इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में जब Ola ने अपना नाम बनाया, तो कई निवेशकों ने इस कंपनी को करीब से देखना शुरू किया। अब लिस्टिंग का समय है और हर कोई जानना चाहता है‑ क्या इसमें कदम रखना फायदेमंद रहेगा? हम आपको आसान भाषा में बताएँगे कि कब, कैसे और क्यों यह आईपीओ आपके पोर्टफोलियो में जगह बना सकता है।
Ola Electric का सार्वजनिक प्रस्ताव 10 मई को शुरू हुआ और 14 मई तक चला। इस अवधि में दो फेज़ होते हैं – पहला फेज़ रिटेल निवेशकों के लिए, दूसरा संस्थागत और हाइ‑नेट वॉर्थ (HNI) के लिये। आवेदन ऑनलाइन बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज या नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की वेबसाइट से किया जाता है, बैंकों के एपीआई प्लेटफ़ॉर्म पर भी सुविधा उपलब्ध है।
सब्सक्रिप्शन कोड आपके PAN और बैंक अकाउंट डिटेल्स से जुड़ता है, इसलिए सब कुछ सही भरना ज़रूरी है। अगर आप पहली बार शेयर खरीद रहे हैं, तो डीमैट खाते की जरूरत होगी – कई बैंकों में इसे एक ही क्लिक से खोल सकते हैं।
ओला इलेक्ट्रिक ने 1,500 रुपये के बेस प्राइस पर शेयर ऑफर किया था, लेकिन हाई डिमांड की वजह से क्लोज़िंग प्राइस लगभग 2,050 रुपये रही। यह 35% तक का प्री‑मियम दर्शाता है कि बाजार में इस कंपनी को कितना भरोसा मिला है। वैल्यूएशन भी भारत के बड़े ईवी खिलाड़ियों जैसे टाटा मोटर्स और महिंद्रा के मुकाबले प्रतिस्पर्धात्मक माना जा रहा है।
यदि आप सोच रहे हैं, “क्या रिटर्न मिलेगा?”, तो यह ध्यान रखें कि ईवी सेक्टर अभी शुरुआती दौर में है। सरकारी इलेक्ट्रिक कार सब्सिडी, चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर का विस्तार और पर्यावरणीय दबाव सभी मिलकर इस उद्योग को बढ़ावा दे रहे हैं। ओला की फॉर्मूला‑E रेसिंग टीम, बैटरी तकनीक में निवेश और डिलीवरी नेटवर्क इसे दीर्घकालिक लाभ की संभावना देता है।
पर जोखिम भी है – शेयर कीमतें अल्पकाल में बाजार के मूड, नीति बदलाव या प्रतियोगियों की नई लॉन्च पर गिर सकती हैं। इसलिए केवल वो पैसा लगाएँ जो आप कुछ सालों तक रख सकते हों और तुरंत निकासी का प्लान न बनायें।
IPO की अंतिम सब्सक्रिप्शन तिथि 14 मई है, उसके बाद शेयरों को अलॉट किया जाएगा और 23 मई को बॉम्बे वर्ल्ड एक्सचेंज (BSE) पर ट्रेडिंग शुरू होगी। लिस्टिंग के पहले दिन अक्सर वैल्यूएशन में बदलाव देखी जाती हैं; कुछ कंपनियों का स्टॉक खुलते‑ही ऊपर जाता है, तो कुछ में गिरावट आती है। इसलिए शुरुआती दिनों में सावधानी बरतें और मार्केट की खबरों को फॉलो करें।
यदि आप शेयर खरीदते हैं, तो डिविडेंड या कैपिटल एप्रेसीएशन दोनों के लिए तैयार रहें। ओला इलेक्ट्रिक ने पहले साल में कोई डिविडेंड नहीं बताया है, क्योंकि कंपनी अभी ग्रोथ मोड में है। आपके रिटर्न का मुख्य स्रोत स्टॉक की कीमत में वृद्धि रहेगा।संक्षेप में, Ola Electric IPO एक आकर्षक मौका हो सकता है अगर आप ईवी सेक्टर के भविष्य को लेकर आशावादी हैं और लम्बे समय तक निवेश रखने को तैयार हैं। सही जानकारी, समय पर आवेदन और जोखिम समझ कर ही इस आईपीओ से अधिकतम लाभ उठाएँ।
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड, जो भारत का पहला इलेक्ट्रिक वाहन स्टार्टअप है, जल्द ही अपना आईपीओ लॉन्च कर रही है। इस आईपीओ में 5,500 करोड़ रुपये के ताजे शेयर और 84,941,997 शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव शामिल है। इसमें शामिल प्रमुख खासियतों की जानकारी देने वाले इस लेख को पढ़ें। (आगे पढ़ें)