आप रोज़मर्रा के काम में डिजिटल लेन‑देन, शेयर की कीमत और ऑनलाइन शॉपिंग देखते हैं। वही बात यहाँ एक जगह इकट्ठा कर रहे हैं, ताकि आपको पता चले कि कौन‑सी खबरें आपके व्यापार या खर्च को सीधे असर करेंगी।
सरकार ने 2000 रुपये से कम UPI लेन‑देन पर GST हटाने का ऐलान किया है। इसका मतलब है कि छोटे‑छोटे रक़म वाले ट्रांसफ़र अब बिना टैक्स के हो सकेंगे, जिससे फ्री‑लैंसर्स और स्टार्ट‑अप्स को बहुत राहत मिलेगी। ध्यान रखें, यह छूट सिर्फ UPI पर लागू होती है, कार्ड या नेटबैंकिंग पर अलग नियम रह सकते हैं।
अगर आप ऑनलाइन बेचते हैं तो अपने इनवॉइस में GST के सेक्शन को हटा देना चाहिए जब लेन‑देन 2000 रुपये से कम हो। इससे ग्राहक का भरोसा भी बढ़ेगा और रिटर्न की प्रक्रिया आसान होगी।
बाजार में आजकल दो प्रमुख ट्रेंड दिख रहे हैं: टेक कंपनियों के शेयरों पर लगातार बाय‑आउट, और एंकर स्टॉक्स (जैसे बैंकिंग) में छोटी‑छोटी गिरावट। अगर आप लघु निवेशक हैं तो बड़े‑पैमाने की ट्रेड्स से बचें; छोटे‑स्टॉक में रोज़मर्रा की खबरों का असर ज़्यादा रहता है।
एक आसान तरीका अपनाएँ: हर सुबह 10 मिनट के लिए प्रमुख इंडेक्स (NIFTY, SENSEX) और आपके पसंदीदा पाँच शेयर देखें। अगर दो दिनों से लगातार नीचे जा रहा हो तो एक छोटा रिवर्सल बिंदु देख सकते हैं।
भुगतान प्रणाली में बदलाव का असर अक्सर स्टॉक्स पर भी पड़ता है। UPI पर GST हटाने की खबर ने पेमेंट गेटवे कंपनियों के शेयर को थोड़ा बढ़ाया, इसलिए इस सेक्टर को फॉलो करना फायदे वाला हो सकता है।
ई‑कमर्स साइट्स पर अब 'डिलीवरी समय' को स्पष्ट रूप से लिखना अनिवार्य किया गया है। अगर आप छोटे विक्रेता हैं तो अपने प्रोडक्ट पेज में अनुमानित डिलीवरी दिन जोड़ें, इससे रिटर्न कम होगा और ग्राहक संतुष्ट रहेगा।
साथ ही, डेटा सुरक्षा पर नया दिशा‑निर्देश आया है – किसी भी ग्राहक की व्यक्तिगत जानकारी को बिना एन्क्रिप्शन के संग्रह नहीं किया जा सकता। फ्री टूल जैसे SSL सर्टिफिकेट या क्लाउड फ़ायरवॉल का इस्तेमाल करके आप आसानी से compliance पूरा कर सकते हैं।
एक और बात, यदि आपका व्यवसाय 5000 रुपये से कम की ऑर्डर वॉल्यूम रखता है तो अब 'फ़्री शिपिंग' पर कोई अतिरिक्त टैक्स नहीं लगाया जाएगा। यह छोटे विक्रेताओं के लिए बड़ा प्रोत्साहन है; बस अपने शर्तों में साफ़‑साफ़ लिखें कि शिपिंग कब तक फ्री रहेगी।
1. हर दिन 5 मिनट रखें – डिजिटल पेमेंट, GST और स्टॉक की मुख्य खबर पढ़ने के लिए।
2. अपने इनवॉइस को स्वचालित बनाएं – UPI‑GST छूट वाले लेन‑देन में टैक्स फ़ील्ड बंद कर दें।
3. छोटे‑स्टॉक्स का ट्रैक रखें, लेकिन बड़े जोखिम से बचें।
इन आसान कदमों से आप त्वरित वाणिज्य की हर नई खबर को अपने काम में बदल सकते हैं, चाहे वह ऑनलाइन बिक्री हो या निवेश। अब देर मत करो – आज ही इन अपडेट्स को अपनाएं और अपने वित्तीय फैसलों को तेज़ बनायें।
DMart के शेयर में 9% की गिरावट आई है क्योंकि तेजी से बढ़ती त्वरित वाणिज्य कंपनी के व्यापार मॉडल पर प्रभाव डाल रही है। भले ही दूसरी तिमाही के मुनाफे में वार्षिक आधार पर 8% की वृद्धि देखी गई, लेकिन वित्त वर्ष की इस तिमाही में मुनाफा पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में घटा। DMart अपने लाभ को बढ़ाने के लिए अगले वित्तीय वर्ष में 45 नए स्टोर खोलने की योजना बना रही है ताकि त्वरित वाणिज्य के प्रभाव से मुकाबला किया जा सके। (आगे पढ़ें)