भारतीय पौराणिक कथाएँ: क्यों हैं ये आज भी दिलचस्प?

जब आप टीवी या यूट्यूब पर कोई नई सीरीज़ देखते हैं, तो अक्सर वही पुराने किरदारों के रूपांतर दिखते हैं – राम, कृष्ण, दुर्गा। यही कारण है कि पौराणिक कथा सिर्फ पुरानी किताब नहीं, बल्कि हर जेनरेशन की ज़िंदगी में घुसती रहती है. आप भी कभी सोचे हैं कि ये कहानियां इतनी लोकप्रिय क्यों हैं? जवाब बहुत आसान है: इनमें मानवीय भावनाएँ, संघर्ष और जीत की कहानी मिलती है जो किसी भी समय लागू होती है.

प्रमुख पौराणिक कथाएँ

सबसे पहले बात करते हैं प्रमुख कहानियों की. रामायण में रावण के साथ लंका पर विजय, महाभारत में कुरुक्षेत्र का युद्ध और भगवान कृष्ण के गीता उपदेश सब ही जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाते हैं। इनके मुख्य पात्र – राम, सीता, हनुमान; अर्जुन, भीष्म, द्रौपदी; शिव, पार्वती, गणेश – हर एक अपने-अपने गुणों और कमजोरियों से हमें सीख देते हैं. अगर आप इनको पढ़ते‑लिखते थक जाएँ तो संक्षिप्त संस्करण या ऑडियोबुक सुनना आसान रहेगा.

इसी तरह शैव पौराणिक कथा में शिव के नृत्य, पार्वती की शक्ति और गणेश के अष्टमोत्रों का उल्लेख मिलता है. इन कहानियों को अक्सर त्योहारों पर नाटकों या रासलीला में देखा जाता है, जिससे उनका असर बच्चों तक पहुँचता है.

आधुनिक जीवन में पौराणिक कहानियों का असर

अब सवाल आता है – ये पुरानी कथाएँ आज के डिजिटल युग में क्या महत्व रखती हैं? जवाब: बहुत. कई कंपनियां अपने ब्रांड की पहचान बनाने के लिए इन किरदारों को अपनाती हैं; ‘राम’ जैसे शब्द से ईमानदारी, ‘कृष्ण’ से चतुराई जुड़ती है। साथ ही, मनोविज्ञान में भी पौराणिक पात्रों का उपयोग किया जाता है – जैसे ‘अहंकार’ के रूप में महाबली या ‘धैर्य’ के रूप में ध्रुपद.

यदि आप तनाव महसूस कर रहे हैं तो भगवद गीता की एक आयत पढ़िए: “कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन”. यह वाक्य सिर्फ श्लोक नहीं, बल्कि रोज़मर्रा की कठिनाइयों से निपटने का सरल उपाय है. इसी तरह, रामायण में सीता के धैर्य को देख कर हम सीखते हैं कि जीवन की विपत्तियों में भी साहस नहीं छोड़ना चाहिए.

आखिरकार, पौराणिक कथा हमें यह सिखाती है कि हर समस्या का समाधान भीतर ही छिपा होता है. चाहे आप छात्र हों, कामकाजी या सेवानिवृत्त, इन कहानियों को पढ़कर आप अपनी सोच में नई ऊर्जा पा सकते हैं.

तो अगली बार जब भी कोई ‘पौराणिक कथा’ शब्द सुनें, इसे सिर्फ पुरानी किताब न समझें. इसे अपने जीवन के कोच की तरह इस्तेमाल करें और देखें कि कैसे छोटे‑छोटे बदलाव आपके बड़े लक्ष्य हासिल करने में मदद करते हैं.

फ्रेंडशिप डे 2024: भारतीय पौराणिक कथाओं की 5 प्रेरणादायक मित्रताएँ

के द्वारा प्रकाशित किया गया Ratna Muslimah पर 4 अग॰ 2024

फ्रेंडशिप डे 2024 पर भारतीय पौराणिक कथाओं से 5 प्रेरणादायक मित्रताओं पर चर्चा की गई है। यह कहानियाँ सच्ची मित्रता की मिसाल पेश करती हैं, जैसे कि कृष्ण और सुदामा, राम और हनुमान, अर्जुन और कृष्ण, कर्ण और दुर्योधन तथा राम और लक्ष्मण की मित्रता। (आगे पढ़ें)