टेनिस प्रेमियों को हाल ही में जन्निक सिन्नर के नाम से जुड़ी कई दिलचस्प खबरें मिली हैं। इटली के इस युवा खिलाड़ी ने सिर्फ़ अपनी तकनीक से नहीं, बल्कि मैदान पर दिखाए गए धैर्य और आत्मविश्वास से भी सबको चौंका दिया है। अगर आप टेनिस फॉलो करते हैं तो सिन्नर की हर जीत या हार आपके लिए खास मतलब रखती है—भले ही वह Wimbledon का फाइनल हो या किसी छोटे टूर्नामेंट का क्वार्टर‑फिनाल।
जुलाई 13 को लंदन के कोर्ट 17 पर सिन्नर और स्पेनिश स्टार कार्लोस अल्काराज़ ने एक रोमांचक फाइनल खेला। दोनों खिलाड़ी टॉप‑स्पिन, पावर सर्व और तेज़ रैलीज़ से दर्शकों को झुमा‑भरा रखते रहे। अंतिम सेट में सिन्नर का ब्रेस्ट-हिट एसर कई बार देखी गई जीत की ओर इशारा करता रहा, पर अल्काराज़ ने भी अपने क्लासिक बैकहैंड से जवाब दिया। अंत में अल्काराज़ ने पाँच सेटों में जीत हासिल की, लेकिन सिन्नर की लड़ाई की ताकत ने उसे अगले बड़े टूर में एक मजबूत दावेदार बना दिया है।
इस मैच के बाद कई विश्लेषकों ने कहा कि सिन्नर का ग्राउंडस्ट्रोक रेंज और कोर्ट पर चलने‑फिरने की क्षमता अभी भी बेहतरीन है, जिससे वह भविष्य में ग्रैंड स्लैम जीत सकता है। अगर आप इस फाइनल को फिर से देखना चाहते हैं तो टेनिस चैनल पर रीप्ले उपलब्ध होगा।
Wimbledon की हार के बाद सिन्नर ने यूरोपियन सीरीज़ में भाग लेने का इरादा जताया है। उसके कोच ने बताया कि अगली दो‑तीन टूर्नामेंट में वह सर्विस गेज़, रिटर्न एंग्लेज़ और मानसिक दृढ़ता पर काम करेगा। फैंस के लिए इसका मतलब है—अपेक्षा रखें कि अगले महीने सिन्नर का नाम टॉप‑10 में स्थिर रहेगा और वह ATP पॉइंट्स की दौड़ में आगे बढ़ेगा।
अगर आप भी सिन्नर के फ़ॉलोअर हैं तो कुछ आसान टिप्स मददगार हो सकते हैं:
इन छोटे‑छोटे कदमों से आप न सिर्फ़ सिन्नर की प्रगति को समझ पाएँगे, बल्कि अपनी खुद की टेनिस स्किल्स भी सुधार सकेंगे। याद रखें, हर बड़ा खिलाड़ी रोज़ाना छोटे‑छोटे अभ्यास से ही बनता है।
सिन्नर टैग पेज पर आप को इन सभी अपडेट के साथ-साथ पुराने मैच रिव्यूज़, आँकड़े और विशेषज्ञों की राय भी मिलेंगी। चाहे आप फैंटेसी लीग में भाग ले रहे हों या सिर्फ़ टेनिस पसंद करते हों—यहाँ की जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी।
डेनियल मेदवेदेव ने रोमांचक पांच सेटों के मैच में जानिक सिन्नर, जो दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी हैं, को हरा दिया। मैच चार घंटे चला और सिन्नर को तीसरे सेट में चिकित्सा सहायता भी मिली। भले ही सिन्नर ने संघर्ष जारी रखा, मेदवेदेव ने अंततः 6-7 (7), 6-4, 7-6 (4), 2-6, 6-3 के स्कोर के साथ जीत दर्ज की। (आगे पढ़ें)