गाड़ी चुनते समय कई चीजें दिमाग में आती हैं – बजट, ईंधन माइलेज, अंदरूनी जगह और सबसे बड़ी बात, सुरक्षा। अगर आप पहली बार कार खरीद रहे हैं या सेकेंड-हैंड में देख रहे हैं, तो ये गाइड आपके काम आएगा।
चार पहिए वाली गाड़ी को मुख्य रूप से तीन वर्गों में बाँटा जा सकता है:
आपको तय करना है कि आपका प्राथमिक उपयोग क्या होगा – रोज़ाना ऑफिस तक जाना, परिवार के साथ ट्रिप या काम‑काम के लिए लोड ले जाना। इसी आधार पर आप वर्ग चुनेंगे।
1. बजट: नई कारों की कीमत 3 लाख से शुरू होकर 30 लाख तक जा सकती है। सेकेंड‑हैंड में 5‑10 लाख में भी कई भरोसेमंद विकल्प मिलते हैं।
2. ईंधन प्रकार: पेट्रोल, डीज़ल, प्लग‑इन हाइब्रिड या इलेक्ट्रिक – अगर आप पर्यावरण की चिंता करते हैं तो इलेक्ट्रिक/हाइब्रिड मॉडल देखें।
3. सुरक्षा रेटिंग: कार को ग्लोबल NCAP या भारतीय सुरक्षा मानकों की रेटिंग देखें। डुअल एयरबैग, एबीएस और ईबीडी जैसी सुविधाएँ कम से कम होनी चाहिए।
4. मैकेनिकल स्वास्थ्य: सेकेंड‑हैंड कार खरीदते समय सर्विस वॉरंटी, इंजन ऑडियो, लीक्स और टायर की स्थिति जांचें।
5. रिसेल वैल्यू: कुछ ब्रांड जैसे मारुती, हुंडई और टाटा का रीसेल वैल्यू अच्छा रहता है, इसलिए लंबी अवधि में फाइनेसिंग आसान रहती है।
जब आप इन बातें नोट कर लें, तो आगे की प्रक्रिया आसान हो जाती है। अब बात करते हैं सुरक्षा टिप्स की, क्योंकि चार पहिए वाली गाड़ी चलाते समय सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए।
• सीट बेल्ट: हमेशा सीट बेल्ट पहनें, चाहे आप सामने हों या पीछे। आँकड़े बताते हैं कि सीट बेल्ट न लगाने से चोट का जोखिम 40% तक बढ़ जाता है।
• स्पीड लिमिट: तेज़ गति में ब्रेक लगाना मुश्किल होता है। शहर में 50 km/h, हाईवे पर 80‑100 km/h से ज्यादा न जाएँ।
• टायर प्रेशर: हर महीने टायर का प्रेशर चैक करें। सही प्रेशर माइलेज बढ़ाता है और टायर फटने की संभावना घटाता है।
• ड्राइविंग मॉड: मोबाइल या खाने‑पीने की चीज़ें हाथ में न रखें। अगर बात करनी है तो ब्लूटूथ या हैंड‑फ़्री इस्तेमाल करें।
• रूट प्लान: रूट पहले से तय कर लें, खासकर लम्बी ट्रिप की। इससे अचानक रुकने या गलत रास्ते पर जाने की संभावना कम होती है।
इन टिप्स को रोज़मर्रा की ड्राइविंग में अपनाने से आपके और आपके साथियों की जिंदगी सुरक्षित रहती है। याद रखें, कार सिर्फ एक साधन है, लेकिन उसका सही इस्तेमाल ही आपको मंज़िल तक पहुँचाता है।
अगर अभी भी तय नहीं कर पा रहे हैं कौन सी चार पहिए वाली गाड़ी लेनी है, तो अपने नजदीकी डीलरशिप पर टेस्ट ड्राइव बुक करें। पूछें – “डीलरशिप पर कौन-कौन सी मॉडल उपलब्ध हैं, और इनके फ़ीचर क्या हैं?” स्पष्ट जवाब मिलने पर आप आत्मविश्वास से खरीदारी कर पाएँगे।
उत्तरी प्रदेश के एटा जिले में एक चार-पहिए वाली गाड़ी ने पार्क में खड़ी बाइक से टकराव कर दो युवाओं को हल्के से गंभीर चोटें पहुँचाई। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी, वहीं चोटिलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। दुर्घटना के कारणों पर शुरुआती जांच में गति सीमा उल्लंघन की संभावनाएँ सामने आई हैं। (आगे पढ़ें)