भारत में इलेक्ट्रिक कारों का चलन तेज़ी से बढ़ रहा है और ओला इस बदलाव की अग्रिम पंक्तियों में है। अगर आप ओला के ईवी मॉडल, कीमत, चार्जिंग या सरकारी प्रोत्साहनों के बारे में जल्दी‑से‑जल्दी जानकारी चाहते हैं तो आप सही जगह पर आएँ हैं। यहाँ हम सरल भाषा में हर जरूरी बात बताएंगे ताकि आप बिना उलझन के फैसला कर सकें।
ऑला ने अब तक तीन मुख्य ईवी लॉन्च किए हैं – ओला फ़्लो, ओला फ्यूज़न और नई ओला इंटेलिजेंट‑EV। फ़्लो शुरुआती ड्राइवरों के लिए किफायती विकल्प है, 150 किमी की रेंज और तेज़ चार्जिंग (0‑80% में 45 मिनट) देती है। फ्यूज़न थोड़ा बड़ा बैटरी पैक लेकर 250 किमी तक चल सकता है, साथ ही स्मार्ट इंटीरियर, टचस्क्रीन डिस्प्ले और एडवांस्ड ड्राइव मोड्स देता है। नई इंटेलिजेंट‑EV में रेज़र‑लेयरिंग सुरक्षा सिस्टम, वॉयस असिस्टेंट और 350 किमी की रेंज का दावा है, जो लंबी यात्राओं के लिए उपयुक्त बनाता है।
सब मॉडल में एक ही बात मिलती है – कम रख‑रखाव खर्च और भारत सरकार की फ़्लोटिंग चार्जिंग सॉल्यूशन पर छूट। कीमतें 5 लाख से लेकर लगभग 12 लाख रुपये तक हैं, यानी बजट से लेकर प्रीमियम वर्ग तक सबको कवर करती हैं।
ईवी की सबसे बड़ी चिंता अक्सर चार्जिंग होती है, पर ओला के साथ यह कम परेशानी वाला काम बन जाता है। घर में 7.2 kW का सॉलिड‑स्टेट चार्जर लगवाने से आप रात‑भर कार को पूरी तरह भर सकते हैं। अगर सार्वजनिक स्टेशन इस्तेमाल करना चाहते हैं तो ऐप‑आधारित नेटवर्क (ओला फ़्लो पॉइंट) उपलब्ध है, जहाँ पेमेंट फॉर्म में आसानी से हो जाता है।
बैटरी की लाइफ़ बढ़ाने के लिए तेज़ चार्जिंग को हर बार न करें—कम से कम एक‑दो दिन में धीरे‑धीरे चार्ज करना बेहतर रहता है। सर्दी या बहुत गर्म मौसम में बैटरियों को 20 % से नीचे नहीं लाना चाहिए, क्योंकि इससे डिप्थ ऑफ डिस्चार्ज होता है और जीवनकाल घटता है। नियमित रूप से टायर प्रेशर जांचें; ईवी का वजन अधिक होने से टायर जल्दी घिसते हैं, इसलिए सही प्रेशर रखना फ़्यूल‑इक्विवेलेंट रेंज को बढ़ाता है।
सरकारी प्रोमोशन भी न भूलें—2025 में फॉर्मूला 2 के तहत इलेक्ट्रिक कारों पर 1.5 लाख रुपये तक का सब्सिडी मिलता है, साथ ही टैक्स में छूट और स्टेट रोड टैक्शन रिव्यू से बचाव। इन लाभों को मिलाकर ओला ईवी कई बार पेट्रोल‑डिज़ेल विकल्पों से सस्ते पड़ते हैं।
अंत में एक छोटा सा सलाह: खरीदने से पहले अपने डेली ड्राइव की दूरी और चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर का नक्शा बनाकर देखें। अगर आपका अधिकांश सफर 150 किमी के भीतर है, तो फ़्लो पर्याप्त रहेगा; लंबी यात्राओं के लिए फ्यूज़न या इंटेलिजेंट‑EV बेहतर विकल्प हैं। इस तरह आप बिना किसी अड़चन के अपने ईवी अनुभव को मज़ेदार बना सकते हैं।
ओला इलेक्ट्रिक ने अपने प्रारंभिक सार्वजनिक निष्कर्ष (IPO) से पहले एंकर निवेशकों से ₹2,763 करोड़ जुटाए हैं। IPO आज से खुल रहा है और इसका लक्ष्य ₹4,073 करोड़ जुटाना है। कंपनी ने IPO के लिए मूल्य बैंड ₹59-62 प्रति शेयर निर्धारित किया है। यह IPO ओला की उत्पाद पेशकश और निर्माण क्षमता को बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है। (आगे पढ़ें)