जब हम ऑनलाइन शॉपिंग या मोबाइल पेमेंट करते हैं, तो पीछे छुपा तकनीकी इंफ़्रास्ट्रक्चर वही आईटि सेवा है। आजकल हर कंपनी को क्लाउड, डेटा एनालिटिक्स और साइबर सुरक्षा की जरूरत पड़ती है, इसलिए इस टैग पर हमने सबसे ज़रूरी जानकारी इकट्ठी की है।
पिछले दो साल में क्लाउड अपनाने वाले भारतीय व्यवसायों की संख्या 30 % से भी अधिक बढ़ी है। छोटे स्टार्टअप्स अब बड़े डेटा सेंटर खर्चे नहीं उठाते, बल्कि AWS या Azure जैसे प्लेटफ़ॉर्म पर अपने ऐप चलाते हैं। इससे लागत कम होती है और स्केलेबिलिटी आसान हो जाती है। अगर आप अभी तक क्लाउड में शिफ्ट नहीं हुए तो एक बार मुफ्त ट्रायल ले कर देखिए, अक्सर पहले महीने का बिल 0 रुपया ही रहता है।
हर रोज़ नई‑नई हैकिंग तकनीक सामने आती है, इसलिए साइबर सेक्योरिटी को नजरअंदाज़ करना जोखिम भरा है। छोटे व्यवसायों के लिए भी फ़ायरवॉल, एंटीवायरस और दो‑स्तरीय ऑथेंटिकेशन अब बेसिक माना जाता है। कई भारतीय आईटि कंपनियां अब सस्ती पैकेज में 24 घंटे मॉनिटरिंग दे रही हैं – इसको अपनाना आपका सबसे सुरक्षित कदम होगा।
आईटि सेवाओं की कीमतें भी अब पारदर्शी हो गई हैं। पहले बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए लाखों का बजट चाहिए था, लेकिन आज छोटे पैकेज में आप वेबसाइट डिज़ाइन से लेकर मोबाइल ऐप तक सब कुछ करवा सकते हैं। अक्सर कंपनियां “प्री‑पेड” मॉडल अपनाती हैं जिससे आपको आगे चलकर कोई आश्चर्य नहीं होता।
डिजिटल ट्रांसफ़ॉर्मेशन की बात करें तो यह सिर्फ बड़े कार्पोरेशन का काम नहीं रहा। स्कूल, अस्पताल और ग्रामीण दुकानों में भी अब क्लाउड‑आधारित सॉल्यूशन लागू हो रहे हैं। इससे डेटा एंट्री तेज़ होती है, कागज़ी काम कम होता है और ग्राहक अनुभव बेहतर बनता है।
अगर आप फ्रीलांसर या छोटा उद्यमी हैं तो सही आईटि पार्टनर चुनना बेहद महत्वपूर्ण है। पोर्टफ़ोलियो देखें, क्लाइंट रिव्यू पढ़ें और पूछें कि उनका सपोर्ट टाईम क्या है। एक भरोसेमंद साथी मिलने से आपके प्रोजेक्ट की सफलता दर बढ़ती है।
भविष्य में आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) को जोड़ना आसान हो जाएगा। कई प्लेटफ़ॉर्म पहले ही AI‑असिस्टेड एनालिटिक्स दे रहे हैं, जिससे आप ग्राहक व्यवहार का अनुमान लगा सकते हैं। यह आपके मार्केटिंग बजट को भी बचाएगा।
संक्षेप में, आईटि सेवाएँ अब हर उद्योग की रीढ़ बन गई हैं। चाहे क्लाउड, साइबर सुरक्षा या AI हो, सही तकनीक चुनकर आप अपने काम को तेज़ और सुरक्षित बना सकते हैं। हमारे टैग पेज पर नियमित अपडेट मिलते रहते हैं – पढ़ते रहिए और डिजिटल दुनिया में आगे बढ़िए।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने Q1 FY25 के परिणाम जारी किए, जिनमें राजस्व और शुद्ध लाभ में अनुमानित आंकड़ों से अधिक वृद्धि देखी गई। कंपनी का राजस्व ₹62,613 करोड़ दर्ज हुआ, जो साल-दर-साल 5.4% बढ़ोतरी और तिमाही 2.2% वृद्धि है। शुद्ध लाभ 8.7% सालाना बढ़कर ₹12,040 करोड़ हुआ। (आगे पढ़ें)