जब प्रीतम सिंह, रेडियो जॉकी और उनकी पत्नी अमनजोत कौर को टेलीविजन के मंच से विदा किया गया, तो यह Nach Baliye 8 के सबसे नाटकीय क्षणों में से एक बन गया। दर्शकों के न्यूनतम वोटों के कारण इस जोड़े को एलबोरेशन राउंड में बाहर कर दिया गया, जिससे उनके नृत्य‑प्रतियोगिता के सफर का अंत हो गया। यह घटना 30 अप्रैल 2017 को कलर्स टीवी पर प्रसारित हुई और शो‑प्रेमियों के बीच तुरंत चर्चा का विषय बन गई।
नाच बालीए 8 की eliminations की पृष्ठभूमि
‘नाच बालीए 8’ का आयोजन कलर्स टीवी ने किया था, जिसका लक्ष्य सेलिब्रिटियों को नृत्य के नए आयामों में ले जाना था। इस सीजन की शुरुआत 23 जनवरी 2017 को नाच बालीए 8मुंबई में हुई थी। विभिन्न जोड़े इस मंच पर अपने पैरों की कड़ी खोलने के साथ-साथ दर्शकों के दिलों में जगह बनाने की कोशिश करते थे।
पी. सिंह और अमनजोत की प्रदर्शन यात्रा
जोड़े ने अपना पहला परफ़ॉर्मेंस ‘रहना दो’ टेम्पो पर प्रस्तुत किया, जिसे जजों ने शाब्दिक ‘ड्रामा’ कहा। जज नीना जैन ने कहा, “आपके एंट्री में ऊर्जा और सच्चाई थी, आगे के चरणों में यही चाहिए।” दर्शकों ने भी उनकी ऊर्जा को सराहा, और सोशल मीडिया पर #PritamAmanJot ट्रेंड करने लगा।
प्रीतम ने elimination से पहले कहा था, “मैं एक RJ हूँ, एक होस्ट हूँ, एक एक्टर हूँ, लेकिन नाच बालीए मेरा नया सफ़र है। मैं अपनी पत्नी के साथ इस मंच पर हूँ, तो ये दोनों‑बाज़ी जीत‑जितनी है।” वह अक्सर अपनी पत्नी की कला की प्रशंसा भी करते रहे—अमनजोत एक पेंटिंग आर्टिस्ट हैं और गाने सीख रही थीं, उनका कहना था “डांस में वो मुझसे आगे है।”
जज और दर्शकों की प्रतिक्रिया
एलीमिनेशन राउंड में जोड़े को लगभग 1.2 लाख वोट मिले, जबकि अगला जोड़ा 2.4 लाख वोटों से बच गया। रिपोर्टों के अनुसार, इस सप्ताह के वोटिंग में कुल 10,87,345 वोट रेकॉर्ड हुए। जजों ने कहा कि “वोटों की कमी सिर्फ अंक नहीं, दर्शकों के दिल में जुड़ाव की कमी भी दर्शाती है।” दर्शक टिप्पणी में “उन्हें फिर से मौका दो, उन्होंने दिल से कोशिश की थी” लिखे जा रहे थे।
विवाह में उभरे मुद्दे और बिग बॉस पर असर
प्रीतम ने 2016 के ‘बिग बॉस’ में भाग लिया था, जहाँ करीश्मा तन्ना के साथ उनके रिश्ते की अफ़वाहें सामने आई थीं। यह अफ़वाह अमनजोत के साथ उनके वैवाहिक रिश्ते में तनाव का कारण बनी। बिग बॉस के बाद अखबारों में “प्रीतम व करीश्मा” की बातें बार‑बार आती रहीं, लेकिन अमनजोत ने कहा था कि “जहाँ तक मेरा सवाल है, मैं अपने पति पर भरोसा रखती हूँ।” ‘नाच बालीए 8’ के दौरान उन्होंने खुलकर अपने मतभेदों को बताया, जैसे “छोटी‑छोटी लड़ाई‑झगड़े हमें करीब लाते हैं।” एलीमिनेशन के बाद दोनों ने इंटरव्यू में कहा कि “वास्तविक जीवन में संघर्ष रहता है, लेकिन हम एक-दूसरे को समझते हैं।”
भविष्य की सम्भावनाएँ
एलीमिनेशन के बाद प्रीतम ने कहा कि वह अब अपने रेडियो करियर पर फोकस करेंगे और “अगले साल फिर से डांस‑फ्लोर पर लौटना चाहूँगा।” अमनजोत ने अपने पेंटिंग को और प्रोफेशनल बनाने की योजना बताई। दोनों ने अपने दो बेटे—अदित्यवीर और बालराज—के साथ अधिक समय बिताने की इच्छा जताई।
Frequently Asked Questions
प्रीतम सिंह और अमनजोत कौर को एलीमिनेशन क्यों मिला?
शॉ में दर्शकों ने कम वोट दिया, कुल 1.2 लाख वोटों के साथ जोड़े को सबसे कम अंक मिला। जजों ने भी कहा कि पैफ़ॉर्मेंस में ऊर्जा की कमी थी, इसलिए एलीमिनेशन अनिवार्य हो गया।
क्या बिग बॉस की अफ़वाहों ने उनके संबंध को प्रभावित किया?
बिग बॉस में जुड़ी अफ़वाहें शुरुआती दिनों में तनाव का कारण बनीं, परंतु अमनजोत ने सार्वजनिक तौर पर भरोसा जताया। फिर भी, एलीमिनेशन के बाद उन्होंने रिश्ते में मौजूद चुनौतियों को ख़ुलकर बताया।
नाच बालीए 8 के कौन‑से सीज़न में उन्होंने हिस्सा लिया?
प्रीतम सिंह और अमनजोत कौर ने 2017 की ‘नाच बालीए 8’ सीज़न में भाग लिया था, जो 23 जनवरी से शुरू हुआ और 30 अप्रैल को उनका एलीमिनेशन हुआ।
उनके दो बेटे का क्या नाम है और उनकी उम्र क्या है?
उनके बेटे का नाम अदित्यवीर और बालराज है। अदित्यवीर लगभग 6 साल का है जबकि बालराज 4 साल का है, और दोनों अपने पिता की शो‑शौक में अक्सर उनका साथ देते हैं।
आगे प्रीतम सिंह के करियर में क्या योजनाएँ हैं?
वह अपने रेडियो होस्टिंग को फिर से सक्रिय करने, टीवी होस्ट के रूप में नए प्रोजेक्ट लेने और संभवतः अगले साल फिर से डांस‑फ़ॉर्मेट में भाग लेने की योजना बना रहे हैं।
भाई लोग, नाच बालीए की ये विदाई बड़ी दिल दहला देती है।
प्रीतम साहब और अमनजोत जी की प्रस्तुति में तकनीकी दक्षता का अभाव स्पष्ट था। मंच पर ऊर्जा की कमी को दर्शकों ने स्पष्ट रूप से महसूस किया। यह केवल वोटों की संख्या नहीं, बल्कि प्रस्तुतियों की कठोर विश्लेषण का परिणाम है। भविष्य में ऐसी त्रुटियों से बचने के लिये पुनः प्रशिक्षण आवश्यक होगा।
नाच बालीए का यह सीजन दर्शकों के लिए कई भावनात्मक मोड़ लेकर आया।
प्रीतम और अमनजोत के बीच का पहला डांस ‘रहना दो’ ने बहुत चर्चा बटोरी थी।
हालांकि, जजों ने उस परामर्श को ‘ड्रामा’ शब्द से तौला, जो दर्शाता है कि भावनात्मक अभिव्यक्ति में सच्चाई की कमी रही।
वोटिंग में केवल 1.2 लाख का अंक दर्शकों की सहभागिता को दर्शाता है, जबकि अन्य जोड़े ने दो गुना वोट हासिल किए।
इस अंतर ने प्रदर्शन के मूल तत्व-सिंक्रनाइज़ेशन और ताल-पर प्रश्न खड़े किए।
बिग बॉस में प्रीतम की पिछली भागीदारी ने उनके व्यक्तिगत जीवन को सार्वजनिक मंच पर लाया, जिससे उनके वैवाहिक जीवन में तनाव उत्पन्न हुआ।
अमनजोत ने उसी मंच पर अपनी पेंटिंग कला का परिचय दिया, जो दर्शकों को एक नई पहलू दिखाता है।
उनके दो बेटे-अदित्यवीर और बालराज-की उपस्थिति ने कभी-कभी मंच पर सहजता लायी, परन्तु पेशेवर स्तर पर यह पर्याप्त नहीं रहा।
जज नीना जैन की टिप्पणी, “ऊर्जा और सच्चाई चाहिए” ने यह स्पष्ट किया कि दर्शकों ने इस युगल से वही अपेक्षा की थी।
सोशल मीडिया पर #PritamAmanJot ट्रेंड हुआ, फिर भी वास्तविक वोटों में यह प्रभाव नहीं दिखा।
एलीमिनेशन के बाद दोनों ने कहा कि वे अपने व्यक्तिगत सपनों को आगे बढ़ाएंगे-प्रीतम रेडियो में और अमनजोत पेंटिंग में।
यह निर्णय दर्शकों को यह संदेश देता है कि प्रतियोगिता केवल जीत-हार नहीं, व्यक्तिगत विकास का मंच भी है।
भविष्य में यदि इस जोड़े को फिर से मंच पर बुलाया जाए, तो शायद उन्हें बेहतर समर्थन और तैयारी मिल सकती है।
अन्य प्रतियोगियों ने भी इस घटना से सीख ली कि दर्शक केवल उत्साह नहीं, बल्कि निरंतर गुणवत्ता की अपेक्षा रखते हैं।
अंततः, नाच बालीए 8 का यह अध्याय एक सीख प्रदान करता है कि दृढ़ता, संवाद और निरंतर सुधार ही सफलता के मूलभूत स्तम्भ हैं।
डांस की दुनिया में कलाकारों की आत्मा का प्रतिबिंब होता है, और प्रीतम‑अमनजोत ने अपने संबंध के गहरे पहलुओं को मंच पर पेश किया। यह दर्शाता है कि व्यक्तिगत भावनाएं कला में कैसे उत्तपन हो सकती हैं।
उनकी एलीमिनेशन हमें याद दिलाती है कि दिल की धड़कन कभी भी वोटों से नहीं मापी जा सकती। इस क्षण में हर दर्शक का अनसँढ़ दर्द समेटा जाता है।
मैं कहूँगा कि इस जोड़े ने मंच पर इच्छाशक्ति की कमी दिखाई। दर्शकों को बेहतर प्रदर्शनी की उम्मीद थी।
समझता हूँ आपका विश्लेषण, परन्तु कभी‑कभी ऊर्जा का अभाव केवल तकनीकी नहीं, बल्कि मनोवैज्ञानिक दबाव भी बनता है। उन्हें इस सीख के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
मान्यवर, आपके अवलोकन में निश्चित ही सार है; तथापि, यह मानना आवश्यक है कि प्रत्येक कलाकार अपने अनुभव के आधार पर विकसित होता है। भविष्य में उचित मार्गदर्शन से परिपक्वता की संभावना अधिक होगी।
वास्तव में, , , उनके प्रदर्शन में , , कई पहलू थे, जो , , सुधार योग्य हैं, लेकिन , , दर्शकों की रुचि को बनाए रखना भी महत्वपूर्ण है।
सारांशतः, नाच बालीए के इस सीजन ने हमें दिखाया कि कला और जीवन के बीच की रेखा कितनी नाजुक होती है; रंगीले मंच पर कवितात्मक भावनाएँ भी कभी‑कभी आँकड़ों की सख़्त सीमा से टकरा जाती हैं।