जैसे ही हम सब ओलंपिक की तैयारियों को देख रहे थे, पैरालम्पिक भी धूम मचा रहा है। ये इवेंट 28 अगस्त से 8 सितंबर तक पेरिस में होगा और दुनिया भर के दिव्यांग एथलीट एक साथ प्रतिस्पर्धा करेंगे। अगर आप इस खेल को समझना चाहते हैं तो बस थोड़ा‑बहुत ध्यान रखें, क्योंकि यहाँ हर कहानी में साहस और मेहनत की दास्तान छिपी है।
सबसे पहले यह जान लें कि इस बार 22 खेलों में 540 से ज़्यादा इवेंट्स हैं – एथलेटिक्स, स्विमिंग, बास्केटबॉल, और फ्रीज़ी‑कोर तक। पेरिस ने सभी स्थलों को सुलभ बनाया है, जैसे कि स्टेडियम मार्सेलेस में नई रैंप और ऑडियो गाइड सिस्टम। टिकटों की कीमतें सामान्य ओलंपिक से कम रखी गई हैं, ताकि हर कोई आसानी से देख सके।
अगर आप लाइव देखना चाहते हैं तो आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर मुफ्त स्ट्रीमिंग मिलती है। भारत में कई टीवी चैनल और OTT प्लेटफ़ॉर्म भी इसे प्रसारित करेंगे, इसलिए अपना टाइमटेबल पहले से तैयार रखें। सोशल मीडिया पर #Paralympics2024 टैग फॉलो करने से रीयल‑टाइम अपडेट नहीं छूटेंगे।
भारतीय पैरालंपिक टीम ने पहले ही कई क्वालीफाइंग इवेंट्स जीत ली हैं। मीरा सिंग, जो शॉर्ट ट्रैक स्पीड स्केटिंग में तेज़ी से आगे बढ़ रही हैं, और मोहन सिंह, जिन्होंने रेस्क्यू थ्रिलर में नई रिकॉर्ड स्थापित किया है, दोनों के पास मेडल की पूरी संभावना है। साथ ही, महिला बास्केटबॉल टीम ने एशिया कप में शानदार परफ़ॉर्मेंस दिया था, इसलिए इस बार भी वे प्लेटफ़ॉर्म तक पहुँचने के लिये तैयार हैं।
अगर आप अपने पसंदीदा खिलाड़ी को सपोर्ट करना चाहते हैं तो सोशल मीडिया पर उनकी प्रोफाइल फॉलो करें और मैसेज भेजें – यह छोटा कदम उन्हें मोटिवेट कर सकता है। साथ ही, कई NGOs इस इवेंट के दौरान दान की भी अपील करेंगे; अगर आपके पास थोड़ी सी मदद है तो आप सीधे उनपर जा सकते हैं।
पैरालंपिक सिर्फ़ स्पोर्ट्स इवेंट नहीं, बल्कि एक बड़ा सामाजिक संदेश देता है – कि कोई भी बाधा असफलता का कारण नहीं बननी चाहिए। इसलिए इस बार पेरिस में देखी गई हर जीत को हम सबको मिलकर सेलिब्रेट करना चाहिए।
तो तैयार हो जाइए! चाहे आप घर पर टीवी देखते हों या स्टेडियम की धूमधाम महसूस कर रहे हों, पैरालंपिक 2024 आपके लिए कुछ खास लेकर आया है। इस अवसर को मिस न करें और भारत के एथलीटों का जोश देखिए।
23 वर्षीय हरियाणा के नवदीप सिंह ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में पुरुषों के F41 वर्ग के भाला फेंक मुकाबले में स्वर्ण पदक जीता। शुरू में उन्हें रजत पदक मिला था, लेकिन ईरान के सादेग बीत सयाह के अयोग्य घोषित होने के बाद नवदीप का पदक स्वर्ण में बदल दिया गया। नवदीप ने 47.32 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ नया पैरालंपिक रिकॉर्ड बनाया। (आगे पढ़ें)