जब भी भारत के टेस्ट या वनडे टीम की बात आती है, रविंद्र जेडेझा ज़रूर याद आते हैं। बॉलिंग, बैटिंग और फ़ील्डिंग – तीनों में उनका नाम अक्सर सुनाई देता है। इस लेख में हम उनकी करियर का छोटा सफ़र, हाल के मैचों की पर्फ़ॉर्मेंस और आने वाले सीज़न के लिए क्या उम्मीदें रखी जा सकती हैं, ये सब बात करेंगे.
जैसे ही रविंद्र ने पहली बार भारत अंडर‑19 में खेला, उनका फील्डिंग एक्सपर्टिज़ दिख गया। तेज़ रिफ्लेक्स और सटीक थ्रो उनके कोचों को तुरंत पसंद आए। 2011 में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत की, लेकिन शुरुआती सालों में मौका थोड़ा कम मिला. फिर 2016‑17 के ऑस्ट्रेलिया टूर ने उनका नाम रोशन कर दिया – दो टेस्ट में 8 वीकट और तेज़ फॉर्म से बैटिंग करने लगे.
आज जेडेझा के पास लगभग 1500 रन का टेस्ट स्कोर है, जिसमें दो शतक शामिल हैं. उनका बॉलिंग एverage 28 से कम है, जो एक भरोसेमंद स्पिनर को दिखाता है। वनडे में उन्होंने 1200+ रनों और 130 वीकट हासिल किए हैं, जबकि T20I में उनके 250+ रनों और 60 वीकट का रिकॉर्ड है. सबसे यादगार पलों में 2022 के भारत‑इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ में उनका 6‑विकट वाला ओवर और 2023 की एशिया कप फाइनल में तेज़ रनिंग पार्टनरशिप शामिल हैं.
फ़ील्डिंग पर बात करें तो जेडेझा को अक्सर ‘फिएस्टा’ कहा जाता है। हर मैच में उनके कई डाइव कैच होते हैं, जो टीम के मोमेंटम को बदल देते हैं. इस साल की IPL में भी उन्होंने 10‑सेकंड में तीन क्रीज़ी कैच किए और अपने टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई.
अब बात करते हैं उनकी हालिया पर्फ़ॉर्मेंस की। यूएई ट्राइ‑सीरीज़ 2025 के पहले मैच में जेडेझा ने 45 रनों का स्थिर अर्द्धशतक बनाया और फिर दो विकेट भी लिए. यह प्रदर्शन उनके बैटिंग फॉर्म को दर्शाता है, जबकि बॉलिंग में वे अभी भी लीडरशिप रोल निभा रहे हैं.
भविष्य की तैयारी के लिए जेडेझा फिटनेस पर बहुत ध्यान देते हैं। उनका डाइट प्लान प्रोटीन‑रिच और कार्डियो‑इंटेंसिव है, जिससे वे फील्ड में तेज़ दौड़ते हैं. कोचिंग स्टाफ ने कहा कि उनकी मिड‑फॉर्मेट बैटिंग अब भी विकसित हो रही है, इसलिए आने वाले भारत‑ऑस्ट्रेलिया टेस्ट में उन्हें एक बड़ा रोल मिलने की संभावना है.
अगर आप जेडेझा के फैन हैं या सिर्फ उनके खेल को समझना चाहते हैं, तो कुछ आसान टिप्स मदद करेंगे: उनका शॉट चयन अक्सर क्लासिक ‘क्लोज़ कट’ और ‘गोल्डन स्टॉप’ पर रहता है; बॉलिंग में वो ड्रेसर पिच पर धीरे‑धीरे घुमाव लाते हैं जिससे बैटर को रिद्म बिगड़ जाता है. फ़ील्डिंग के दौरान उनका एंगल पढ़ने का तरीका भी सीख सकते हैं – वे हमेशा बाउंसर की दिशा देख कर फर्स्ट बॉर्डर पकड़ते हैं.
आखिरकार, रविंद्र जेडेझा सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम में बहुमुखी एसेट हैं. चाहे बैटिंग हो, बॉलिंग या फ़ील्डिंग – उनका योगदान हर फॉर्मेट में दिखता है. अगले मैचों में उनकी परफ़ॉर्मेंस देखना मज़ेदार रहेगा और उम्मीद है वो हमेशा की तरह टीम को जीत दिलाने में मदद करेंगे.
रविंद्र जडेजा ने ODI संन्यास के सभी कयासों को खारिज किया है। विराट कोहली के इमोशनल हग के बाद ये अटकलें तेज़ हुई थीं, लेकिन जडेजा ने इंस्टाग्राम पर स्पष्ट संदेश देकर खुद को टीम इंडिया के सक्रिय सदस्य बताया है। कोहली और रोहित भी ऐसी अफवाहों का खंडन कर चुके हैं। (आगे पढ़ें)