आपने अक्सर टीवी या अख़बार में अमित शाह के बारे में सुना होगा. वो सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि पार्टी की रणनीति, चुनावी जीत और कई बड़े फैसलों के पीछे का दिमाग हैं। इस लेख में हम उनके करियर, हालिया कदम और जनता पर पड़ रहे असर को सरल शब्दों में समझेंगे.
अमित शाह ने राजनीति में कदम रखे जब वो बहुत युवा थे. उन्होंने गुजरात में आर्यावर्त पार्टी (अब बीजेपी) के साथ काम शुरू किया और जल्दी ही मोदियों के भरोसे का नाम बना लिया. 2001 में उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर कमर कसी, फिर 2014 के बड़े चुनाव में मोदी की टीम को रणनीति दी और जीत दिलाई. उनका सबसे बड़ा हथियार है‑‑ स्पष्ट लक्ष्य तय करना और उसे पाने के लिए जमीन‑जमीनी काम करवाना.
पिछले साल अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी कई पहलें शुरू कीं. उन्होंने साइबर‑क्राइम को काबू में रखने के लिए नया अधिनियम पारित कराया, जिससे ऑनलाइन धोखाधड़ी पर तेज़ कार्रवाई संभव हुई. साथ ही, उनका नाम अक्सर बजट और कर सुधार में आता है; 2023 में उन्होंने छोटे व्यापारियों के लिए GST छूट की घोषणा की, जिससे कई स्टार्ट‑अप को राहत मिली.
चुनावी मैदान में भी अमित शाह सक्रिय रहे. 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने प्रदेश‑स्तर पर नई रणनीति अपनाई – सोशल मीडिया का सही उपयोग और स्थानीय मुद्दों पर तेज़ प्रतिक्रिया। इसका असर स्पष्ट था, क्योंकि कई कठिन क्षेत्रों में बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की.
सामाजिक मामलों में उनका रुख अक्सर ‘कड़ी सख्ती’ के साथ देखा जाता है. उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने के लिए नया वॉइस‑कमांड हेल्पलाइन लॉन्च किया, जिससे आपातकालीन मदद एक क्लिक में मिलती है. इस पहल को कई NGOs ने सराहा और जनता की भरोसेमंदता भी बढ़ी.
किसी भी बड़े नेता की तरह अमित शाह पर आलोचना भी होती है. कुछ लोग कहते हैं कि उनकी नीति कभी‑कभी बहुत कठोर हो जाती है, खासकर धर्म‑आधारित मुद्दों में। लेकिन वही लोगों को लगता है कि उनका दृढ़ रुख देश के लिए जरूरी है. इस विवाद ने मीडिया में बहस छेड़ दी, पर जनता का ध्यान हमेशा उनके कार्यों की प्रभावशीलता पर रहता है.
अगर आप राजनीति से जुड़ी खबरें नियमित पढ़ते हैं तो अमित शाह के बयान और निर्णय आपके फ़ीड में अक्सर दिखेंगे. उनका हर कदम सोशल मीडिया ट्रेंड बन जाता है – चाहे वह नई कर नीति हो या सुरक्षा का नया पैकेज. इस कारण से उनके बारे में जानकारी रखना, खासकर चुनाव के समय, काफी मददगार साबित होता है.
संक्षेप में कहें तो अमित शाह भारतीय राजनीति की वो ताक़त हैं जो निचले स्तर से लेकर ऊपरी दफ़्तर तक हर जगह असर डालती हैं. उनका काम सिर्फ पार्टी को जीताना नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा, आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता को भी आगे बढ़ाना है. अगर आप अगले चुनाव में या नीति बदलाव में रुचि रखते हैं तो अमित शाह के कदमों पर नज़र रखना फायदेमंद रहेगा.
भारतीय गृह मंत्री अमित शाह पर कनाडा में खालिस्तानी आतंकियों को निशाना बनाने के आरोपों को भारतीय अधिकारियों ने बेबुनियाद बताया है। इन आरोपों से भारत-कनाडा के बीच कूटनीतिक तनाव बढ़ गया है। कनाडाई अधिकारी इन दावों का समर्थन करते हैं, जबकि भारतीय सरकार इसे सिरे से खारिज करती है, उसका कहना है कि अभी तक ऐसा कोई प्रमाण नहीं है जो अमित शाह के खालिस्तानी आतंकियों के निशाने बनाने के साथ संबंध को साबित करता हो। (आगे पढ़ें)