शेयर बाजार में उछाल और कंपनी जगत में हलचल: 26 जनवरी 2025 की ताजा खबरें

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शेयर बाजार में उछाल और कंपनी जगत में हलचल: 26 जनवरी 2025 की ताजा खबरें

शेयर बाजार में उछाल और कंपनी जगत में हलचल: 26 जनवरी 2025 की ताजा खबरें

  • सुशीला गोस्वामी
  • 26 जनवरी 2025
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भारतीय शेयर बाजार ने 26 जनवरी 2025 को महत्वपूर्ण उछाल देखा, जिसमें सेंसेक्स 550 अंक बढ़कर 77,150 पर बंद हुआ, और निफ्टी 50 सूचकांक में 1% से अधिक की वृद्धि हुई। इस सुधार ने निवेशकों को नई उम्मीदें दी हैं, जो कि तेजी से बढ़ते वित्तीय स्टॉक्स के तहत देखी जा रही है। इस उछाल के पीछे कई कारक प्रभावी रहे, जिसमें प्रमुखता से वैश्विक बाजार की सकारात्मक संकेतों ने भूमिका निभाई। इसके साथ ही, आगामी 1 फरवरी को प्रस्तुत होने वाले अंतरिम बजट से बाजार में और उम्मीद बढ़ी है।

वित्तीय क्षेत्र के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखी गई, जिससे निवेशकों की भावनाओं को बल मिला। प्रमुख बैंकों और वित्तीय संस्थानों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई, जो हो सकता है कि इस बाजार में बदलाव की दिशा को प्रभावित कर रहे हों। यह बढ़त वैश्विक आर्थिक संकेतकों में सुधार और घरेलू सुधार के कारण भी हो सकता है, जो कि दीर्घकालिक प्रभाव डाल सकते हैं। विशेष रूप से, वित्तीय स्टॉक्स का मजबूती के साथ प्रदर्शन करना बाजार की स्थिरता को दर्शाता है।

इस बीच, कंपनी समाचार में भी कई महत्वपूर्ण घटनाओं का उल्लेख हुआ। पेटीएम ने अपने तीसरी तिमाही के लिए घाटे में कमी की सूचना दी है, जो कि अब 208 करोड़ रुपये का है। इस अवधि में कंपनी के राजस्व में 36% की गिरावट दर्ज की गई, लेकिन लागत प्रबंधन के प्रयासों के कारण घाटा कम होता दिखाई दिया। यह संकेत देता है कि कंपनी अपने वित्तीय प्रदर्शन को सुधारने के लिए ठोस कदम उठा रही है।

अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं में, नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने गो फर्स्ट एयरवेज के लिए परिसमापन को मंजूरी दे दी है। यह कंपनी एक लंबे समय से आर्थिक संकट का सामना कर रही थी और अब इसे परिसमापन प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा। इस निर्णय का असर गो फर्स्ट एयरवेज के कर्मचारियों और संबंधित हितधारकों पर पड़ेगा, जिससे कंपनी के भविष्य को लेकर अनिश्चितता बढ़ी है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भी अपनी तीसरी तिमाही रिपोर्ट पेश की, जिसमें उन्होंने अपने O2C सेगमेंट में लागत नियंत्रण पर ध्यान केंद्रित किया है। कंपनी ने संकेत दिया कि वे अपने मूल्यनिर्धारण रणनीतियों को संतुलित करने का प्रयास कर रहे हैं, जो कि लघु और दीर्घकालिक लाभ को बढ़ावा दे सकता है।

अंतरराष्ट्रीय क्षितिज पर, डोनाल्ड ट्रम्प के पुनः राष्ट्रपति बनने की खबर ने कई क्षेत्रों में हलचल मचाई है, जिसमें शेयर बाजार और H1-B वीज़ा नीति शामिल हैं। यह देखने लायक होगा कि उनके फैसले अमेरिका और अन्य देशों के रिश्तों पर क्या प्रभाव डालेंगे।

रियल एस्टेट क्षेत्र में भी विशेष रूप से लक्ज़री हाउसिंग में जबरदस्त उछाल देखा गया है। 2024 में 5 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के फ्लैटों की बिक्री में 80% की बढ़ोतरी हुई। दिल्ली-एनसीआर में तो हाउसिंग प्राइस में 30% की वृद्धि देखी गई। इस वृद्धि का असर स्थानीय और विदेशी दोनों निवेशकों पर पड़ेगा।

साथ ही, वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है कि वैश्विक अरबपतियों की संपत्ति तीन गुना तेजी से बढ़ी है। Oxfam की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में यह वृद्धि दर कई विकासशील देशों की अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकती है।

अहम व्यक्ति और घटनाएँ

तमल बंद्योपाध्याय ने साइबर धोखाधड़ी के बदलते रूप और भारत में आने वाली चुनौतियों पर विचार साझा किए। उनकी राय के अनुसार, साइबरस्पेस में हो रहे तेज बदलावों ने भारत को नए सुरक्षा खतरों के लिए तैयार किया है। यह आवश्यक है कि साइबर सुरक्षा नीतियों का निरंतर अद्यतन किया जाए और घरेलू उद्योगों को इसके लिए सशक्त किया जाए।

महाकुंभ 2025 की तैयारियों के तहत, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मोबाइल खाद्य जाँच प्रयोगशालाएँ तैनात की हैं। यह कदम सुनिश्चित करेगा कि पर्व के दौरान खाद्य की गुणवत्ता तय मानकों पर खरी उतरे।

अंत में, डोनाल्ड ट्रम्प की उद्घाटन समारोह 2025 के अवसर पर, वैश्विक और घरेलू अर्थनीतियों पर प्रभाव पड़ने का अनुमान है, जो कि व्यापार नीतियों और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को बदल सकता है।

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सुशीला गोस्वामी

सुशीला गोस्वामी

लेखक

मैं एक न्यूज विशेषज्ञ हूँ और मैं दैनिक समाचार भारत के बारे में लिखना पसंद करती हूँ। मेरे लेखन में सत्यता और ताजगी को प्रमुखता मिलती है। जनता को महत्वपूर्ण जानकारी देने का मेरा प्रयास रहता है।

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