आपके पास कुछ मिनट हैं? चलिए, आज हम काँग्रेस से जुड़ी सबसे ज़रूरी खबरें एक ही जगह पढ़ते हैं। चाहे वह दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ हो या वित्तीय नीति में बदलाव की बात, सब कुछ यहाँ समझेंगे। आप सोच रहे होंगे—काँग्रेस अब किस दिशा में जा रहा है? चलिए, विस्तार से देखते हैं.
दिल्ली के नए रेलवे स्टेशन पर ट्रेन देरी और भीड़भाड़ की वजह से 18 लोग मारे गए। इस हादसे के बाद काँग्रेस ने रेल मंत्री को इस्तीफा देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा उपायों में गंभीर लापरवाही हुई है और तुरंत जवाबदेह बनना चाहिए। यह मांग सिर्फ आवाज़ नहीं, बल्कि जनता की सुरक्षा को लेकर एक ज़ोरदार संदेश भी है।
वहीं, सरकार द्वारा 2000 रुपये से कम के UPI लेन‑देन पर GST न लगाने का फैसला आया। कांग्रेस ने इस कदम को ‘डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने’ की बात मानते हुए सराहा, लेकिन साथ ही कहा कि आगे भी पारदर्शिता और छोटे व्यापारियों की सुरक्षा जरूरी है। यह स्पष्ट करता है कि आर्थिक नीति में छोटे‑छोटे बदलाव पर भी काँग्रेस बारीकी से नज़र रखता है।
अगले साल के राज्यसभा और लोकसभा चुनाव निकट आ रहे हैं, तो सवाल यही बचता है—काँग्रेस का प्रदर्शन कैसा रहेगा? कई विश्लेषकों ने कहा कि अगर पार्टी अपने पिछले शहरी क्षेत्रों में खोए हुए वोटों को वापस लाएगी, तो परिणाम बेहतर हो सकते हैं। खासकर दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे शहरों में युवा वर्ग का समर्थन जीतना अहम होगा।
काँग्रेस के भीतर कई नई आवाज़ें उभरी हैं—जैसे युवा नेता जो सोशल मीडिया पर सीधे लोगों से जुड़ते हैं। उन्होंने कहा कि पारंपरिक राजनीति की सीमाओं को तोड़कर, जनता की रोजमर्रा की समस्याओं जैसे पानी, बिजली और स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान देना चाहिए। अगर ये योजना सफल रहती है, तो मतदाता भरोसा फिर से जीतना आसान होगा।
साथ ही, कांग्रेस ने कुछ प्रमुख मुद्दों को फिर से उठाया—जैसे किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी और शिक्षा में निवेश बढ़ाना। ये बातें ग्रामीण इलाकों में अभी भी बहुत असरदार हैं और वोटर बेस को स्थिर करने में मदद कर सकती हैं।
तो, आपके आसपास क्या चल रहा है? अगर आप किसी स्थानीय स्तर पर कांग्रेस के कार्यक्रम या मीटिंग देख रहे हों तो उसके प्रभाव को समझना जरूरी है। अक्सर छोटे‑छोटे कदम बड़े बदलाव की नींव बनते हैं—जैसे एक गांव में नई स्कूल निर्माण योजना का समर्थन करना।
अंत में, अगर आप राजनीति में रुचि रखते हैं और चाहते हैं कि हर खबर आपके पास तुरंत पहुंचे, तो हमारे टैग पेज पर रोज़ाना अपडेट चेक करते रहें। यहाँ आपको काँग्रेस की सभी प्रमुख ख़बरें—छोटी से छोटी घटना से लेकर बड़े राष्ट्रीय मुद्दे तक—एक जगह मिलेंगे। पढ़ते रहिए, समझते रहिए और अपनी राय बनाइए!
2024 के लोकसभा चुनावों में केरल ने केंद्र बिंदु के रूप में प्रवेश किया है। एनडीए, जिसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा नेतृत्व किया जा रहा है, न्यूज़18 के मेगा एक्जिट पोल के अनुसार, एक से तीन सीटें जीतने के लिए तैयार है। यह परिणाम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) और एनडीए दोनों के लिए महत्वपूर्ण हैं। वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू हो रही है। कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (सीपीआई(एम)) के नेतृत्व वाले लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) के बीच जोरदार मुकाबला देखा जा रहा है, जो केरल के राजनीतिक परिदृश्य को आकार देगा। (आगे पढ़ें)