आपने कभी सोचा है कि मोबाइल से पैसा भेजते‑भेजते अचानक आपका खाता खाली हो गया? ऐसे झटके अक्सर UPI (Unified Payments Interface) पर होते हैं। लेकिन डरिए मत, भारत में यूपी पुलिस ने इस समस्या को संभालने के लिए खास टीम बनायी है।
यूपी पुलिस का काम दो चीज़ों में बंटा है – पहले, फर्जी ट्रांज़ैक्शन की पहचान करना और दूसरा, शिकार को तुरंत मदद पहुंचाना। जब आप अपने बैंक या भुगतान ऐप पर किसी अनजान नंबर को पैसे भेजते हैं, तो सिस्टम स्वचालित रूप से लाल झंडे दिखाता है। पुलिस तब उस लेन‑देन का वैरिफिकेशन करती है, अगर धोखा साबित हो तो धन वापसी की प्रक्रिया शुरू होती है।
इससे पहले कई बार लोगों ने 10 हज़ार या उससे ज्यादा रुपये खो दिए थे, लेकिन यूपी पुलिस के तेज़ एक्शन से अक्सर पैसे वापस मिल जाते हैं। इसलिए ट्रांज़ैक्शन करने से पहले दो‑तीन बातें ज़रूर जाँचें – नंबर वैरिफाइड है?, आपस में भरोसा है?, और रकम सही है?
1. पहले कनेक्शन को चेक करें – अगर कोई आपको लिंक या QR कोड भेजे, तो उसे सीधे ऐप में स्कैन करके ही भुगतान करें।
2. स्पैमर कॉल या SMS से बचें – बैंक कभी भी OTP या पासवर्ड नहीं माँगता। ऐसे मैसेज पर क्लिक न करें.
3. ट्रांज़ैक्शन लिमिट सेट करें – कई ऐप्स में आप एक दिन में अधिकतम ट्रांसफ़र सीमा तय कर सकते हैं। इससे बड़ी धोखाधड़ी रोकी जा सकती है.
4. सही UPI आईडी का उपयोग – केवल वही आयडी डालें जो आपके बैंक या विश्वसनीय मित्र ने दिया हो।
5. शुरुआती चेतावनी पर तुरंत रिपोर्ट करें – अगर पैसा भेजते‑भेजते आपका फोन अटक गया, तो तुरंत अपने बैंक और नजदीकी पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराएँ.
यूपी पुलिस के पास एक 24 × 7 हेल्पलाइन है – 1800-XXXX-XXX. कॉल करने पर आप अपना केस रजिस्टर करवाकर अपडेट भी ले सकते हैं। याद रखें, जितनी जल्दी रिपोर्ट करेंगे, उतना ही आसान रहेगा धन वापसी का प्रोसेस.
सरकार ने हाल ही में छोटे ट्रांज़ैक्शन (< 2000 रुपए) पर GST हटाने की घोषणा की है, जिससे डिजिटल पेमेंट और किफ़ायती बनेंगे। लेकिन यही छोटा खर्च भी स्कैमर्स के लिये मौका बन सकता है। इसलिए ऊपर बताए गए टिप्स को हमेशा याद रखें.
अंत में, यूपी पुलिस सिर्फ कानून लागू करने वाली नहीं, बल्कि आपके वित्तीय भरोसे की रखवाली करने वाली टीम है। जब आप सावधान रहें और सही जानकारी रखें तो डिजिटल पैसे का उपयोग बिलकुल सुरक्षित रहेगा. यदि कोई समस्या आए, तो तुरंत पुलिस या अपने बैंक से संपर्क करें – समय पर कार्रवाई सबसे बड़ी सुरक्षा है.
उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा के बाद पुलिस ने मुठभेड़ में पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया, जिनमें से दो को गोली लगी। हिंसा में राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई, जिसके चलते क्षेत्र में मोबाइल इंटरनेट और ब्रॉडबैंड सेवाएं बंद कर दी गई हैं। स्थिति को काबू में लाने के लिए पुलिस बल तैनात है और सरकार स्थिति पर नजर रख रही है। (आगे पढ़ें)