कभी गाड़ी चला रहे थे या क्रिकेट के मैदान में बॉल मारते समय अचानक दर्द महसूस हुआ? ऐसी स्थिति में घबराना नहीं चाहिए। सही कदम उठाने से चोट बड़ी नहीं होगी और जल्दी ठीक हो सकते हैं। इस लेख में हम बताएँगे कि चोट लगते ही पहली मदद कैसे दें, किन चीज़ों का ध्यान रखें और आम चोटों को घर पर कैसे रोकें।
पहली बात तो यह है कि दर्द वाले हिस्से को स्थिर करें। अगर हाथ या पैर में मोच लगी हो तो उसे हिलाने‑डुलाने से बचें, वरना सूजन बढ़ सकती है। बर्फ़ का पैक (या कपड़े में लिपटा ठंडा पानी) 15‑20 मिनट के लिए रखें; इससे दर्द और सूजन दोनों कम होते हैं।
दर्द बहुत तेज़ हो तो एंटी‑इंफ्लेमेटरी पेन किलर जैसे इबुप्रोफ़ेन या पैरासिटामोल ले सकते हैं, लेकिन डॉक्टर की सलाह लेना बेहतर रहता है। अगर खून निकल रहा हो तो साफ़ कपड़े से हल्का दबाव डालें, पर बहुत ज़्यादा कसके नहीं—वह रक्त प्रवाह रोक सकता है।
एक बार बर्फ़ और स्थिरीकरण कर लेने के बाद, चोट वाले हिस्से को ऊँचा रखें (जैसे पैर को कुर्सी पर रख दें) ताकि सूजन नीचे की ओर न जाए। यह आसान ट्रिक अक्सर डॉक्टर भी बताते हैं। अगर दर्द दो‑तीन दिन तक बना रहे या चलना‑फिरना मुश्किल हो तो तुरंत चिकित्सक से मिलें।
खेल के दौरान सबसे आम चोटें मोच, स्ट्रेन (मांसपेशियों की खिंचाव) और कट‑छेदन हैं। इनसे बचने का सबसे आसान तरीका है वार्म‑अप करना। पाँच‑दस मिनट हल्की दौड़ या स्ट्रेचरिंग से मांसपेशियां तैयार हो जाती हैं और चोट लगने की संभावना कम रहती है।
अगर आप जिम में वेट उठाते हैं तो सही फॉर्म पर ध्यान दें। भारी वजन उठाने के बाद अगर पीठ में दर्द हो रहा है, तो तुरंत हल्का वजन लेकर दोहराएँ और किसी ट्रेनर से फॉर्म चेक करवाएँ। यही बात बॉलिंग या बैडमिंटन जैसी तेज़ गति वाली खेलों में भी लागू होती है—सही ग्रिप और संतुलित शॉट्स चोट रोकते हैं।
घर में अक्सर कट‑छेदन होते हैं, खासकर रसोई या बगीचे में काम करते समय। हमेशा साफ़ चाकू उपयोग करें, तेज़ ब्लेड रखें और काटने के बाद तुरंत सफाई कर एंटीसेप्टिक लगाएँ। अगर घाव गहरा हो तो डॉक्टर को दिखाना जरूरी है, क्योंकि अंदर बैक्टीरिया रह सकता है।
स्ट्रेस (मानसिक तनाव) भी शरीर में दर्द का कारण बनता है। जब हम थके होते हैं या नींद कम होती है, तो मांसपेशियां अधिक खिंचाव लेती हैं और चोट लगना आसान हो जाता है। इसलिए रोज़ 7‑8 घंटे की नींद, सही पोषण और हल्की स्ट्रेचरिंग से शरीर को आराम देना चाहिए।
आखिर में एक बात याद रखें—यदि आप लगातार चोटों का सामना कर रहे हैं तो अपनी खेल या व्यायाम रूटीन में बदलाव लाएं। कभी‑कभी सिर्फ़ एक नया जूता, सही आकार की एरगर या सपोर्टिव बैंडेज ही बड़ी मदद कर सकता है।
तो अगली बार जब चोट लगे, पहले ये आसान कदम उठाएँ और फिर जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से मिलें। जल्दी ठीक होना संभव है—बस सही जानकारी और थोड़ी सावधानी चाहिए।
कोपा अमेरिका 2024 के फाइनल में रविवार को अर्जेंटीना ने कोलंबिया को 1-0 से हराकर 16वां खिताब जीता। खेल के पहले हाफ में ही अर्जेंटीना के लियोनेल मेसी पैर की चोट की वजह से मैदान से बाहर हो गए। 37 वर्षीय मेसी ने चोट के बावजूद खेल जारी रखा पर उनकी दर्द भरी अव्यवस्थित खेल शैली ने चिंता बढ़ा दी। (आगे पढ़ें)