जनरेटिव AI वो तकनीक है जो इंसानों जैसी नई सामग्री बना देती है – टेक्स्ट, इमेज या म्यूजिक। ये मॉडल बहुत बड़े डेटा से पैटर्न सीखते हैं और फिर वही पैटर्न इस्तेमाल करके नया आउटपुट तैयार करते हैं। बात ऐसी नहीं कि सिर्फ़ कॉपी कर रहे हों, बल्कि पूरी तरह से अनोखा काम निकालते हैं।
सबसे प्रसिद्ध उदाहरण है ChatGPT, जो सवालों के जवाब देता है या लेख लिखता है। इसी तरह DALL·E इमेज बनाता है, और संगीत में भी AI‑Composer ट्रैक तैयार करता है। सब कुछ इंटरनेट पर उपलब्ध डेटा से सीखकर किया जाता है, इसलिए इसे ठीक‑ठाक फीडबैक चाहिए रहता है.
शिक्षा में शिक्षक नोट्स या क्विज़ जल्दी बना सकते हैं, जिससे समय बचता है। मार्केटिंग टीमें विज्ञापन कॉपी या सोशल पोस्ट एक‑एक मिनट में तैयार कर सकती हैं, जो पहले दिन भर लगते थे। डिजाइनर प्रॉम्प्ट डालकर शुरुआती स्केच पा लेते हैं, फिर उन्हें आगे सुधारते हैं.
कंपनियों के लिए कोड जेनरेटर डेवलपर्स की productivity बढ़ाते हैं – बस कुछ लाइनें लिखो, बाकी AI पूरा कर देता है। स्वास्थ्य क्षेत्र में रिपोर्ट का सारांश बनाना या रोगी डेटा से संभावित उपचार सुझाना आसान हो गया है.
छोटे व्यवसायों के पास अब प्रोफेशनल ग्राफिक डिजाइन की पहुँच है, क्योंकि AI‑आधारित टूल्स कम कीमत पर हाई क्वालिटी आउटपुट दे सकते हैं. इस कारण बजट सीमित रहने वाले स्टार्टअप भी बड़े ब्रांड जैसी सामग्री बना रहे हैं.
आगे चलकर जनरेटिव AI का दायरा और बढ़ेगा – वर्चुअल असिस्टेंट, ऑटोमैटिक रिपोर्टिंग, यहाँ तक कि कानून या मेडिकल डाइग्नोसिस में भी मदद मिल सकती है. लेकिन साथ ही गलत जानकारी फैलाने की जोखिम भी कम नहीं.
कंटेंट का स्रोत स्पष्ट होना चाहिए, ताकि plagiarism या कॉपीराइट उल्लंघन न हो. डेटा बायस भी एक बड़ी समस्या है; अगर ट्रेनिंग डेटाबेस में पक्षपात है तो आउटपुट वही दिखा सकता है.
इसे इस्तेमाल करने वाले को हमेशा फाइनल प्रोडक्ट की जाँच करनी चाहिए। AI तेज़ काम करता है, पर इंसानी समझ और नैतिकता को नहीं छोड़ना चाहिए. इसलिए सीखें कैसे प्रॉम्प्ट लिखे, कब रिव्यू करे और किस तरह का डेटा भरोसा योग्य है.
समाप्ति में कहा जाए तो जनरेटिव AI एक शक्तिशाली साथी बन सकता है, अगर हम इसे सही दिशा में उपयोग करें। छोटे‑बड़े कामों में समय बचता है, नई क्रिएटिविटी खुलती है और व्यवसाय बढ़ते हैं. बस याद रखें – तकनीक मदद के लिए है, पूरी तरह से इंसान की जगह नहीं लेनी चाहिए.
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने वित्तीय वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही के लिए अपने नतीजे जारी किए हैं। कंपनी की आय ₹63,938 करोड़ रही, जो तिमाही-दर-तिमाही 2.1% और वार्षिक आधार पर 7.1% की वृद्धि दर्शाती है। हालांकि, इस अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ 1.1% कम होकर ₹12,420 करोड़ रहा। TCS ने प्रत्येक शेयर पर ₹10 के अंतरिम डिविडेंड की भी घोषणा की। कंपनी जनरेटिव AI और मांग पुनरुत्थान पर ध्यान केंद्रित कर रही है। (आगे पढ़ें)