उच्च जोखिम: क्या है असर और कैसे बचें?

आप अक्सर सुनते हैं ‘उच्च जोखिम’ शब्द, लेकिन इसका मतलब समझ पाते हैं? यहाँ हम रोज़मर्रा की बातों को देखेंगे—ब्याज दर बदलना, तेज़ मौसम या खेल में अचानक बदलाव। हर चीज़ में थोड़ा‑बहुत रिस्क रहता है, और अगर आप जानेंगे तो बचाव आसान हो जाएगा।

वित्तीय जोखिम: पैसा कैसे सुरक्षित रखें?

सरकार ने बताया कि 2000 रुपये से कम की UPI लेन‑देण पर GST नहीं लगेगा. ये एक छोटा कदम है, लेकिन छोटे ट्रेडर अक्सर इस बात को भूल जाते हैं। जब आप डिजिटल पेमेंट करते हैं तो हमेशा रसीद रखिए और MDR (मर्चेंट डिस्काउंट रेट) का ध्यान रखें—कभी‑कभी वही शुल्क पर GST लगता है.

शेयर मार्केट में भी जोखिम हाई रहता है. 26 जनवरी 2025 को BSE सेंसेक्स ने 77,150 तक पहुँचाया, लेकिन ये उछाल स्थायी नहीं होता। अगर आप निवेश कर रहे हैं तो दो‑तीन चीज़ें याद रखें: पोर्टफ़ोलियो डाइवर्सिफाई करें, अचानक गिरावट पर पैनिक न करें और स्टॉक की बुनियादी जानकारी हमेशा चेक करें.

उच्च जोखिम वाले निवेश—जैसे छोटे‑बड़े क्रिप्टो या हाई‑डिविडेंड शेयर—में सिर्फ तभी पैसा लगाएँ जब आप पूरी रिसर्च कर चुके हों. एक छोटा हिस्सा ही रखें, बाकी बचत सुरक्षित जगह पर रखें।

प्राकृतिक और खेल जोखिम: तैयार रहें

इंडियन मौन्सून डिपार्टमेंट ने 24 मई को दिल्ली‑NCR में रेड अलर्ट जारी किया. तेज़ आँधियां और 50 km/h तक की हवा आ सकती है। अगर आप बाहर जाने वाले हैं तो मौसम के अपडेट पर नजर रखें, जरूरी सामान साथ रखें और यात्रा योजना में बदलाव कर लें.

स्पोर्ट्स में भी जोखिम बहुत दिखता है—जैसे AFG vs PAK मैच में पिच रिपोर्ट से तय हुआ परिणाम या Wimbledon 2025 का फाइनल. अचानक पिच बदलने या खिलाड़ी की चोट के कारण खेल का परिणाम पूरी तरह उलट सकता है। दर्शक और बुकमेकर दोनों को इन बातों को समझना चाहिए, ताकि वे सही प्रेडिक्शन कर सकें.

खेल देख रहे हों तो सुरक्षा नियमों का पालन करें—स्टेडियम में भीड़भाड़ या अचानक मौसम बदलने पर जल्दी बाहर निकलें। अगर आप फैंटेसी लीग खेलते हैं तो खिलाड़ी की फ़ॉर्म और पिच के हिसाब से टीम बनाएं, सिर्फ नामों से नहीं.

समाप्त करने से पहले एक बात याद रखें: जोखिम को पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता, लेकिन समझदारी से कम जरूर किया जा सकता है। चाहे वो वित्तीय लेन‑देण हो या मौसम का अलर्ट, छोटे‑छोटे कदम आपके बचाव की ताकत बनते हैं.

अब जब आप ‘उच्च जोखिम’ के बारे में जानते हैं, तो हर खबर को एक नजर से देखिए और सही फैसले लें। यही तरीका है आगे बढ़ने का, बिना अनचाहे नुकसान के।

केरल में निपाह वायरस से 14 वर्षीय किशोर की मृत्यु, 60 उच्च जोखिम मामलों की पहचान

के द्वारा प्रकाशित किया गया Ratna Muslimah पर 21 जुल॰ 2024

केरल में निपाह वायरस के कारण एक 14 वर्षीय किशोर की मृत्यु हो गई है। राज्य में 60 उच्च जोखिम मामले पहचाने गए हैं। संक्रमित किशोर को कोझिकोड के सरकारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने संपर्क ट्रेसिंग शुरू करने की बात कही है। उच्च जोखिम संपर्कों को अलग-थलग कर उनके नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं। (आगे पढ़ें)