अगर आप कभी इंटरनेट पर सरकारी दस्तावेज़ लीक देखे हों तो संभावना है कि पीछे का नाम Julian Assange था। वह ऑस्ट्रेलिया के एक प्रोग्रामर से शुरू हुआ, लेकिन जल्द ही वीक्लीक्स (WikiLeaks) की स्थापना करके विश्व को कई बड़े राजनैतिक रहस्य दिखा दिया। इस वजह से सरकारें और मीडिया दोनों ने उन्हें अलग‑अलग नजरों से देखा – कुछ ने उन्हें सूचना का नायक कहा, तो दूसरों ने सुरक्षा खतरे के रूप में लेबल किया।
1999 में Assange ने एक सॉफ्टवेयर प्रोजेक्ट शुरू किया, लेकिन 2006 में वीक्लीक्स लॉन्च करने से उनका काम बदल गया। शुरुआती सालों में उन्होंने अमेरिकी दूतावास के कूटनीतिक केबल्स, अफगानिस्थान युद्ध की फ़ाइलें और कई बड़े कंपनियों की गोपनीय रिपोर्ट लीक कर दीं। ये दस्तावेज़ दुनिया भर में चर्चा का कारण बने, क्योंकि आम जनता को पहली बार उन चीज़ों की झलक मिली जो पहले सिर्फ क्लासिफाइड रही थीं।
इन खुलासों से सरकारें डिजिटल सुरक्षा के लिए सख्त नियम बनाने लगीं और कुछ देशों ने Assange को अपराधी घोषित कर दिया। वहीं पत्रकारिता संगठनों ने उनका समर्थन किया, कहकर कि प्रेस फ्रीडम के बिना लोकतंत्र नहीं चल सकता। इस द्वंद्व ने एक नया सवाल उठाया – क्या जानकारी की स्वतंत्रता हर कीमत पर सुरक्षित रखनी चाहिए?
2010 में स्वीडन ने Assange को यौन उत्पीड़न के आरोपों से जाँच के लिए बुलाया। इससे वह एम्बेसेडर की इमारत में छिप गए, फिर 2012 में ब्रिटिश एंबसी पर शरण ली। 2019 में ब्रिटेन ने उन्हें गिरफ्तार कर दिया और अमेरिकी सरकार ने उनका एक्सट्राडिशन किया, क्योंकि वे कई सरकारी फ़ाइलों को लीक करने के लिए दोषी ठहराए जा रहे थे। आज भी उनके खिलाफ मुकदमा चल रहा है, जबकि कई अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार समूह उनकी हिरासत को असहनीय मानते हैं।
मामले का आगे क्या होगा, यह अनिश्चित है। यदि वह मुक्त होते हैं तो डिजिटल अधिकारों की लड़ाई में एक बड़ा जीत मिल सकती है; अगर नहीं तो सरकारें और अधिक सख्त निगरानी लागू कर सकती हैं। इस बीच, पत्रकारिता छात्रों और सूचना के शोधकर्ताओं को Assange की कहानी से कई सीख मिलती हैं – डेटा सुरक्षा का महत्व, सार्वजनिक हित बनाम राष्ट्रीय सुरक्षा का संतुलन, और सोशल मीडिया पर जानकारी कैसे फैली जाती है।
सार में, Julian Assange सिर्फ एक व्यक्ति नहीं; वह उस युग का प्रतीक है जहाँ तकनीक ने सूचना के खेल को बदल दिया। चाहे आप उनके काम को समर्थन दें या विरोध, उनका प्रभाव आज भी राजनीति, कानून और मीडिया पर गहरा बना हुआ है। अगर आप डिजिटल अधिकारों या प्रेस फ्रीडम में रुचि रखते हैं, तो Assange की कहानी से मिलने वाले सबक आपके लिए उपयोगी हो सकते हैं।
विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज ने अमेरिकी अधिकारियों के साथ एक याचिका सौदा करने के बाद न्यूर्तन मारीआना आइलैंड्स की यात्रा शुरू की है। इस समझौते के तहत, असांज ने एक जासूसी आरोप को स्वीकार किया है, जिससे उनके खिलाफ़ के 18 आरोपों को कम कर दिया गया है। यह समझौता सुनिश्चित करता है कि असांज को यूएस जेल में समय नहीं बिताना पड़ेगा। (आगे पढ़ें)