अभी‑अभी कई सरकारों ने टैरिफ में बदलाव की घोषणा की है। आप रोज़ाना मोबाइल रिचार्ज, इंटरनेट पैकेज या UPI पेमेंट करते हैं तो इन नई दरों का सीधा असर पड़ेगा। इस लेख में हम समझेंगे कौन से सेक्टर पर टैक्स बढ़ेगा, क्यों बढ़ा और आप कैसे तैयार हो सकते हैं।
वित्त मंत्रालय ने हाल ही में 2000 रुपये से कम के UPI लेन‑देन पर GST हटाने की घोषणा की है। इसका मतलब है कि छोटे‑छोटे भुगतान अब अतिरिक्त टैक्स नहीं देंगे, लेकिन बड़ी ट्रांज़ैक्शन पर अभी भी MDR (Merchant Discount Rate) लागू रहेगा। इसी तरह कई राज्य सरकारें बिजली और पानी के टैरिफ में 5‑10% तक वृद्धि कर रही हैं क्योंकि लागत बढ़ी है।
टैक्स नीति का मुख्य मकसद राजस्व बढ़ाना और डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहित करना बताया गया है। लेकिन अक्सर लोग इस बदलाव से चौंक जाते हैं क्योंकि बिलों में अचानक बढ़ोतरी दिखती है। अगर आप अपनी घर की बजट प्लानिंग कर रहे हैं तो इन नई दरों को ध्यान में रखें।
पहला कदम – अपने खर्चे का ट्रैक रखें। मोबाइल ऐप या एक्सेल शीट से हर बिल रिकॉर्ड करें, जिससे पता चलेगा कि कौन‑सी सेवा पर सबसे ज्यादा टैक्स जुड़ा है। दूसरा, जहाँ तक संभव हो, कम‑दाम वाले प्लान चुनें या प्रीपेड पैकेज में स्विच करें; कई ऑपरेटर नई टैरिफ के साथ ऑफ़र दे रहे हैं।
तीसरा, UPI पेमेंट पर छोटे लेन‑देन को समूहित करके एक ही ट्रांज़ैक्शन बनाएं। इससे 2000 रुपये से कम की सीमा में रह कर GST नहीं देना पड़ेगा और MDR भी घटेगा। चौथा, यदि आप व्यवसाय चलाते हैं तो टैक्स कंसल्टेंट से सलाह लें; कई बार छोटे‑छोटे कटौतियों को सही ढंग से क्लेम करके बचत बढ़ाई जा सकती है।
आखिर में, टैरिफ बढ़ोत्तरी के बारे में अपडेट रहना जरूरी है। हमारे टैग पेज पर आप सभी नवीनतम समाचार—जैसे कि GST हटाने का फैसला या नई बिजली दरें—एक जगह पा सकते हैं। इस तरह आप अचानक आने वाले बिल शॉक से बच पाएंगे और अपने खर्चे को बेहतर ढंग से मैनेज कर सकेंगे।
रिलायंस जियो, जो भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी है, ने अपने सभी मोबाइल टैरिफ प्लान्स की कीमतों में 12.5% से 25% तक की बढ़ोतरी की है। ये नई दरें 3 जुलाई 2024 से लागू होंगी। कंपनी ने लगभग दो वर्षों में पहली बार टैरिफ बढ़ोतरी की है। दरों में इस बदलाव का असर लाखों जियो उपयोगकर्ताओं पर पड़ेगा। (आगे पढ़ें)