जब आप साउथ इंडिया की शादियों की बात सुनते हैं तो दिमाग में रंग‑बिरंगे कपड़े, मसालेदार व्यंजन और ढेर सारे गीत आते हैं। लेकिन असल में इन शादियों में कुछ ऐसी चीज़ें होती हैं जो बाकी भारतीय शादी से अलग करती हैं। अगर आप पहली बार साउथ इंडियन शादी देख रहे हैं या खुद का प्लान बना रहे हैं तो नीचे दिया गया गाइड मददगार रहेगा।
सबसे पहले बात करते हैं रीति‑रिवाज़ों की। साउथ इंडिया में ‘कुंडन’ (गले में पेस्ट) बहुत ज़्यादा देखा जाता है, खासकर तमिलनाडू और केरल में। शादी से एक दिन पहले दुल्हन अपने परिवार के साथ कुंडन करवाती है; यह सौभाग्य लाने वाला माना जाता है।
दूसरी महत्त्वपूर्ण रस्म ‘मंगली’ या ‘मैरेज रिंग स ceremony’ होती है, जहाँ दोनों हाथों में सोने की अंगूठी पहनी जाती है। कर्नाटक और आंध्रप्रदेश में इसे ‘पुजा’ कहा जाता है और इसमें भगवान शिव के बॉल (शिवलिंग) को घेरकर दूल्हा‑दुल्हन का नाम लिखवाया जाता है, जिससे जीवन भर सुख‑समृद्धि की कामना होती है।
साउथ में ‘செய்தி (सेयादी)’ या ‘அமலா (अमला)’ जैसे गीत गाए जाते हैं जहाँ दुल्हा‑दुल्हन के रिश्ते को फूलों और पत्तियों से सजाया जाता है। ये छोटे‑छोटे रिवाज़ शादी की माहौल को हल्का और खुशहाल बनाते हैं।
भोजन में साउथ इंडियन शादी का अपना ही स्टाइल है। ‘दोस’, ‘इडली’, ‘सांभर’, ‘रसम’ जैसे डिशेज़ अक्सर मुख्य मेन्यू में होते हैं, लेकिन खास बात यह है कि इनके साथ ‘पूलॉवो (खजूर के शरबत)’, ‘बिर्यानी’ और ‘कुचुम्बर’ जैसी चीजें भी मिलती हैं। यदि आप वेगन या शाकाहारी हो तो हलवा, पायसम और नारियल की मिठाइयाँ आसानी से उपलब्ध होती हैं।
पोशाक के मामले में दुल्हन अक्सर ‘सैरी (सरि)’, ‘लेहंगा’ या ‘कुर्ता‑जूती’ नहीं बल्कि ‘सल्वार कुर्ता’ और पल्लव (केरल की पारम्परिक लंगोट) पहनती है। दूल्हे के कपड़े में कश्मीरी शॉल, धोतिया या साड़ी शैली का ‘ड्रेस’ लोकप्रिय हैं। दोनों पक्षों की पोशाक में तेज़ रंग और सोने‑चांदी के गहनों का प्रयोग बहुत सामान्य है; इससे फोटो में चमक भी बढ़ती है।
अगर आप शादी को थोड़ा मॉडर्न बनाना चाहते हैं तो बॉटनिक या आउटडोर वेन्यू चुन सकते हैं, जहाँ लाइटिंग और सजावट साउथ की परम्पराओं के साथ मिलकर एक नया लुक देती है। लेकिन याद रखें—ज्यादा फैंसी डेकोरेशन से रीति‑रिवाज़ में दखल नहीं देना चाहिए।
सारांश में, साउथ इन्डियन शादी सिर्फ़ एक समारोह नहीं, बल्कि संस्कृति का जश्न है। यहाँ के रस्में, खाने‑पीने और पोशाक सब मिलकर एक यादगार अनुभव बनाते हैं। अगर आप इस प्रकार की शादी प्लान कर रहे हैं तो पहले स्थानीय कंसल्टेंट से बात करें, ताकि सभी परम्पराओं को सही तरीके से शामिल किया जा सके। फिर चाहे दुल्हन का सैरी हो या दूल्हे का धोतिया—हर चीज़ आपके रिश्ते को और भी मजबूत बनाती है।
अदिति राव हैदरी और सिद्धार्थ ने साउथ इंडियन परंपराओं के अनुसार विवाह किया। इस खूबसूरत समारोह में उनके परिवार और करीबी दोस्त शामिल हुए। शादी की तस्वीरें इन्स्टाग्राम पर साझा की गईं जो तेजी से वायरल हो गईं। समारोह में साउथ इंडियन रीति-रिवाजों और पारंपरिक परिधानों की झलक देखने को मिली। यह क्षण अदिति और सिद्धार्थ के व्यक्तिगत जीवन का महत्वपूर्ण घटक है। (आगे पढ़ें)