बीहार में हर हफ़्ते कुछ न कुछ रैली होती रहती है। चाहे वो सरकार के खिलाफ हो या किसी पार्टी की घोषणा – लोग बड़े जोश से भाग लेते हैं। इस पेज पर आप उन सभी रैलियों के मुख्य बिंदु, नेता‑नेता के बयान और जनता की प्रतिक्रिया को आसानी से पढ़ सकते हैं।
बीहार में अक्सर कृषि, रोजगार या शिक्षा को लेकर आवाज़ उठती है। किसान अपनी फसल‑बोझा कम करने के लिए सरकार से दाम घटाने की मांग करते हैं। युवा बेरोजगारी की समस्या पर भी बड़े प्रदर्शन होते हैं, जहाँ लोग नयी नौकरियों और स्किल ट्रेनिंग का हक माँगते हैं। अगर आप किसी खास रैली के कारण को समझना चाहते हैं तो नीचे दी गई बिंदु‑बिन्दु सूची मदद करेगी:
हर रैली में किसी न किसी पार्टी के प्रमुख या स्वतंत्र आवाज़ सुनाई देती है। अक्सर वे अपने वादे दोहराते हैं, जैसे कि अगले साल तक सभी गाँवों में पंप लगाना या हर हाई स्कूल में लैब बनवाना। आम लोग इन वायदों को देख कर आशावादी होते हैं, लेकिन कभी‑कभी विरोध भी करते हैं जब उन्हें लगता है सरकार काम नहीं कर रही।
उदाहरण के तौर पर, पिछले महीने की रैली में मुख्यमंत्री ने नई सड़कों का वादा किया था। लोगों ने तुरंत ही सोशल मीडिया पर तस्वीरें शेयर कीं और कहा कि अब यात्रा आसान होगी। वहीं कुछ किसानों ने बताया कि अभी भी कई गाँवों में पानी नहीं पहुँचा है, इसलिए वे आगे बढ़ते रहेंगे।
यदि आप किसी विशेष रैली के बारे में गहराई से जानना चाहते हैं तो नीचे दिए गए सेक्शन में उसका विस्तृत विवरण मिलेगा – जैसे कि कब और कहाँ हुई, कितनी भीड़ आई और मुख्य माँगें क्या थीं। इस तरह आप बीहार की राजनीति को बेहतर समझ सकते हैं और अपनी राय बना सकते हैं।
हमारी कोशिश है कि हर रैली की सच्ची जानकारी सीधे आपके सामने लाएँ, ताकि आप बेकार के अफवाहों से बच सकें। चाहे आप छात्र हों, किसान हों या व्यवसायी, इस पेज पर आपको वही मिलेगा जो सच में मायने रखता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के पटलिपुत्र में एक रैली में INDIA ब्लॉक पर आरोप लगाया कि वे अपने मुस्लिम वोट बैंक के लिए 'मुजरा' कर रहे हैं और दलितों व पिछड़े वर्गों को आरक्षण से वंचित करना चाहते हैं। उन्होंने तेज विकास, अच्छी बिजली आपूर्ति और पक्के मकानों का वादा किया, साथ ही कांग्रेस नीत यूपीए सरकार की आलोचना भी की। (आगे पढ़ें)