आजकल हर ब्रांड अपनी बात पहुँचाने के लिए इन्फ्लुएंसर पर भरोसा कर रहा है। छोटे यूट्यूब चैनल से लेकर लाखों फॉलोअर्स वाले इंस्टाग्राम अकाउंट तक, सबको एक ही चीज़ चाहिए – दर्शकों का ध्यान। अगर आप भी अपने प्रोडक्ट या सर्विस को तेज़ी से फैलाना चाहते हैं तो इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग आपके लिए सही रास्ता हो सकता है.
सबसे पहले ये समझें कि आपका लक्ष्य क्या है। बिक्री बढ़ानी है, ब्रांड की पहचान बनानी है या वेबसाइट ट्रैफ़िक लाना है? लक्ष्य तय होने के बाद आप सही इन्फ्लुएंसर चुन सकते हैं और बजट का हिसाब रख सकते हैं.
इन्फ्लुएंसर चुनते समय सिर्फ फॉलोअर्स की संख्या नहीं देखनी चाहिए। उनके एंगेजमेंट रेट (लाइक्स, कमेंट्स) देखें – अगर 10 % से ज्यादा एंगेजमेंट है तो दर्शक सच में सक्रिय हैं. साथ ही कंटेंट का टोन आपके ब्रांड से मेल खाता हो, यही सबसे बड़ी बात है.
उदाहरण के तौर पर, यदि आप फिटनेस प्रोडक्ट बेचते हैं तो फ़िटनेस यूट्यूब चैनल या इंस्टा फ़ीड वाले इन्फ्लुएंसर बेहतर रहेंगे बनिस्पत कि फूड ब्लॉगर. छोटे “नैनो‑इन्फ्लुएंसर” (1 k–10 k फॉलोअर्स) अक्सर अधिक भरोसेमंद होते हैं और उनका CPM कम रहता है.
एक बार shortlist बना ली, तो उनके पिछले सहयोगों को देखिए – क्या उन्होंने समान प्रोडक्ट्स को प्रमोट किया? अगर हाँ, तो आप उनसे सीधे बात कर सकते हैं. निजी मैसेज या ईमेल में अपनी कैंपेन का लक्ष्य और बजट साफ़‑साफ़ लिखें.
कैंपेन शुरू करने के बाद परिणाम ट्रैक करना बहुत ज़रूरी है. सबसे आसान तरीका UTM पैरामीटर जोड़ना है – इससे आप देख सकते हैं कि किस इन्फ्लुएंसर से कितनी क्लिक, लीड या बिक्री आई.
इन्फ्लुएंसर को भी रिवॉर्ड देना न भूलें – अगर उन्होंने लक्ष्य पूरे किया तो बोनस या अगली कैंपेन में विशेष दर रखें. इससे उनका मोटीवेशन हाई रहेगा और आपका ROI भी बढ़ेगा.
अंत में, लगातार सीखते रहें. हर कैंपेन से एक नई चीज़ सीखें – कौन सा कंटेंट फॉर्मेट बेहतर काम करता है, किस टाइम पर पोस्ट सबसे ज़्यादा एंगेजमेंट लाता है. ये डेटा आगे के निर्णयों को आसान बनाता है.
तो अब जब आप जानते हैं कि इन्फ्लुएंसर कैसे चुनें और उनके प्रभाव को कैसे मापें, तो देर न करें. एक छोटा बजट लेकर पहले से ही किसी स्थानीय इन्फ्लुएंसर के साथ टेस्ट कैंपेन चलाएं और देखिए परिणाम. सही कदम उठाने पर आपका ब्रांड जल्दी ही भीड़ में अलग दिखेगा.
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है, विशेषकर एफएमसीजी सेक्टर में। MrBeast के Feastables और Logan Paul की Prime इस प्रवृत्ति के प्रमुख उदाहरण हैं, जो इन्फ्लुएंसर नेतृत्व वाले ब्रांडों की सफलता की गाथा कहते हैं। ये इन्फ्लुएंसर सोशल मीडिया के जरिये अपने उत्पाद सीधे अपने दर्शकों तक पहुंचा रहे हैं, पारंपरिक विज्ञापन चैनलों को दरकिनार करते हुए। (आगे पढ़ें)