एनटीए क्या है और क्यों जरूरी है?

एनटीए यानी राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी भारत सरकार की एक संस्था है जो विभिन्न प्रवेश‑परीक्षाओं, योग्यता‑परीख्याओं और मूल्यांकन कार्यक्रमों को आयोजित करती है। अगर आप इंजीनियरिंग, मेडिकल, मैनेजमेंट या सरकारी नौकरी के सपने देख रहे हैं, तो एनटीए से जुड़ी परीक्षाएँ आपके लिए अहम होती हैं। यहाँ हम सरल भाषा में बताते हैं कि कौन‑कौन सी परीक्षा आती है और कैसे तैयार हों।

एनटीए की मुख्य परीक्षाएँ

सबसे लोकप्रिय एनटीए परीक्षाओं में JEE Main, NEET‑UG, UGC‑NGP और NIFT/NPAT शामिल हैं। इनका पैटर्न हर साल थोड़ा बदल सकता है, इसलिए अपडेटेड सिलेबस देखना ज़रूरी है। उदाहरण के तौर पर, JEE Main अब 2 घंटे की ऑनलाइन टेस्ट में 90 प्रश्न देता है; जबकि NEET‑UG ने पिछले साल से बिंदु‑आधारित मूल्यांकन लागू किया। इन बदलावों को समझकर आप टाइम मैनेजमेंट और स्ट्रेटेजी दोनों में बेहतर बन सकते हैं।

तैयारी के आसान उपाय

पहला कदम है सही योजना बनाना—एक महीने का प्लान बना कर हर विषय को बराबर समय दें। दूसरा, आधिकारिक सॉल्यूशन शीट और पिछले साल के प्रश्न पत्र देखें; इससे पैटर्न पकड़ने में मदद मिलती है। तीसरा, मॉक टेस्ट रोज़ लें और अपनी गलती पर नज़र रखें, क्योंकि वही सुधार की दिशा दिखाता है। चौथा, ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म या मोबाइल ऐप्स से नोटिफिकेशन सेट करें ताकि एनटीए के नए सर्क्यूलेशन या डेट चेंज तुरंत पता चलें। इन छोटे‑छोटे कदमों को फॉलो कर आप तनाव कम कर सकते हैं और आत्मविश्वास बढ़ा सकते हैं।

एक बात याद रखें—एनटीए की तैयारी सिर्फ पढ़ाई नहीं, बल्कि निरंतर अपडेट पर नज़र रखना भी है। अगर आपको किसी विशेष टॉपिक में दिक्कत हो तो फ्री वेबिनार या फ़ेसबुक ग्रुप्स से मदद ले सकते हैं। अंत में, पर्याप्त नींद और सही खान‑पान को मत भूलिए; शरीर स्वस्थ रहे तो दिमाग तेज़ चलता है। इन सभी टिप्स को अपनाकर आप एनटीए की किसी भी परीक्षा में अच्छे अंक हासिल कर सकेंगे।

सुप्रीम कोर्ट ने एनईईटी परिणाम विवाद में एनटीए से मांगा जवाब, परीक्षाओं की पवित्रता पर उठाए सवाल

के द्वारा प्रकाशित किया गया Ratna Muslimah पर 11 जून 2024

सुप्रीम कोर्ट ने एनईईटी-यूजी 2024 के परिणाम विवाद पर राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) से जवाब तलब किया है। जस्टिस विक्रम नाथ और अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की अवकाश पीठ ने एनईईटी यूजी 2024 के लिए सलाहकार प्रक्रिया पर रोक लगाने से इनकार कर दिया, लेकिन यह माना कि परीक्षाओं की पवित्रता प्रभावित हुई है। इस मामले की अगली सुनवाई 8 जुलाई को होगी। (आगे पढ़ें)