डिजिटल भुगतान: रोज़मर्रा की ज़रूरत को आसान बनाने वाले साधन

आजकल हर चीज़ ऑनलाइन हो रही है – बिल, शॉपिंग, रिचार्ज और भी बहुत कुछ। अगर आप अभी भी नकद या कार्ड पर भरोसा करते हैं तो डिजिटल भुगतान आपको काफी समय बचा सकता है. इस लेख में हम बताएँगे कैसे जल्दी से यूपीआई सेट‑अप करें, मोबाइल वॉलेट का सही उपयोग करें और धोखाधड़ी से बचें.

यूपीआई और मोबाइल वॉलेट – कब और क्यों इस्तेमाल करें?

यूपीआई (Unified Payments Interface) भारत में सबसे लोकप्रिय तरीका है. सिर्फ एक ऐप डाउनलोड कर के, अपना बैंक अकाउंट लिंक करके आप 24×7 बिना पासवर्ड की झंझट के पैसे भेज‑सकते हैं. अगर आप पहली बार प्रयोग करने वाले हैं तो ये स्टेप फॉलो करें:

  • गूगल प्ले या एप्पल ऐप स्टोर से भरोसेमंद बैंक का आधिकारिक एप डाउनलोड करें.
  • अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर कर के OTP वेरिफ़ाई करें.
  • ‘Create New UPI ID’ पर क्लिक करके आसान यादगार यूज़रनेम चुनें, जैसे yourname@upi.
  • बैंक अकाउंट लिंक करने के बाद एक या दो मिनट में आप भुगतान शुरू कर सकते हैं.

मोबाइल वॉलेट (PhonePe, Google Pay, Paytm आदि) भी वैसा ही काम करते हैं लेकिन ये कई बार रिवॉर्ड पॉइंट्स और कॅशबैक देते हैं. अगर आपको रिवॉर्ड्स से फायदा उठाना है तो एक दो ऐसे ऐप रखिए और हर खरीदारी पर ऑफ़र चेक कीजिये.

सुरक्षा टिप्स – डिजिटल लेन‑देनों में धोखा न हो

डिजिटल भुगतान आसान है, लेकिन सुरक्षा को हल्के में नहीं लेना चाहिए. यहाँ कुछ प्रैक्टिकल उपाय हैं जो हर यूज़र को अपनाने चाहिए:

  • ऐप अपडेट रखें. पुराना वर्ज़न अक्सर सिक्योरिटी बग्स रखता है.
  • दो‑फ़ैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) एनेबल करें. अगर ऐप इस सुविधा देता है तो ज़रूर चालू करिए.
  • संदेहजनक लिंक या SMS से आए QR को स्कैन न करें. हमेशा आधिकारिक स्रोत से ही QR कोड लें.
  • पिन और पासवर्ड को किसी के साथ शेयर न करें. बैंक भी कभी ऐसा नहीं माँगेगा.
  • लेन‑देनों की रियल‑टाइम नोटिफिकेशन ऑन रखें. अगर कोई अनऑथराइज़्ड ट्रांजैक्शन दिखे तो तुरंत बैंको को रिपोर्ट करें.

इन छोटे‑छोटे कदमों से आप बड़े नुकसान से बच सकते हैं. याद रखिए, आपका फोन अब आपका वॉलेट है – जितना ध्यान नहीं देंगे, उतनी ही रिस्क बढ़ेगी.

डिजिटल भुगतान के भविष्य की बात करें तो भारत में जल्द ही QR कोड‑लेस पेमेंट, बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन और ब्लॉकचेन‑आधारित ट्रांजैक्शन आएँगे. इसका मतलब है कम खर्चा, तेज़ प्रोसेसिंग टाइम और अधिक पारदर्शिता.

तो अब देर किस बात की? अभी अपने पसंदीदा ऐप से शुरू करिए, सुरक्षा सेटिंग्स चेक कीजिये और हर दिन के छोटे‑छोटे ख़र्चों को डिजिटल बनाइए. जल्द ही आपको पता चलेगा कि नकदी लेन‑देन की ज़रूरत कितनी कम हो गई है.

सरकार ने स्पष्ट किया: 2000 रुपए से कम UPI ट्रांजैक्शन पर GST नहीं लगेगा

के द्वारा प्रकाशित किया गया Ratna Muslimah पर 20 जुल॰ 2025

सरकार ने बताया है कि 2000 रुपए से कम के UPI लेनदेन पर GST नहीं लगाया जाएगा। UPI ट्रांजैक्शन पर GST लगाने की खबर को वित्त मंत्रालय ने गलत बताया। सिर्फ मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) पर GST लगता है, वो पहले ही खत्म किया जा चुका है। सरकार डिजिटल पेमेंट बढ़ाने के लिए कई प्रोत्साहन योजनाएं चला रही है। (आगे पढ़ें)