क्या आप हर रोज़ शेयर बाजार, महंगाई या सरकारी नीति से जूझते‑फुड़ते हैं? अगर हाँ, तो ये पेज आपके लिए है। यहाँ हम आसान शब्दों में सबसे अहम आर्थिक खबरें लाते हैं और उन पर विशेषज्ञों की सीधी राय देते हैं। कोई कठिन टर्म नहीं, सिर्फ वही जो असली जिंदगी में काम आए।
पहले बात करते हैं आज के टॉप हेडलाइन की। सरकार ने 2000 रुपये से कम के UPI ट्रांज़ेक्शन पर GST हटाने का एलान किया है। इसका मतलब छोटे व्यापारी और रोज़मर्रा के ख़रीदार अब बिना अतिरिक्त टैक्स के डिजिटल भुगतान कर सकते हैं। इसी बीच, शेयर बाजार में बीएसई ने 77,150 स्तर तोड़ दिया, जिससे निवेशकों को थोड़ी राहत मिली। अगर आप स्टॉक्स में रुचि रखते हैं, तो ऐसे छोटे‑बड़े बदलावों पर नज़र रखनी चाहिए – यही आपके पोर्टफ़ोलियो के रिटर्न को प्रभावित करता है।
दूसरी बड़ी खबर है महंगाई की दर में हल्की गिरावट का संकेत। पिछले महीने के डेटा से पता चलता है कि खाद्य पदार्थों की कीमतें अब थोड़ा स्थिर हो रही हैं, पर ईंधन और कच्चे माल अभी भी ऊपर जा रहे हैं। इसका असर आपके रोज़मर्रा खर्च पर पड़ता है, इसलिए बजट बनाते समय इन दो चीज़ों को खास ध्यान में रखें।
अब बात करते हैं उन सुझावों की जो आपको सही निर्णय लेने में मदद करेंगे। वित्तीय विशेषज्ञ कह रहे हैं कि वर्तमान माह में डिफेंस स्टॉक्स और उपभोक्ता वस्तुओं के शेयर बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं, क्योंकि इनकी मांग स्थिर रहती है। अगर आप दीर्घकालिक निवेश सोच रहे हैं, तो छोटे‑मोटे कंपनियों के बजाय बड़े और स्थापित ब्रांड्स पर फोकस करें।
एक और आसान टिप – बचत को कई बकेटों में बाँटे। एक भाग इमरजेंसी फ़ंड में रखें, दूसरा रिटायरमेंट प्लान या भविष्य की बड़ी ख़रीदारी (जैसे घर या कार) के लिए अलग रखें। इस तरह जब भी कोई अप्रत्याशित खर्च आए, आप बिना घबराए संभाल पाएँगे।
अगर आपको लग रहा है कि अभी बाजार में उतार‑चढ़ाव बहुत तेज़ हैं, तो डॉलर‑कॉस्ट एवरेजिंग (DCA) अपनाएँ। हर महीने एक ही राशि निवेश करने से कीमतों के ऊपर‑नीचे होने का असर कम हो जाता है और आपका औसत लागत घटता है।
आखिर में, हमेशा अपने लक्ष्य को याद रखें। चाहे आप बचत कर रहे हों, रिटर्न बढ़ाना चाहते हों या जोखिम कम रखना चाहते हों – स्पष्ट लक्ष्य ही सही रणनीति बनाता है। इस पेज पर आपको रोज़ नई जानकारी और विशेषज्ञ राय मिलती रहेगी, इसलिए इसे बुकमार्क करके रखिए और हर सुबह थोड़ा पढ़िए। आपका वित्तीय भविष्य अब आसान हो सकता है।
आरबीआई के पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास को प्रधानमंत्री मोदी के प्रमुख सचिव-2 के रूप में नियुक्त किया गया है। यह भूमिका उनके वित्तीय और मौद्रिक नीति में विशेषज्ञता को देखते हुए बनाई गई है। उनका चुनाव 2016 के नोटबंदी और कोविड-19 महामारी जैसे महत्वपूर्ण आर्थिक घटनाओं के प्रबंधन के अनुभव पर आधारित है। दास का करियर वित्त मंत्रालय और आरबीआई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए जाना जाता है। (आगे पढ़ें)