लेफ्टिनेंट-गवर्नर सी. पी. राधाकृष्णन ने हाल ही में नई दिल्ली का दौरा किया और इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस मुलाकात का मकसद पुडुचेरी के विकास से संबंधित विभिन्न योजनाओं पर चर्चा करना था।
प्रधानमंत्री से मुलाकात
शनिवार को लेफ्टिनेंट-गवर्नर सी. पी. राधाकृष्णन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उन्होंने प्रधानमंत्री को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। इस चर्चा में विशेष रूप से पुडुचेरी के विकास और वहां की विभिन्न योजनाओं के बारे में गहन विचार-विमर्श हुआ।
राधाकृष्णन ने प्रधानमंत्री को पुडुचेरी की जनता की विभिन्न समस्याओं के बारे में अवगत कराया और कहा कि उनके प्रभावी नेतृत्व में इन समस्याओं का समाधान संभव हो पाएगा। प्रधानमंत्री ने भी लेफ्टिनेंट-गवर्नर की योजनाओं का समर्थन किया और उन्हें हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने राधाकृष्णन को अपने तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के अनुभव और अपनी भावी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी।
गृहमंत्री से चर्चा
रविवार को लेफ्टिनेंट-गवर्नर राधाकृष्णन ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस मुलाकात में भी पुडुचेरी के विकास योजनाओं के बारे में विस्तृत चर्चा हुई। गृहमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार पुडुचेरी के विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इसके लिए हरसंभव सहायता दी जाएगी।
राधाकृष्णन और शाह के बीच सुरक्षा, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे मुद्दों पर भी चर्चा हुई। इसके अलावा गृहमंत्री ने पुडुचेरी में निवेश बढ़ाने के लिए सरकारी योजनाओं और नीतियों के बारे में भी जानकारी दी।
मार्च में ली शपथ
लेफ्टिनेंट-गवर्नर सी. पी. राधाकृष्णन ने मार्च में पुडुचेरी के लेफ्टिनेंट-गवर्नर के रूप में शपथ ली थी। इससे पहले इस पद पर तामिलिसाई सौंदरराजन थीं, जिन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए इस्तीफा दिया था।
राधाकृष्णन को तेलंगाना का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। वह इसके अलावा विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक मामलों में सक्रिय भूमिका निभाते रहते हैं। उनके अनुभव और नेतृत्व कौशल को देखते हुए उन्हें इस पद पर नियुक्त किया गया है।
ऋतुओं में हो सकती है विकास योजनाओं की शुरुआत
मुलाकात के दौरान लेफ्टिनेंट-गवर्नर ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को अवगत कराया कि अगले कुछ महीनों में पुडुचेरी में विभिन्न विकास योजनाओं की शुरुआत की जा सकती है। इसमें सड़क निर्माण, स्वच्छता, जल आपूर्ति और स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने जैसे मुद्दे शामिल हैं।
इस बातचीत के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि पुडुचेरी में निवेश बढ़ेगा और यह केंद्र सरकार की सहायता से और भी बेहतर विकास की दिशा में आगे बढ़ेगा।
ये सब बातें तो सिर्फ फोटो और प्रेस रिलीज के लिए होती हैं। किसी ने कभी पुडुचेरी की सड़कों को देखा है? बारिश में पानी खड़ा हो जाता है, और फिर भी कोई नहीं सुनता।
फिर से एक बार बड़े लोग मिले बात की और फिर कुछ नहीं हुआ। ये सब नाटक है।
अरे भाई ये तो बहुत अच्छी बात है। पुडुचेरी में जल आपूर्ति और स्वच्छता पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। अगर ये योजनाएं असली तरीके से लागू हुईं तो ये वाकई बदलाव ला सकती हैं।
मुझे लगता है कि ये सब बातचीत बहुत अच्छी हुई लेकिन अब तक कितनी योजनाएं पूरी हुईं? क्या हम अभी तक एक भी अच्छी सड़क नहीं बना पाए? 😔 ये जो बातें हो रही हैं वो सब बस ट्वीट के लिए हैं। असली बदलाव तो बहुत दूर है।
क्या ये सब वाकई जरूरी है? हमारे यहां तो बिजली नहीं आती और ये लोग बड़े बड़े मीटिंग्स कर रहे हैं।
केंद्र सरकार का ये नेतृत्व बहुत बढ़िया है। पुडुचेरी का विकास हमारे सभी लोगों के लिए गौरव की बात है।
मुझे लगता है कि जब तक लोगों को अपने शहर के बारे में सोचने का मौका मिलेगा, तब तक कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। ये सब ऊपर से आता है, नीचे तक नहीं पहुंचता।
इस तरह की बातचीत बहुत जरूरी है। विकास के लिए सरकार और स्थानीय नेतृत्व के बीच सहयोग बहुत जरूरी है।
यहाँ एक गहरा दार्शनिक प्रश्न उठता है - क्या विकास का अर्थ केवल बड़ी बड़ी सड़कों और नए बिल्डिंग्स से है? या यह तो एक ऐसी सामाजिक संरचना का निर्माण है जहाँ इंसान की इज्जत, उसकी स्वतंत्रता और उसके अधिकार सबके लिए सुरक्षित हों? क्या हम विकास को बाहरी रूपों में देख रहे हैं, जबकि असली विकास तो अंदरूनी बदलाव से आता है?
ओह भाई, फिर से ये बातचीत? लेकिन याद रखो, जब तक राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल नहीं होगा, तब तक कुछ नहीं होगा। 😏
इस तरह के संवाद बहुत जरूरी हैं। अगर सरकार और स्थानीय अधिकारी एक साथ काम करेंगे तो विकास अवश्य होगा।
क्या हम सोचते हैं कि विकास का मतलब बस बड़े बड़े प्रोजेक्ट हैं? या ये तो एक ऐसा जीवन है जहाँ हर आदमी को अपनी आवाज सुनाने का मौका मिले?
मुझे लगता है कि ये सब बस एक फैक्ट शीट है। कोई भी असली बदलाव नहीं हुआ।
ये सब बातें बस टीवी पर चलती हैं! असली जिंदगी में तो पुडुचेरी में बिजली आधी रात को जाती है! 😱
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पुडुचेरी की जल आपूर्ति और सड़कों की स्थिति को देखते हुए, ये योजनाएं बहुत जरूरी हैं। अगर ये सही तरीके से लागू हुईं तो ये बड़ा कदम होगा।
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ये सब बातचीत बहुत अच्छी है, लेकिन जब तक हमारे यहां नेता अपने घरों के लिए बड़े प्रोजेक्ट्स नहीं बनाएंगे, तब तक कुछ नहीं होगा।
विकास का मतलब बस बड़ी बड़ी इमारतें नहीं होतीं। ये तो एक ऐसी जिंदगी है जहाँ एक महिला अपने बच्चे को स्कूल भेज सके, एक बूढ़ा आदमी अपना दवा आसानी से ले सके, और एक गरीब परिवार को बिजली और पानी की सुविधा मिल सके। ये सब तो बस एक ख्वाब है अभी।