केरल में इस साल चुनाव फिर से धूम मचा रहे हैं। अगर आप केरल की राजनीति को समझना चाहते हैं तो ये पेज आपके लिए है। यहाँ हम सबसे ज़रूरी जानकारी, पार्टियों का हाल और वोटिंग प्रक्रिया को आसान भाषा में बताएँगे।
केरल में तीन बड़े गठबंधन खेलते हैं – लिबरट्री डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ), यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडिएफ़) और राष्ट्रीय डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए)। एलडीएफ के अंदर कांग्रेस, सीपीआई (एम) और कई छोटे दल हैं। पिछले चुनाव में उन्होंने 20 सीटें जीती थीं और अब फिर से सरकार बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
यूडिएफ़ में भाजपा का मुख्य सहयोगी आईएस्ए है, जबकि कुछ स्थानीय दल भी इस गठबंधन में शामिल हुए हैं। उनका एजीपी, जल संरक्षण और रोजगार पर जोर है। एनडीए के पास अभी कोई बड़ी उपस्थिति नहीं है, लेकिन वे छोटे क्षेत्रों में समर्थन बटोरने की कोशिश कर रहे हैं।
केरल चुनाव 20 अप्रैल से शुरू होकर 24 मई तक दो फेज़ में होगा। पहले फेज़ में 70 सीटें, दूसरे में बाकी 70. वोटर आईडी चेकिंग अब ऑनलाइन है, इसलिए देर नहीं होगी। अगर आप पहली बार मतदान कर रहे हैं तो अपना एडहार या ड्राइविंग लाइसेंस साथ रखें।
मुख्य मुद्दे क्या हैं? रोजगार के अवसर, पर्यटन विकास और स्वास्थ्य सुविधाएँ सबसे आगे हैं। कई लोग जल संकट को भी लेकर चिंतित हैं, इसलिए पानी बचाने वाले प्रोजेक्ट्स पर चर्चा बढ़ी है। ग्रामीण इलाकों में सड़क बनाना और डिजिटल कनेक्टिविटी भी बहुत महत्व रखता है।
केरल की युवा वर्ग अब अधिक सक्रिय हो गई है। सोशल मीडिया पर पार्टी के नारे और उम्मीदवारों का प्रोफाइल देख कर कई लोग अपनी राय बना रहे हैं। इस बार वोटिंग के दौरान ऑनलाइन ट्रैकिंग ऐप्स से मतदाता संख्या आसानी से पता चल जाएगी, जिससे पारदर्शिता बढ़ेगी।
अगर आप केरल में रहते हैं तो अपने पड़ोस में मतदान केंद्र का पता पहले ही ले लें। अक्सर छोटे गाँवों में सेंटर दूर होते हैं, इसलिए समय पर पहुँचना जरूरी है। साथ ही, कोरोना नियम अभी भी लागू हैं; मास्क पहनें और सामाजिक दूरी बनाए रखें।
परिणाम आने के बाद समाचार चैनल तुरंत अपडेट देंगे, लेकिन आप अपनी पसंदीदा पार्टी की आधिकारिक वेबसाइट से भी रियल‑टाइम परिणाम देख सकते हैं। इससे झूठी खबरों में फँसने का जोखिम कम होगा।
केरल चुनाव 2024 सिर्फ एक चुनाव नहीं, बल्कि राज्य के भविष्य की दिशा तय करने वाला मोड़ है। अगर आप वोटर हैं तो अपना अधिकार इस्तेमाल करें और अगर नहीं, तो भी इस प्रक्रिया को समझ कर दूसरों को मदद करें। ऐसा करके हम सभी मिलकर लोकतंत्र को मजबूत बना सकते हैं।
सारांश में, एलडीएफ, यूडिएफ़ और छोटे गठबंधन अब लड़ रहे हैं, दो फेज़ में वोटिंग होगी, और रोजगार व जल समस्याएँ मुख्य मुद्दे बनेंगे। तैयार रहें, मतदान करें और परिणाम देख कर अपने राज्य को नई दिशा दें।
2024 के लोकसभा चुनावों में केरल ने केंद्र बिंदु के रूप में प्रवेश किया है। एनडीए, जिसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा नेतृत्व किया जा रहा है, न्यूज़18 के मेगा एक्जिट पोल के अनुसार, एक से तीन सीटें जीतने के लिए तैयार है। यह परिणाम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) और एनडीए दोनों के लिए महत्वपूर्ण हैं। वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू हो रही है। कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (सीपीआई(एम)) के नेतृत्व वाले लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) के बीच जोरदार मुकाबला देखा जा रहा है, जो केरल के राजनीतिक परिदृश्य को आकार देगा। (आगे पढ़ें)