे सस्ता विकल्प केएल राहुल है, क्योंकि वह अक्सर बॉलिंग/बेटिंग दोनों रोल लेता है और कॅच का पॉइंट भी देता है। लेकिन यदि पिच तेज़ बाउंस वाली हो तो रिशभ या व्रिद्दिमन को प्राथमिकता दें।
पहला नियम – पिच का प्रोफाइल देखें. तेज़, बाउंस वाली पिच पर हाई‑स्पीड कॅच की संभावना बढ़ती है; स्पिन‑फ्रेंडली पिच पर स्टम्प‑आउट और रन‑आउट के मौके ज्यादा होते हैं। दूसरे, फ़ॉर्म चेक करें. पिछले 5 मैचों में उनका औसत वीकटकेपिंग पॉइंट (कॅच + रन‑आउट) देखिए। अगर लगातार दो मैचों में 2+ कॅच हो रहा है तो वह फ़ैंटेसी में ज़रूर लीडर बनता है।
तीसरा, कैप्टन के साथ कम्बिनेशन देखें. अक्सर कप्तान वही वीकटकेपर चुनते हैं जिसके साथ उनका समझौता अच्छा हो – जैसे भारत ने अलीबाबा में पाँट को तेज़ बॉलिंग वाले क्वार्टर‑फ़ाइनल में रखा था। इसी कारण से फ़ैंटेसी टीम बनाते समय आप भी इस बात का ध्यान रखें कि आपका कप्तान और विकेटकीपर एक ही टास्क ग्रुप में हों।
अंत में, बजट मैनेजमेंट भूलें नहीं। वीकटकेपर अक्सर हाई‑प्राइस होते हैं क्योंकि उनकी पॉइंट रेटिंग ज्यादा होती है। अगर आपका बजट सीमित है तो उन खिलाड़ियों की तुलना में कम कीमत वाले बैक‑अप को चुन सकते हैं, जैसे उन्नत घरेलू लीग के युवा वीकटकेपर जो कभी‑कभी चमकते हैं और बड़े पॉइंट देते हैं।
संक्षेप में, 2025 में भारतीय विकेटकीपर की रैंकिंग तेज़ी से बदल रही है। आपका फ़ैंटेसी जीतना इस बात पर निर्भर करेगा कि आप पिच, फॉर्म और बजट को सही ढंग से पढ़ते हैं या नहीं। अब जब आपके पास ये टिप्स हैं, तो अगली मैच ड्रा में अपना दिमाग़ चलाइए और सही खिलाड़ी चुनिए – जीत आपके ही कदमों में होगी।
ऋद्धिमान साहा, भारतीय क्रिकेट के अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज, ने फरवरी 2025 में क्रिकेट के सभी रूपों से संन्यास की घोषणा की। उन्होंने अपने करियर का अंतिम रणजी ट्रॉफी मैच बंगाल के लिए पंजाब के खिलाफ खेला। साहा ने अपने 28 वर्षों के अंतरराष्ट्रीय करियर में 49 मैच खेले। उन्होंने अपने अनुभवों और अपनी टीम के साथियों के समर्थन की सराहना की। उनका संन्यास भारतीय क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखा जा रहा है। (आगे पढ़ें)